यूपी के तराई क्षेत्र में संपर्क और विकास के लिए रेलवे का बड़ा कदम
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव और जितिन प्रसाद ने दिल्ली से दिखाई झंडीस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 28 November 2025 11:52:46 AM
नई दिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने रेल भवन दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए गोरखपुर-पीलीभीत एक्सप्रेस के इज्ज़तनगर (बरेली) तक विस्तार को हरी झंडी दिखाई। यह ट्रेन पहले लखीमपुर और गोरखपुर केबीच चलती थी और कुछ महीने पहले ही इसकी सेवा पीलीभीत तक बढ़ाई गई थी, अब इसे बरेली तक विस्तारित कर दिया गया है। यह पहल उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में संपर्क को मजबूत करने और इसे विकास की मुख्यधारा से और अधिक प्रभावी ढंग से जोड़ने की दिशामें रेलवे का उठाया गया एक बड़ा कदम है। इज्ज़तनगर (बरेली) तक रेल सेवा विस्तार का इंतज़ार स्थानीय निवासियों को लंबे समय से था, अब इसके पूरा होने से इस क्षेत्र को दूरगामी लाभ होने की उम्मीद है।
गोरखपुर-पीलीभीत एक्सप्रेस के इज्ज़तनगर (बरेली) तक विस्तार से कृषि और वन उत्पादों केलिए बेहतर बाज़ार पहुंच मुमकिन होगी, लोगों की आवागमन संबंधी ज़रूरतें पूरी होंगी और तराई क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी तेज़ी आएगी। बेहतर संपर्क के चलते पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे समग्र क्षेत्रीय विकास को बल मिलेगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस अवसर पर वर्ष 2014 से उत्तर प्रदेश में हुए रेलवे के अभूतपूर्व विकास पर प्रकाश डाला। उन्होंने बतायाकि राज्य में 5272 किलोमीटर नए ट्रैक बनाए गए हैं, जो स्विट्जरलैंड के पूरे रेल नेटवर्क से भी ज़्यादा है, इसके साथ ही राज्य ने अपने रेल मार्गों का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण भी हासिल कर लिया है। उन्होंने बतायाकि इस अवधि के दौरान पूरे उत्तर प्रदेश में 1660 फ्लाईओवर और रोड अंडरब्रिज बनाए गए हैं। रेल मंत्री ने जानकारी दीकि यात्रियों हेतु सुविधा बढ़ाने केलिए भारतीय रेलवे ने विभिन्न स्टेशनों पर 154 लिफ्ट और 156 एस्केलेटर लगाए हैं और अब उत्तर प्रदेश के 771 स्टेशनों पर वाईफाई की सुविधा भी उपलब्ध है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहाकि राज्य में वर्तमान में 34 वंदे भारत एक्सप्रेस और 26 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं, जिससे मुसाफिरों केलिए उच्चगुणवत्ता वाले यात्रा विकल्पों में खासा सुधार हुआ है। उन्होंने कहाकि इन 11 वर्ष में लखनऊ-पीलीभीत गॉज परिवर्तन, पीलीभीत-शाहजहांपुर गॉज परिवर्तन और बरेली-टनकपुर गॉज परिवर्तन सहित 48 लंबित परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जिनमें से सभी कई वर्षों से प्रगति की प्रतीक्षा में थीं। अश्विनी वैष्णव ने राज्य में रेलवे निवेश में हुई अप्रत्याशित वृद्धि का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि उत्तर प्रदेश केलिए बजट आवंटन जो 2014 से पहले 1109 करोड़ रुपए था, अब 18 गुना बढ़कर 19858 करोड़ रुपए हो गया है। उन्होंने कहाकि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तर प्रदेश के 157 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है, इसमें अकेले पश्चिमी और उत्तरी उत्तर प्रदेश के 48 स्टेशन शामिल हैं जैसे-मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, बुलंदशहर, गढ़मुक्तेश्वर, गाजियाबाद, मेरठ सिटी, मोदीनगर, रामघाट, बिजनौर, धामपुर, मुरादाबाद, नजीबाबाद, पीलीभीत और बरेली आदि।
उत्तर प्रदेश के इन 157 स्टेशनों में से 10 स्टेशनों का उद्घाटन पहले ही किया जा चुका है, जबकि बाकी स्टेशनों पर काम तेजी से चल रहा है। यह व्यापक पुनर्विकास अभियान राज्यभर में आधुनिक और यात्री अनुकूल रेलवे बुनियादी ढांचे के एक नए युग की शुरुआत कर रहा है। राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने पीलीभीत को प्राथमिकता देने केलिए अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त किया और कहाकि इन रेल सेवाओं के विस्तार से सबसे ज़्यादा लाभ छात्रों, किसानों और पर्यटकों को होगा। कार्यक्रम में बरेली के सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, विधान परिषद सदस्य डॉ सुधीर गुप्ता, पूरनपुर के विधायक बाबूराम और जनप्रतिनिधियों ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त किया। गौरतलब हैकि रेलवे गोरखपुर-पीलीभीत एक्सप्रेस का इज्ज़तनगर (बरेली) तक विस्तार करके यात्रियों की सुविधा बढ़ाने, परिवहन विकल्पों का विस्तार करने की अपनी प्रतिबद्धता पर लगातार काम कर रहा है, ताकि तराई क्षेत्र को बेहतर, विश्वसनीय और टिकाऊ रेल सेवाएं प्राप्त हों।