स्वतंत्र आवाज़
word map

सैन्य खिलाड़ियों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

थलसेना अध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी ने आर्मी स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव में किया सम्मानित

भारतीय सेना की भावना के प्रतीक के रूप में सैन्य खिलाड़ियों की सराहना

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 5 November 2025 03:07:27 PM

lifetime achievement award for military sportspersons

नई दिल्ली। भारतीय थलसेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आर्मी स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव में तीन दिग्गज खिलाड़ियों को भारतीय खेलों और राष्ट्र में उनके असाधारण योगदान के सम्मान में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया। सेना प्रमुख ने भारतीय सेना की भावना के प्रतीक 'दृढ़ता से उत्कृष्टता, समर्पण से सेवा और लचीलेपन से गौरव' के रूपमें सम्मानित सैन्य खिलाड़ियों की सराहना की। लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजे गए भारतीय हॉकी के दिग्गज कर्नल बलबीर सिंह कुलार (सेवानिवृत्त) 1966 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम और 1968 के मैक्सिको ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे।
अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित कर्नल बलबीर सिंह कुलार (सेवानिवृत्त) ने लाहौर में 1971 के विश्वकप में भारत की कप्तानी की और एक खिलाड़ी, कोच, प्रबंधक और चयनकर्ता के रूपमें भारतीय हॉकी प्रतिभाओं की पीढ़ियों को आकार दिया। भारत के पहले पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता सूबेदार मुरलीकांत पेटकर (सेवानिवृत्त) की यात्रा दृढ़ता और प्रेरणा की गाथा है। वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध में घायल हुए, उन्होंने विपरीत परिस्थितियों पर विजय प्राप्त करते हुए 1972 के हीडलबर्ग पैरालंपिक में 50 मीटर फ्रीस्टाइल तैराकी में 37.33 सेकंड का विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता। उनकी उपलब्धियां आजभी भारतभर के अनगिनत पैरा एथलीटों को प्रेरित करती हैं। एक कुशल निशानेबाज सब मेजर (ऑनर कैप्टन) विजय कुमार ने 2012 के लंदन ओलंपिक में 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में रजत पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया।
पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित निशानेबाज सब मेजर (ऑनर कैप्टन) विजय कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और कई स्वर्ण पदक जीते हैं। विजय कुमार का अनुशासन, कार्यनीति, मार्गदर्शन सशस्त्र बलों और उससे आगे की अगली पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा। गौरतलब हैकि भारतीय सेना ने आर्मी स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव 2025 की मेजबानी की, जो निर्धारित लक्ष्यों के क्रियांवयन पर विचार विमर्श करने, चल रही रणनीतियों को परिष्कृत करने और राष्ट्रीय खेल उत्कृष्टता केलिए सेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का एक उच्चस्तरीय मंच है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]