इंग्लैंड की एआई और स्पोर्ट्स टेक कंपनी काबुनी की बड़ी खेल पहल
काबुनी कंपनी के ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर सौरव गांगुली ने की सराहनास्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 13 November 2025 04:27:25 PM
भोपाल। टेक्नोलॉजी आज सिर्फ ज़िंदगी ही नहीं, खेल में भी क्रांति ला रही है। खिलाड़ी को अब भारत में प्लेयर या कोच या फिर ग्राउंड पर कोचिंग केलिए किसी बड़ी एकेडमी या ट्रेनर की जरूरत नहीं पड़ेगी। मध्य प्रदेश में इंग्लैंड की एआई और स्पोर्ट्स टेक कंपनी काबुनी ने एआई स्पोर्ट टेक प्लेटफॉर्म लॉंच किया है। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो प्लेयर्स की प्रैक्टिस को रिकॉर्डकर उनके हर मूवमेंट का रियल टाइम एनालिसिस करता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मशीन लर्निंग और बायोमैकेनिक्स की मदद से यह ऐप बिल्कुल किसी असली कोच की तरह उसी वक्त बताता देता हैकि खिलाड़ी ने क्या सही किया और क्या ग़लत और उसमें कहां सुधार की जरूरत है। काबुनी का कहना हैकि उसका उद्देश्य हर बच्चे और प्लेयर को प्रोफेशनल लेवल की क्रिकेट कोचिंग मुहैया कराना है, ऐसे में अपने स्पोर्ट टेक प्लेटफॉर्म और डिवाइस के जरिए काबुनी ट्रेनिंग को एक नया रूप दे रहा है। यह एक एआई और लैंग्वेज मॉडल प्लेटफॉर्म है, जो खेल से ही सीखता सिखाता है। काबुनी का दावा हैकि आनेवाले दस साल में सौ करोड़ भारतीयों को ज्यादा एक्टिव, ज्यादा खेलने और ज्यादा सेहतमंद जीवन जीने केलिए वह प्रेरित करेगा।
एआई स्पोर्ट टेक प्लेटफॉर्म दशकों पुराने क्रिकेट डेटा, प्लेयर्स की मूवमेंट और कोचिंग नॉलेज के आधार पर आपके फोन या काबुनी डिवाइस के जरिए हर यूज़र को पर्सनलाइज्ड, डेटा बेस्ड कोचिंग देता है। काबुनी हर मूवमेंट चाहे वो कवर ड्राइव हो या बॉलिंग एक्शन ध्यान से देखकर उसका पूरा एनालिसिस करता है और तुरंत बताता हैकि कहां सुधार की जरूरत है। यह फीडबैक वीडियो, फोटो, टेक्स्ट या आवाज़ के जरिए दिया जाता है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और काबुनी के ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर सौरव गांगुली ने कहा हैकि क्वालिटी कोचिंग बच्चों को बेहतर और तेज़ी से सीखने में मदद करती है, जिससे उनकी सेहत भी बनी रहती है। उन्होंने कहाकि पहले इस लेवल की कोचिंग सिर्फ प्रोफेशनल प्लेयर्स केलिए थी, लेकिन अब यह सबके लिए उपलब्ध होगी। सौरव गांगुली ने कहाकि भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक धर्म है और काबुनी दुनिया का पहला डिजिटल इकोसिस्टम है, जो क्रिकेट से शुरुआत करते हुए खेल के माध्यम से वास्तविक दुनिया के खेल को कैप्चर करता है।
सौरभ गांगुली ने कहाकि यह प्लेटफॉर्म खेल सीखने का हिस्सा है और हर प्लेयर को अपने भीतर के एथलीट को पहचानने में मदद करेगा। काबुनी के कोफाउंडर और सीएफओ पैट्रिक बैडेनॉक ने कहाकि चाहे सड़क पर खेलो, स्कूल के मैदान, नेट्स या क्रिकेट पिच पर काबुनी हर प्लेयर को अपना गेम रिकॉर्ड करने, पर्सनलाइज्ड फीडबैक पाने और अपनी तरक्की का आनंद लेने की आज़ादी देता है। उन्होंने बतायाकि काबुनी को कैम्ब्रिज डिज़ाइन पार्टनरशिप केसाथ मिलकर तैयार किया गया है, जो ह्यूमन परफॉर्मेंस और स्पोर्ट्स इनोवेशन के क्षेत्रमें दुनिया के प्रमुख लीडर्स हैं। काबुनी की टेक्नोलॉजी यह सुनिश्चित करती हैकि कोचिंग 'ग्रासरूट से लेकर एलीट लेवल तक' हर स्तरपर सटीक, सुरक्षित और सभी केलिए सुलभ हो। क्रिकेट से शुरुआत करते हुए काबुनी आगे चलकर टेनिस, गोल्फ, बैडमिंटन, टेबल टेनिस औरभी कई खेलों में कदम बढ़ाएगा। काबुनी का कहना हैकि इसका उद्देश्य परफॉर्मेंस, वेलनेस, कम्युनिटी पार्टिसिपेशन और रोज़मर्रा की फिटनेस को जोड़ते हुए एक मल्टी स्पोर्ट इकोसिस्टम तैयार करना है। काबुनी के फाउंडर और सीईओ नीमेश पटेल ने कहाकि फिट इंडिया मूवमेंट के लक्ष्य-2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स और 2036 के ओलंपिक के अवसरों केसाथ भारत का खेल भविष्य बेहद उज्ज्वल है। काबुनी अपने भारत में होने वाली अपनी कुल आमदनी का 1 प्रतिशत हिस्सा देशभर में ग्रासरूट स्पोर्ट्स को समर्थन देने में लगाएगा।