रामोजी राव की जयंती पर प्रथम रामोजी उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए
'रामोजी राव ने भारतीय पत्रकारिता मनोरंजन व उद्यमिता में क्रांति लाई'स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 17 November 2025 04:37:52 PM
हैदराबाद। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने रामोजी फिल्म सिटी हैदराबाद में आज रामोजी समूह के स्थापना दिवस और इसके संस्थापक रामोजी राव की जयंती पर आयोजित प्रथम रामोजी उत्कृष्टता पुरस्कार-2025 समारोह में सात श्रेणियों में रामोजी उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए। उपराष्ट्रपति ने ग्रामीण विकास केलिए अमला अशोक रुइया, युवा आइकन केलिए श्रीकांत बोल्ला, विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्रमें प्रोफेसर माधवी लता गली, मानवता की सेवा केलिए आकाश टंडन, कला और संस्कृति केलिए प्रोफेसर सथुपति प्रसन्ना, पत्रकारिता केलिए जयदीप हार्डिकर और महिला उपलब्धि केलिए पल्लबी घोष को प्रमुख रूपसे पुरस्कृत किया। उपराष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहाकि रामोजी उत्कृष्टता पुरस्कार की शुरूआत ऐसी शख्सियत केलिए एक उपयुक्त श्रद्धांजलि है, जो उत्कृष्टता के प्रतीक, दूसरों को प्रेरित करने वाले, समाज में सकारात्मक बदलाव लानेवाले व्यक्तियों और संस्थानों को सम्मानित करता है।
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने कहाकि रामोजी राव एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने विचारों को संस्थाओं में तथा सपनों को सच्चाई में बदल दिया, वे न केवल मीडिया और संचार के क्षेत्रमें अग्रणी थे, बल्कि एक राष्ट्र निर्माता भी थे, जो सूचना, रचनात्मकता और उद्यम की शक्ति में गहरा विश्वास करते थे। उपराष्ट्रपति ने कहाकि ईनाडु से रामोजी फिल्म सिटी, ईटीवी नेटवर्क से अनेक अन्य उपक्रमों तक रामोजी राव के कार्यों ने भारतीय पत्रकारिता, मनोरंजन और उद्यमिता में क्रांति ला दी। उन्होंने कहाकि सत्य, नैतिकता और उत्कृष्टता केप्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता देशभर की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। मीडिया की भूमिका पर उन्होंने कहाकि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जानेवाला प्रेस एक जागरुक नागरिक वर्ग को बनाए रखने में केंद्रीय भूमिका निभाता है। सूचना की अधिकता और गलत सूचनाओं से भरे इस युग में उपराष्ट्रपति ने सत्यनिष्ठ, नैतिक और ज़िम्मेदार पत्रकारिता के महत्वपूर्ण महत्व पर ज़ोर दिया।
उपराष्ट्रपति ने कहाकि सत्य और निष्पक्षता मीडिया संस्थानों का आधार है और यह बना रहना चाहिए। उन्होंने कहाकि जैसे-जैसे देश विकसित भारत @ 2047 के विज़न की ओर अग्रसर है, मीडिया संगठनों को नवाचार, स्टार्टअप, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण परिवर्तन की कहानियों को उजागर करके राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनना चाहिए। उन्होंने नशा मुक्त भारत बनाने और नागरिकों को असली व नकली समाचारों केबीच अंतर करने में मदद करने में मीडिया की प्रमुख भूमिका पर भी जोर दिया, विशेष रूपसे एआई में तेजीसे प्रगति के युग में। उपराष्ट्रपति ने इन पुरस्कारों की स्थापना केलिए रामोजी समूह की सराहना करते हुए कहाकि वे स्मृति को प्रेरणा में तथा विरासत को उद्देश्यपूर्ण कार्य में परिवर्तित करते हैं। उन्होंने पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को बधाई दी और उन्हें उत्कृष्टता का अग्रदूत बताया। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि उनकी उपलब्धियां अन्य लोगों को प्रेरित करेंगी।
उपराष्ट्रपति ने कहाकि इस समारोह में न केवल उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने वालों का जश्न मनाया गया, बल्कि इस शाश्वत सत्य को भी बल मिलाकि जब उत्कृष्टता को ईमानदारी और उद्देश्यपूर्ण तरीके से अपनाया जाता है तो यह राष्ट्र और मानवता दोनों केलिए लाभदायक होता है। कार्यक्रम में तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा, पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी, नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू, पूर्व मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना, रामोजी समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक चौधरी किरण, प्रमुख फिल्मी हस्तियां और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।