फिल्म निर्माता राहुल रवैल ने धर्मेंद्र केसाथ अनमोल यादें साझा कीं
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में धर्मेंद्र को भावभीनी श्रद्धांजलि!स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 25 November 2025 05:56:47 PM
पणजी। भारतीय सिनेमा अपने सबसे महान, प्रिय और प्रतिष्ठित अभिनेताओं में से एक दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर शोकाकुल है। आज 56वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सिनेप्रेमियों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। जानेमाने फिल्म निर्माता राहुल रवैल ने कहाकि हमने एक महान इंसान खो दिया है। उन्होंने रुपहले पर्दे के सबसे चमकते सितारों में से एक धर्मेंद्र केसाथ गुजारे गए समय की अपनी अनमोल यादें साझा कीं। उन्होंने सबसे पहले सभीसे धर्मेंद्र के परिवार के असहनीय दुःख को साझा करते हुए उनके निराले जीवन को याद करने का आग्रह किया। उन्होंने कहाकि धर्मेंद्र एक प्रतिष्ठित अभिनेता और अद्भुत इंसान थे।
राहुल रवैल ने कहाकि हम भाग्यशाली हैंकि ऐसे दौर में रहे, जब धर्मेंद्रजी जैसे दिग्गज कलाकार काम कर रहे थे। उन्होंने इस सदाबहार सितारे के सम्मान में विशेष श्रद्धांजलि समारोह आयोजित करने केलिए आईएफएफआई के आयोजकों केप्रति आभार प्रकट किया। राहुल रवैल ने कहाकि महान व्यक्तित्व, प्रिय कलाकार और बेजोड़ गर्मजोशी वाले व्यक्ति धर्मेंद्र की विरासत सदैव भारतीय सिनेमा के हृदय में अंकित रहेगी। राज कपूर की फ़िल्म मेरा नाम जोकर में सहायक निर्देशक के रूपमें अपने दिनों को याद करते हुए राहुल रवैल ने बतायाकि कैसे धर्मेंद्र ने ट्रैपीज़ कलाकार महेंद्र कुमार की भूमिका बेजोड़ समर्पण केसाथ निभाई थी। उन्होंने बतायाकि कैसे वे एक महीने तक हर रोज़ शाम की फ्लाइट से दिल्ली आते थे, सुबह 5 बजे तक शूटिंग करते थे और फिर फिल्म आदमी और इंसान की शूटिंग जारी रखने केलिए मुंबई लौट जाते थे, यह एक बेहद थकाऊ शेड्यूल था, लेकिन उसका उन्होंने हमेशा पालन किया। राहुल रवैल ने बेताब (1983) की शूटिंग के दिनों को याद किया, जो धर्मेंद्र के बेटे सनी देओल की पहली फिल्म थी। कश्मीर में फिल्मांकन के दौरान धर्मेंद्र की एक झलक पाने केलिए भारी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ती थी।
अभिनेता धर्मेंद्र ने फिल्म रिलीज़ होने केबाद बांद्रा पश्चिम के गेयटी सिनेमा में कई दिन तक हर शाम अपने बेटे की पहली फिल्म देखी और उसके बाद निर्देशक राहुल रवैल के घर जाकर ठीक उसी उत्साह केसाथ फिल्म पर चर्चा करते थे जैसे किसी ने उसे पहलीबार देखा हो। राहुल रवैल ने इस बातपर गर्व व्यक्त कियाकि महान अभिनेता धर्मेंद्र की संतानें उनकी शानदार विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। उन्होंने भावुक होकर कहाकि धरमजी एक ऐसे व्यक्ति थे, जिनके जीवन की सराहना की जानी चाहिए, क्योंकि उन्होंने लोगों को बहुत खुशी दी। राहुल रवैल ने दिल्ली के एक पुलिस अधिकारी का किस्सा सुनाया, जो धर्मेंद्र से मिलने और उनके पैर छूने केलिए तरस रहा था, जब उसे पता चलाकि धर्मेंद्रजी का निधन हो गया है तो वह अधिकारी बहुत दुखी हुआ, उसने उनको फोन किया और सनी देओल से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त करने की इच्छा जताई। राहुल रवैल ने कहाकि यह धरमजी के अनुकरणीय व्यक्तित्व की ताकत है। उन्होंने धर्मेंद्र को पितातुल्य बताया, जिन्होंने उनके करियर को आगे बढ़ाने में सहायता की और हर कदम पर समर्थन किया। उन्होंने धर्मेंद्र को एक अद्भुत निर्माता भी बताया।