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Saturday 19 July 2025 02:29:53 PM
दुर्गापुर (कोलकाता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की विख्यात इस्पात नगरी दुर्गापुर में 5400 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने यहां जनसमूह को भी संबोधित किया और कहाकि दुर्गापुर भारत की श्रम शक्ति का एक प्रमुख केंद्र है, जिसका भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि ये परियोजनाएं इस क्षेत्र में संपर्क को बेहतर बनाएंगी, गैस आधारित परिवहन और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देंगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि परियोजनाएं मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं, इससे क्षेत्र के युवाओं को रोज़गार के अनेक नए अवसर मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि वैश्विक चर्चा भारत के विकसित राष्ट्र बनने के संकल्प के इर्द-गिर्द घूम रही है। उन्होंने इसका श्रेय भारत में निरंतर प्रगति परिवर्तनकारी बदलावों को दिया, जिनका सामाजिक, भौतिक और आधुनिक डिजिटल बुनियादी ढांचा है, इसका लाभ पश्चिम बंगाल सहित हर राज्य को मिल रहा है। उन्होंने इस बात को खुलकर कहाकि टीएमसी बंगाल के विकास की बड़ी बाधा है, जिसके कारण यहां का विकास रुका हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में रेल संपर्क में अभूतपूर्व प्रगति का उल्लेख किया और कहाकि बंगाल बड़ी संख्या में वंदे भारत रेलगाड़ियों का संचालन करने वाले अग्रणी राज्यों में से एक है। उन्होंने कोलकाता मेट्रो के तीव्रगति से विस्तार और नई रेल लाइन पटरियों के दोहरीकरण और विद्युतीकरण के कार्यों पर प्रकाश डाला। नरेंद्र मोदी ने बतायाकि देश में कई रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, बड़ी संख्या में रेलवे ओवरब्रिज भी बनाए जा रहे हैं, पश्चिम बंगाल में दो और रेलवे ओवरब्रिज का उद्घाटन किया गया है, इन सभी प्रयासों से बंगाल के लोगों का जीवन और ज्यादा आसान हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि इस क्षेत्र के हवाई अड्डे को भी एकीकृत किया गया है, पिछले वर्ष में ही 5 लाख से अधिक यात्रियों ने उड़ान योजना सुविधा के माध्यम से यात्रा की है। उन्होंने कहाकि बुनियादी ढांचा न केवल सुविधा बढ़ाता है, बल्कि हजारों युवाओं केलिए रोज़गार के अवसर भी पैदा करता है। उन्होंने कहाकि इन परियोजनाओं में उपयोग कच्चे माल का उत्पादन भी पर्याप्त रोज़गार के अवसर पैदा कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि इन 10-11 वर्ष में भारत ने गैस कनेक्टिविटी में अभूतपूर्व प्रगति की है, एलपीजी देशभर के घरों तक पहुंच गई है, जिसे वैश्विक मान्यता भी प्राप्त हुई है। उन्होंने वन नेशन, वन गैस ग्रिड दृष्टिकोण और प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना के शुभारंभ पर सरकार के काम पर दृष्टिपात किया, जिसके अंतर्गत पश्चिम बंगाल सहित छह पूर्वी राज्यों में गैस पाइपलाइन बिछाई जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहाकि इन राज्यों में उद्योगों और रसोई तक सस्ती पाइप गैस की उपलब्धता से क्षेत्र में वाहन सीएनजी से चल सकेंगे और उद्योग गैस आधारित तकनीकों को अपना सकेंगे। उन्होंने कहाकि दुर्गापुर का औद्योगिक क्षेत्र अब राष्ट्रीय गैस ग्रिड का हिस्सा बन गया है, इस परियोजना से क्षेत्रके उद्योगों और पश्चिम बंगाल के लगभग 30 लाख घरों तक पाइप से सस्ती गैस मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि दुर्गापुर और रघुनाथपुर में प्रमुख इस्पात और विद्युत संयंत्रों को नई तकनीक केसाथ उन्नत किया गया है, इन संयंत्रों में लगभग 1500 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। नरेंद्र मोदी ने इन परियोजनाओं के सफल समापन पर बंगाल के लोगों को विशेष रूप से बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि चाहे भारत के कारखाने हों या खेत, हर प्रयास एक ही संकल्प से प्रेरित है-भारत को वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाना है। उन्होंने सरकार के भविष्य के मार्ग को विकास के माध्यम से सशक्तिकरण, रोज़गार के माध्यम से आत्मनिर्भरता और संवेदनशीलता के माध्यम से सुशासन को रेखांकित किया। नरेंद्र मोदी ने यह कहते हुए अपने संबोधन का समापन कियाकि इन मूल्यों को कायम रखते हुए पश्चिम बंगाल को भारत की विकास यात्रा का एक मजबूत इंजन बनाया जाएगा। नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना उनके शासन की कड़ी आलोचना की और कहाकि टीएमसी के सत्ता से बाहर होने पर पश्चिम बंगाल का बहुत तेजी से विकास होगा। कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, शांतनु ठाकुर और डॉ सुकांत मजूमदार, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी, फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेता और बड़ी संख्या में बंगाल के जनसमूह की भागीदारी देखी गई।