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Thursday 25 September 2025 02:02:58 PM
नई दिल्ली। डीआरडीओ ने सामरिक बल कमान (एसएफसी) के सहयोग से पूर्ण परिचालन परिदृश्य के अंतर्गत रेल आधारित मोबाइल लांचर प्रणाली से मध्यम दूरी की अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया है। करीब 2000 किलोमीटर तककी दूरी तक मार करने केलिए डिजाइन की गई अगली पीढ़ी की यह मिसाइल विभिन्न उन्नत सुविधाओं से लैस है। यह एक गेम चेंजर रोड-सह-रेल मिसाइल प्रणाली केसाथ सामरिक बलों की शक्ति में वृद्धि करेगी। पहलीबार विशेष रूपसे डिज़ाइन किएगए रेल आधारित मोबाइल लॉंचर से यह प्रक्षेपण किया गया और यह मिसाइल रेल नेटवर्क से बिना किसी बाधा के देशभर में गतिशीलता प्रदान करने केसाथ कम दृश्यता केसाथ-साथ कम प्रतिक्रिया समय में भी प्रक्षेपण करने की क्षमता रखती है। अग्नि प्राइम मिसाइल स्वदेशी और अत्याधुनिक संचार प्रणालियों, सुरक्षा तंत्रों सहित स्वतंत्र प्रक्षेपण क्षमता सुविधाओं से सुसज्जित है।
अग्नि प्राइम मिसाइल के प्रक्षेप पथ की विभिन्न ग्राउंड स्टेशनों से निगरानी की गई और इसने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया। अग्नि प्राइम मिसाइल के सफल प्रक्षेपण से भविष्य में रेल आधारित प्रणालियों को सेवाओं में शामिल करना संभव हो गया है। गौरतलब हैकि सड़क मोबाइल अग्नि प्राइम मिसाइल को सफल उड़ान परीक्षणों की एक श्रृंखला केबाद पहले ही सेवा में शामिल कर लिया गया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मध्यम दूरी की अग्नि प्राइम मिसाइल के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ, एसएफसी और सशस्त्र सुरक्षाबलों को बधाई देते हुए कहाकि इस परीक्षण ने भारत को उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल कर दिया है, जिन्होंने रेल नेटवर्क से कैनिस्टराइज्ड प्रक्षेपण प्रणाली विकसित की है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा डीआरडीओ के अध्यक्ष ने भी इस उपलब्धि केलिए प्रतिभागी दलों की सराहना की है। इस अवसर पर डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक और सामरिक बल कमान के अधिकारी भी उपस्थित थे।