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मुंबई में शिवाजी हवाई अड्डा राष्ट्र को समर्पित

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Saturday 11 January 2014 11:45:57 PM

integrated terminal 2, dedicated to the nation

मुंबई। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कल मुंबई में छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल (टी 2) का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस टर्मिनल से हवाई अड्डों के लिए कामकाजी दक्षता और प्रचालन सुरक्षा नए वैश्विक बंचमार्क स्थापित होने की संभावना है, यह विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए राष्ट्र की क्षमता का भी उदाहरण है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह टर्मिनल उन आकांक्षाओं को पूरा करेगा, जो हमने इससे लगाई हैं, इस अत्याधुनिक फैसिलिटी के निर्माण के लिए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड के जीवीके रेड्डी और उनके साथियों की उद्यमिता कौशल की सराहना करनी होगी और मैं जानता हूं कि उन्होंने ब्राउनफील्ड हवाई अड्डे के विस्तार एवं उन्नयन, खासतौर से मुंबई जैसे भूमि की कमी वाले शहर में गंभीर चुनौतियों पर विजय हासिल की है। परियोजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए उन्होंने मंत्रिमंडल सहयोगी नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह और नागरिक उड्डयन मंत्रालय में उनकी टीम और राज्य मंत्री केसी वेणुगोपाल की भी सराहना की।
छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डे को विश्व स्तरीय बनाने के लिए कड़ी मेहनत की गई है। हाल के वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा परिषद की हवाई अड्डा यात्री सुविधा रेटिंग में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। इसकी एयरपोर्ट सेवा क्वालिटी रेटिंग 2007 में 3.53 से बढ़कर 2012 में 4.64 हो गई है, यह अब 25 से 40 मिलियन यात्री क्षमता श्रेणी में तीसरा श्रेष्ठ हवाई अड्डा है। यह दुनिया में बेहद बेहतरीन हवाई अड्डों में गिना जाएगा। नए टर्मिनल की डिजाइन विशेषताएं अत्याधुनिक हैं और खासतौर से ऊर्जा एवं जल दक्षता और इंडोर एयर क्वालिटी जैसी महत्वपूर्ण पर्यावरणीय समस्याओं से निपटने के अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर खरी उतरती हैं। यह यात्रियों के अनुकूल है और चलने में अक्षम लोगों सहित यात्रियों की सभी श्रेणियों के लिए सुविधाजनक हैं। एयरसाइड क्षमताओं को सशक्त बनाने के लिए विशेष ध्यान दिया गया है, जिसके फलस्वरूप अवरली रनवे मूवमेंट में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। टर्मिनल-2 के चालू होने से छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट कोड एफ दक्ष हो गया है तथा अब ए-380 टाइप एयरपोर्ट प्रचालन संभालने के लिए तैयार है। पीपीपी मॉडल ने विशेष रूप से नागरिक उड्डयन क्षेत्र में काम किया है और अब 5 पीपीपी एयरपोर्ट देश के करीब 55 प्रतिशत यात्री परिवहन तथा 70 प्रतिशत कार्गो को संभाल रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तुलना करें तो भारत में विमान यात्रा के लिए झुकाव फिलहाल बहुत कम है। प्रति व्यक्ति घरेलू विमान यात्रा यहां सिर्फ 0.05 प्रति वर्ष है जबकि अमरीका में यह 1.8 तथा ब्राजील में 0.25 और चीन में 0.15 है, इसलिए देश में नागरिक उड्डयन की वृद्धि के लिए असीम क्षमता है। मुंबई के लिए इस एयरपोर्ट के महत्व की अनदेखी नहीं की जा सकती। मुंबई देश की वित्तीय राजधानी है। यह उद्यम और सृजनात्मकता का प्रमुख स्रोत है, जो हमारी आर्थिक का वाहक है। यह शहर सचमुच नए टर्मिनल -2 जैसी विश्व स्तरीय सुविधाओं का हकदार है, हमने नवीं मुंबई एयरपोर्ट संबंधी सभी लंबित मुद्दे सुलझा लिए हैं, महाराष्ट्र सरकार केंद्र सरकार के सहयोग से अब इस नए एयरपोर्ट के काम पर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हम देश में ऐसी ही अनेक परियोजनाएं देखेंगे, इन शब्दों के साथ प्रधानमंत्री ने नया एकीकृत टर्मिनल -2 राष्ट्र को समर्पित किया। 

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