उपराष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के प्रयासों को खूब सराहा
विशाखापत्तनम में हुआ 30वां सीआईआई साझेदारी शिखर सम्मेलनस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 15 November 2025 03:21:02 PM
विशाखापत्तनम। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने विशाखापत्तनम में 30वें भारतीय उद्योग परिसंघ साझेदारी शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में कारोबार क्षेत्र की अग्रणी हस्तियों, नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के दिग्गजों और वैश्विक साझेदारों सहित 2500 से अधिक प्रतिनिधियों को संबोधित किया। उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के त्वरित औद्योगिक और आर्थिक विकास पर प्रकाश डाला। सीपी राधाकृष्णन ने कहाकि करोड़ों लोगों को ग़रीबी से ऊपर उठाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी उपलब्धि है, जो धन और अवसर पैदा करने वाली निरंतर आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करके संभव हुई है।
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने देश में सबसे अनुकूल कारोबारी वातावरण बनाने केलिए मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली आंध्र प्रदेश सरकार की सराहना की। उन्होंने कहाकि नवाचार, इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और व्यापार अनुकूल इकोसिस्टम को बढ़ावा देने में मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के प्रयासों ने आंध्र प्रदेश को औद्योगिक विकास के राष्ट्रीय मॉडल के रूपमें स्थापित किया है। उपराष्ट्रपति ने दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बताई और सबसे तेजीसे बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के रूपमें भारत की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहाकि भारत में कारोबारी सुगमता अपने सर्वोत्तम स्तरपर है, क्योंकि हर क्षेत्रमें सुधार हो रहे हैं, चाहे वह श्रम कानून हों, कर सुधार हों, इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो या डिजिटल इंडिया जैसी डिजिटल पहल हो। उन्होंने कहाकि भारत में निवेश करने का यह सही समय है।
उपराष्ट्रपति ने कहाकि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है और स्वच्छ प्रौद्योगिकी का एक प्रमुख निर्यातक बनने की ओर अग्रसर है, जो पर्यावरणीय रूपसे सतत विकास केप्रति देश की प्रतिबद्धता की पुन: पुष्टि करता है। सीपी राधाकृष्णन ने न्यायसंगत और समावेशी वैश्विक सहयोग केप्रति भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहाकि भारत सभी देशों केसाथ उनके आकार की परवाह किए बिना समान व्यवहार करता है। उन्होंने आंध्र प्रदेश राज्य के एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था प्राप्त करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य केप्रति विश्वास व्यक्त करते हुए कहाकि यह शिखर सम्मेलन समावेशी विकास को बढ़ावा देने और भारत को एक वैश्विक आर्थिक अग्रणी के रूपमें स्थापित करने केलिए प्रौद्योगिकी, विश्वास और व्यापार को आगे बढ़ाने केलिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूपमें काम करेगा। उपराष्ट्रपति ने आशा व्यक्त कीकि विशाखापत्तनम निवेश केलिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूपमें विकसित होगा और आंध्र प्रदेश क्वांटम प्रौद्योगिकी और हरित हाइड्रोजन का एक हब भी बनेगा।
दो दिवसीय सीआईआई साझेदारी शिखर सम्मेलन केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय केतहत उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग और आंध्र प्रदेश सरकार केसाथ साझेदारी में आयोजित किया गया था। आंध्र प्रदेश ने चौथीबार इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। गौरतलब हैकि सीआईआई शिखर सम्मेलन व्यापार और उद्योग के भविष्य को आकार देने केलिए विचारकों, नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के दिग्गजों और वैश्विक साझेदारों को एकसाथ लाता है। शिखर सम्मेलन का विषय था-‘प्रौद्योगिकी, विश्वास और व्यापार: नई भू-आर्थिक व्यवस्था की खोज।’ शिखर सम्मेलन में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस अब्दुल नज़ीर, मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, नागर विमानन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू, केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग राज्यमंत्री भूपतिराजू श्रीनिवास वर्मा, केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार राज्यमंत्री डॉ चंद्रशेखर पेम्मासानी उपस्थित थे।