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Sunday 5 October 2025 06:20:35 PM
अहिल्यानगर (महाराष्ट्र)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज अहिल्यानगर में प्रवर चीनी फैक्ट्री की विस्तारित क्षमता का लोकार्पण किया। उन्होंने देश के सहकारी आंदोलन के वास्तुकार डॉ विठ्ठलराव विखे पाटिल और डॉ बालासाहेब विखे पाटिल की प्रतिमाओं का अनावरणकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने कहाकि डॉ विठ्ठलराव विखे पाटिल ने किसानों को संगठितकर उनके बाज़ार, रोज़गार व आर्थिक स्वावलंबन हेतु सहकारी संस्थाओं का विशाल नेटवर्क बनाया और पहली सहकारी चीनी मिल की स्थापना की, वहीं डॉ बालासाहेब विखे पाटिल ने भारत के ग्रामीण विकास, सहकार और शिक्षा स्वास्थ्य क्षेत्रों में अमूल्य योगदान दिया। अमित शाह ने कहाकि महाराष्ट्र के सहकारिता के इतिहास में पद्मश्री डॉ विट्ठलराव विखे पाटिल, धनंजय राव गाडगिल और बैकुंठ भाई मेहता की त्रिमूर्ति की अनुकरणीय भूमिका है। उन्होंने कहाकि इन्होंने दुनिया में एक प्रकार से सबसे पहली कोऑपरेटिव चीनी मिल शुरू की, जिससे न सिर्फ महाराष्ट्र, बल्कि गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के किसान भी समृद्ध हुए।
गृहमंत्री अमित शाह इससे पहले शिरडी साईंधाम में साईं बाबा के दर्शनकर देशवासियों केलिए सुख समृद्धि की शुभकामनाएं कीं। गृहमंत्री ने जिक्र कियाकि इसबार महाराष्ट्र में किसानों की 60 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि और फसल भारी वर्षा से बरबाद हो गई। उन्होंने कहाकि वित्तीय वर्ष 2025-26 में केंद्र के शेयर केतहत 3132 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को दिए गए हैं, जिसमें से 1631 करोड़ रुपये मोदी सरकार ने अप्रैल माह में ही दे दिए थे। गृहमंत्री ने महाराष्ट्र सरकार को आश्वस्त कियाकि केंद्र सरकार महाराष्ट्र के किसानों की मदद करने में ज़रा भी देरी नहीं करेगी। अमित शाह ने कहाकि महाराष्ट्र सरकार की देवेंद्र फड़नवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार की त्रिमूर्ति ने किसानों केलिए कई सारी पहलें की हैं। उन्होंने कहाकि महाराष्ट्र सरकार ने 2215 करोड़ रुपये का राहत पैकेज दिया है, जिससे 31 लाख से अधिक किसानों को मदद मिली। अमित शाह ने कहाकि 10 हज़ार रुपए नकद और 35 किलो खाद्यान्न देने का इनीशियेटिव भी महाराष्ट्र सरकार ने लिया। उन्होंने कहाकि किसानों के शॉर्ट टर्म फायनांस के ऋण वसूली पर रोक लगाई गई है, भूराजस्व और स्कूली परीक्षा में छूट दी गई है। उन्होंने कहाकि यहसब इसीलिए संभव हुआ है, क्योंकि महाराष्ट्र की जनता ने किसानों की चिंता करने वाली सरकार चुनी है।
अमित शाह ने कहाकि चीनी मिलों का मुनाफा व्यापारियों के घर में जाने के बजाय किसानों के बैंक अकाउंट में जाने की व्यवस्था के पुरोधा पद्मश्री डॉ विट्ठलराव विखे पाटिल थे। उन्होंने कहाकि पद्मश्री डॉ विट्ठलराव विखे पाटिल के ही सुपुत्र डॉ बालासाहेब विखे पाटिल ने न सिर्फ कोऑपरेटिव को मज़बूत किया, बल्कि कोऑपरेटिव इंस्टीट्यूट के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्रोंमें कोऑपरेटिव के मुनाफे से विकास करने की नई परंपरा शुरू की। आठ दशक से अधिक लंबे अपने जीवन में वे 7 बार सांसद चुनकर आए और उन्होंने अटलजी की सरकार में काम भी किया। अमित शाह ने कहाकि उनके इनिशियेटिव से ही भारतीय रिज़र्व बैंक ने माधोपुरा मर्केंटाइल कोऑपरेटिव बैंक को एक रिवाइवल पैकेज दिया, जिस कारण गुजरात के 225 कोऑपरेटिव बैंक को बचाया जा सका। उन्होंने कहाकि इन दोनों विभूतियों का सहकारिता, ग्रामीण विकास और किसानों के कल्याण में बहुत बड़ा योगदान है। अमित शाह ने कहाकि आज डॉ विट्ठलराव विखे पाटिल सहकारी चीनी मिल का नवीनीकरण हुआ है, जब 1950-51 में इसकी स्थापना हुई, तब इसकी क्षमता 500 टन गन्ना प्रतिदिन प्रोसेस करने की थी, जो आज 7200 टन गन्ना प्रतिदिन हो गई है। आनेवाले समय में इसकी प्रोसेसिंग क्षमता 7200 टन से बढ़कर 15 हज़ार टन गन्ना प्रतिदिन हो जाएगी।
सहकारिता मंत्री ने कहाकि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की, तब सहकारिता क्षेत्रमें सहकारी चीनी मिलों को मज़बूत करने केलिए राष्ट्रीय सहकारिता विकास निगम की योजना आई, जो अच्छे यूनिट्स थे, उन्हें फाइनेंस किया गया, इनमें से आज डॉ विट्ठलराव विखे पाटिल सहकारी चीनी मिल का विस्तारीकरण किया गया है। उन्होंने कहाकि इस चीनी मिल का अल्कोहल डिस्टिलेशन संयंत्र 15 किलोलीटर प्रतिदिन की क्षमता से बढ़कर 92 किलोलीटर प्रतिदिन का हो गया है, इसकी क्षमता बढ़ाकर 240 किलोलीटर प्रतिदिन करने की अनुमति दे दी गई है। इसी प्रकार इथेनॉल संयंत्र अब 150 किलोलीटर प्रतिदिन का हो गया है, बायोगैस प्लांट की क्षमता अब 30 हज़ार क्यूबिक मीटर प्रतिदिन हो गई है, साथही कोजेनेरेशन प्लांट की क्षमता 68 मेगावॉट तक पहुंच गई है। सहकारिता मंत्री ने उल्लेख कियाकि चीनी मिलों की संख्या में 67 की वृद्धि हुई है, चीनी उत्पादन में 10 लाख मीट्रिक टन की बढ़ोत्तरी हुई है, डिस्टलरी 2 गुना बढ़ी है, इथेनॉल उत्पादन क्षमता 5 गुना और इसकी आपूर्ति 10 गुना बढ़ी है। इसके अलावा पेट्रोल में इथेनॉल की ब्लेंडिंग 20 प्रतिशत तक पहुंच गई है। उन्होंने कहाकि यह बताता हैकि नरेंद्र मोदीजी के प्रधानमंत्री बनने केबाद देश की कोऑपरेटिव चीनी मिलों को कितना बड़ा फायदा हुआ है।
अमित शाह ने कहाकि मोदी सरकार ने सबसे बड़ा काम किसानों का 10 हज़ार करोड़ से अधिक का आयकर माफ करने का किया है। उन्होंने कहाकि टैक्स सेटलमेंट में कोऑपरेटिव सेक्टर को कॉरपोरेट्स के समान स्थान दिलाया है, इससे अब सहकारी चीनी मिलों पर हरसाल 4400 करोड़ रूपये का बोझ नहीं आएगा। अमित शाह ने सहकारिता चीनी मिलों से अपील कीकि वे अपने इथेनॉल संयंत्र को मल्टीफीड इथेनॉल संयंत्र बनाएं और इसके अंदर सब्ज़ियों के कचरे, मक्का और चावल से इथेनॉल बनाने की व्यवस्था करें। उन्होंने कहाकि इसके लिए ज़रूरी वित्तीय सहायता एनसीडीसी से उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहाकि हमने इथेनॉल खरीदी में सभी कोऑपरेटिव्स को प्राथमिकता दी है, एनसीडीसी की ऋण योजना से 10 हज़ार करोड़ रूपए प्रदान किए हैं और शीरा पर जीएसटी को 28 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया है। अमित शाह ने सुझायाकि सहकारी चीनी मिलों को नॉन क्रशिंग सीज़न में भी मल्टीफीड इथेनॉल का उत्पादन करना चाहिए, फ्रोज़न सब्जी, फल, जूस, फ्रूट पल्प आदि बनाने केलिए भी विस्तार करना चाहिए। उन्होंने कहाकि नेफेड और एनसीसीएफ केसाथ अनुबंधकर सहकारी चीनी मिलों को मल्टीडायमेंशनल बनाने की ज़रूरत है। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार और केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल भी उपस्थित थे।