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भारतीय वायुसेना की हिंडन में 93वीं वर्षगांठ

वायुसेना ने आक्रामक कार्रवाई का लोहा मनवाया-एयर चीफ

एयर चीफ मार्शल ने किया पारंपरिक सैन्य परेड का निरीक्षण

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 9 October 2025 01:02:07 PM

indian air force celebrates its 93rd anniversary at hindon

गाजियाबाद। भारतीय वायुसेना की 8 अक्टूबर 93वीं वर्षगांठ हिंडन वायुसेना स्टेशन पर धूमधाम से मनाई गई। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, थल सेनाध्यक्ष, पूर्व वायुसेना प्रमुख और भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने औपचारिक परेड का निरीक्षण किया। परेड का नेतृत्व ग्रुप कैप्टन चेतन प्रदीप देशपांडे ने किया। वर्षगांठ समारोह की शुरुआत राष्ट्रपति ध्वज की मार्चिंग से हुई, जो गौरव एकता शक्ति एवं सैन्य भावना की प्रतीक है। वायुसेना बैंड की देशभक्ति से ओतप्रोत धुनों ने मार्च पास्ट की लय निर्धारित की, जबकि वायु योद्धाओं के सटीक और ऊर्जावान कदमों ने भी ताल से ताल मिलाई। तीन एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टरों ने हवाई सलामी देकर वायुसेना प्रमुख का स्वागत किया। इनमें राष्ट्रीय ध्वज, भारतीय वायुसेना का ध्वज और ऑपरेशन सिंदूर ध्वज शामिल थे।
वायुसेना वर्षगांठ समारोह में वायुयोद्धा ड्रिल टीम ने अपनी तीक्ष्ण व समन्वित गतिविधियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वायुसेना प्रमुख ने वायुयोद्धाओं को विभिन्न श्रेणियों में 97 पदक और छह यूनिट प्रशस्तिपत्र प्रदान किए। वायुसेना प्रमुख ने परेड में भारतीय वायुसेना की साधारण शुरुआत से लेकर विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना बनने तककी असाधारण गौरवशाली यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि भारतीय वायुसेना ने अपनी आक्रामक कार्रवाईयों का लोहा मनवाया है, वायुसेना सटीकता और गति केसाथ सैन्य परिणामों को आकार देने में सक्षम है। वायुसेना प्रमुख ने कहाकि पाकिस्तान परस्त आतंकवादी संगठनों एवं आतंकवादियों को ज़मीदोज करने वाले भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर में वायुसेना के साहसिक व सटीक हमलों ने उसके पराक्रम को प्रमाणित किया है। एयर चीफ ने स्वदेशी एकीकृत हथियार प्रणालियों के प्रदर्शन में वायुसेना के विश्वास और कौशल का गर्व केसाथ बखान किया। उन्होंने नवाचार एवं अनुकूलनशीलता केप्रति वायुसेना की वचनबद्धता पर जोर दिया और प्रशिक्षण एवं योजना में उसके दृष्टिकोण का उल्लेख किया, जो ‘जैसे हम लड़ते हैं, वैसेही प्रशिक्षण लें’ के सिद्धांत पर आधारित है।
भारतीय वायुसेना की विभिन्न इकाइयों के वायुयोद्धाओं के परिकल्पित नवीन विचारों और समाधानों को इनोवेशन एरिना में प्रदर्शित किया गया, बीते वर्ष भारतीय वायुसेना की चुनौतियों, उपलब्धियों और अद्वितीय समर्पण की कहानी को जीवंत रूपमें दर्शाया गया। प्रदर्शनी में सी-17 ग्लोबमास्टर, एसयू-30 एमकेआई, अपाचे, मिग-29, मिग-21 बाइसन, राफेल, एएलएच एमके-II, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट, सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस, आकाश मिसाइल सिस्टम और रोहिणी रडार शामिल थे। वायुसेना दिवस समारोह का प्रमुख आकर्षण हेरिटेज फ्लाइट का शानदार हवाई प्रदर्शन था, इसमें ऐतिहासिक टाइगर मॉथ और एचटी-2 विमानों का संयोजन शामिल था, जिसके बाद विंटेज हार्वर्ड विमान का एकल प्रदर्शन हुआ। पारंपरिक फ्लाईपास्ट और हवाई प्रदर्शन गुवाहाटी में भी हुआ। इससे पूर्व सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने वायुसेना की वर्षगांठ पर वायुसेना कर्मियों, पूर्व सैनिकों, नागरिकों और उनके परिवारों को बधाई दी। उन्होंने वायुसेना की वायुशक्ति रणनीतियों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मन के इलाके में अंदर तक सटीकता से हमला करने की अपनी क्षमता की पुष्टि की है। सीडीएस ने दुश्मन के विमानों, हवाई हथियारों और ड्रोनों पर प्रभावी ढंग से नज़र रखने और उनपर हमला करने केलिए वायुसेना के सेंसर और रडार के जटिल नेटवर्क की सराहना की।
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहाकि भारतीय वायुरक्षा इकाइयों की सतह से हवा में मार करनेवाली मिसाइल और मानवरहित हवाई प्रणाली इकाइयों ने एकीकृत वायुकमान और नियंत्रण प्रणाली केतहत निर्बाध रूपसे काम किया और ऑपरेशन सिंदूर में उत्कृष्ट परिणाम दिए। उन्होंने स्वदेशी प्लेटफार्मों, उन्नत हथियार प्रणालियों, और संपूर्ण एयरोस्पेस क्षेत्रमें संचालन आधुनिकीकरण के भारतीय वायुसेना के निरंतर प्रयासों की भी प्रशंसा की। जनरल अनिल चौहान ने कहाकि युद्ध का स्वरूप एक गहन परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है और भविष्य के संघर्षों के तकनीक आधारित तीव्र और विविध क्षेत्रोंमें संघर्षपूर्ण होनेकी उम्मीद है। उन्होंने कहाकि इन परिस्थितियों में आधुनिक युद्ध में वायुशक्ति ही प्रमुख कारक होगी। सीडीएस ने युद्ध और मानवीय मिशनों में साहस, प्रोफेशनलिज्म और राष्ट्र सेवा की विशिष्ट विरासत केलिए वायुसेना की सराहना की। सीडीएस ने भरोसेमंद प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता के रूपमें भारतीय वायुसेना की महत्वपूर्ण भूमिकाओं को अनुकरणीय बताया। उन्होंने कहाकि भारतीय वायुसेना ने संघर्ष क्षेत्रोंमें फंसे नागरिकों को बचाकर और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता प्रदान करके अपनी पहुंच और संवेदनशीलता का निरंतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहाकि भारतीय वायुसेना वीरता का प्रतीक है, देश के आकाश की रक्षा करती है और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिकों की सहायता केलिए तत्पर रहती है।

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