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भारत रूस में ई कॉमर्स व्यापार हुआ सुविधापूर्ण

भारतीय डाक और जेएससी रूस पोस्ट के बीच द्विपक्षीय समझौता

डाक विभाग ने देशभर में 1013 डाकघर निर्यात केंद्र स्थापित किए

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 6 December 2025 11:45:06 AM

e-commerce business becomes easier in india and russia

नई दिल्ली। भारतीय डाक विभाग और जेएससी रूस पोस्ट इंटरनेशनल ट्रैक्ड पैकेट सर्विस से संबंधित एक द्विपक्षीय समझौते के अंतर्गत सीमापार डाक सहयोग को और ज्यादा मजबूत करने और भारत-रूस केबीच ई कॉमर्स व्यापार की बढ़ती मात्रा को सुविधाजनक बनाएंगे। भारत रूस में आईटीपीएस के संचालन से कम मूल्य की खेपों केलिए एक किफायती, ट्रैक करने योग्य और विश्वसनीय लॉजिस्टिक्स चैनल तैयार होगा, जोकि वैश्विक ई-कॉमर्स इकोसिस्टम केलिए एक जरूरी आवश्यकता है। इस सेवा में इलेक्ट्रॉनिक अग्रिम डेटा ट्रांसमिशन, एंड-टू-एंड ट्रैकिंग और डिलीवरी की पुष्टि शामिल है, जिससे बेहतर पारदर्शिता, सुरक्षा और सीमा शुल्क निकासी में आसानी सुनिश्चित होती है।
रूस स्वास्थ्य एवं कल्याण संबंधी वस्तुओं, परिधान, आभूषण, गृहसज्जा और एमएसएमई संचालित क्षेत्रों सहित भारतीय उत्पादों केलिए एक महत्वपूर्ण एवं विस्तारित बाजार के रूपमें उभर रहा है। इस समझौते केतहत रूसी पोस्ट द्वारा तरजीही डिलीवरी दरों की पेशकश केसाथ भारतीय डाक विभाग निर्यातकों को प्रतिस्पर्धी दरों पर यह सेवा प्रदान करने में सक्षम होगा, जिससे भारतीय विक्रेताओं केलिए मूल्य प्रतिस्पर्धात्मकता और बाजार की सुलभता में सुधार होगा। छोटे व्यवसायों को वैश्विक बाजारों तक पहुंचने में सहायता प्रदान करने हेतु डाक विभाग ने सीबीआईसी के सहयोग से देशभर में 1013 डाकघर निर्यात केंद्र स्थापित किए हैं।
डाक विभाग के माध्यम से होनेवाले निर्यात का एक बड़ा हिस्सा श्रेणी-2 और श्रेणी-3 के शहरों से आता है, जो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में छोटे उद्यमों और व्यक्तिगत उद्यमियों की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है। रूस केसाथ आईटीपीएस की शुरुआत से विशेष रूपसे एमएसएमई, कारीगरों, स्टार्टअप और ग्रामीण उद्यमियों को लाभ होने की उम्मीद है, जिससे वे प्रतिस्पर्धी लॉजिस्टिक्स दरों और विश्वसनीय डिलीवरी समयसीमा केसाथ रूसी ई-मार्केटप्लेस पर अपने उत्पाद बेच सकेंगे। यह समझौता द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत करने, डिजिटल वाणिज्य को बढ़ावा देने और डाक एवं लॉजिस्टिक्स सेवाओं में सहयोग को मजबूत करने हेतु भारत और रूस की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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