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भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग में बढ़ रहीं नौकरियां!

जेटकिंग के सीईओ और प्रबंध निदेशक हर्ष भरवानी का विश्लेषण

कोडिंग मानकों के पुनर्गठन और निवेश करने की आवश्यकता

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 12 December 2022 03:50:21 PM

harsh bharwani

मुंबई। जेटकिंग के सीईओ और प्रबंध निदेशक हर्ष भरवानी ने कहा हैकि भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग में नौकरियों का भविष्य उज्ज्वल है। हर्ष भरवानी ने इस क्षेत्र के अपने विश्लेषण में पाया हैकि निकट भविष्य में ही कंपनियों को कुशल विशेषज्ञों की आवश्यकता होगी, जो क्लाउड सेवाओं के सभी चरणों में सुरक्षा का वादा कर सकेंगे। हर्ष भरवानी ने कहाकि सबसे पहले शिक्षा में क्लाउड कंप्यूटिंग का भविष्य है और इस डोमेन के आसपास के उद्योगों में साउंड क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाएं बदलती नज़र आएंगी। हर्ष भरवानी का कहना हैकि बेहतर क्लाउड सेवाओं को तीन प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है-आपके पास सेवाके रूपमें बुनियादी ढांचा, मंच और सॉफ्टवेयर। उपयोगकर्ता के अनुकूल और पुराने संगठनों में उपयोग की जानेवाली ये तीन प्रकार की महत्वपूर्ण सेवाएं हैं।
हर्ष भरवानी ने कहाकि जब अधिक से अधिक सेवाएं इन सुविधाओं का समर्थन करने में सक्षम होती हैं तो संगठनों केलिए स्थानांतरित करना आसान हो जाता है, एक समय में स्कूल और कॉलेज क्लाउड कंप्यूटिंग के लाभ उठाना शुरू कर देंगे। हर्ष भरवानी ने कहाकि सेवाप्रदाताओं केलिए यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण हैकि साइबर हमलों को दूर रखा जाए, यहां तककि छोटी कंपनियां जो सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं देती हैं, उन्हें अपने व्यवसाय मॉडल को बदलने की जरूरत है। हर्ष भरवानी ने कहाकि क्लाउड कंप्यूटिंग सुरक्षा के भविष्य के दायरे में सुधार पर जोर देनेवाले अध्ययनों और प्रौद्योगिकियों को आनेवाले दिनों में अपने सिद्धांतों को साबित करने केलिए बड़े और बेहतर प्लेटफॉर्म मिलेंगे। हर्ष भरवानी ने कहाकि क्यों मॉड्यूलर सॉफ्टवेयर विकास को एक आधारशिला माना जाता है, जो क्लाउड कंप्यूटिंग तकनीक के भविष्य को मोड़ या तोड़ सकता है।
हर्ष भरवानी ने कहाकि कंपनियों को क्लाउड टेक्नोलॉजी कोड का लाभ उठाने में सक्षम होने केलिए और अनुप्रयोगों को छोटे-छोटे हिस्सों में तोड़ना पड़ता है, जो एक दूसरे केसाथ युग्मित नहीं होते हैं। हर्ष भरवानी ने बतायाकि इससे डेवलपर्स केलिए अपने कार्यों को क्लाउड में अपलोड करना आसान हो जाता है, साथही यह लोगों केलिए दूरस्थ स्थानों से सामग्री तक पहुंचना आसान बनाता है। हर्ष भरवानी ने कहाकि दूसरी ओर कोड मॉड्यूलर होने पर सुरक्षा और सुविधाओं की उपलब्धता में सुधार होता है, लंबे समय में मॉड्यूलर कोड में निवेश करने वाली कंपनियां अधिक पैसा भी बचा सकती हैं। हर्ष भरवानी ने कहाकि ये बिंदू साबित करते हैंकि क्लाउड कंप्यूटिंग केलिए विकास की गुंजाइश बहुत अधिक है और अधिक से अधिक संगठनों को इस तकनीक के उपयोग को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।
हर्ष भरवानी ने कहाकि वास्तव में उन्हें कोडिंग मानकों का पुनर्गठन और निवेश करने की आवश्यकता है। हर्ष भरवानी ने कहाकि क्लाउड कंप्यूटिंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी अवधारणाओं से दृढ़ता से जुड़ा हुआ है, जब डेटा क्लाउड में संग्रहीत हो जाता है तो IoT केलिए प्रदर्शन, सुरक्षा और कार्यक्षमता सुनिश्चित करना आसान हो जाता है। उनका कहना हैकि एकमात्र सीमा नेटवर्क की गति होगी, जो उसको नियंत्रित करती है, जिसपर डेटा एकत्र किया जाता है और संसाधित किया जाता है और यदि नेटवर्क तेज है तो क्लाउड कंप्यूटिंग के उपयोग से सबकुछ ठीक हो जाएगा। क्लाउड कम्यूटिंग या मेघ संगणना वास्तव में इंटरनेट-आधारित प्रक्रिया और कंप्यूटर ऐप्लीकेशन का इस्तेमाल है। गूगल एप्स क्लाउड कंप्यूटिंग का एक उदाहरण है जो बिज़नेस ऐप्लीकेशन ऑनलाइन मुहैया कराता है और वेब ब्राउजर का इस्तेमाल करके इसतक पहुंचा जा सकता है।

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