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भारतीय घुड़सवारों का ऐतिहासिक प्रदर्शन!

खेल मंत्री से एफईआई एशियाई घुड़सवारी चैंपियन की मुलाकात

'देश में ही घुड़सवारी अनुकूल खेल पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करेंगे'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 6 December 2025 01:04:20 PM

fei asian equestrian champion meets sports minister

नई दिल्ली। केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने एफईआई एशियाई घुड़सवारी चैंपियनशिप-2025 में इवेंटिंग और ड्रेसेज में ऐतिहासिक प्रदर्शनकर पदक जीतने वाली भारतीय टीमों को सम्मानित किया है। छह सदस्यीय भारतीय टीम महाद्वीपीय चैंपियनशिप में ऐतिहासिक प्रदर्शनकर पटाया से टीम और व्यक्तिगत स्पर्धाओं में पांच पदक जीतकर लौटी है। इनमें आशीष लिमये ने इवेंटिंग व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण और टीम स्पर्धा में रजत सहित दो पदक जीते हैं, जबकि श्रुति वोरा ने दो व्यक्तिगत और ड्रेसेज टीम स्पर्धा में एक पदक सहित तीन रजत पदक हासिल किए हैं। टीम के अन्य सदस्यों में घुड़सवारी की इवेंटिंग स्पर्धा में शशांक सिंह कटारिया, शशांक कनमुरी और ड्रेसेज स्‍पर्धा में दिव्यकृति सिंह और गौरव पुंडीर शामिल रहे।
खेल मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने घुड़सवारी में भारतीय खिलाड़ियों के बेहतर होते प्रदर्शन का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि भारत उन खेलों में भी अब अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, जिनमें पहले हमारी वैश्विक उपस्थिति ना के बराबर थी। भारतीय घुड़सवार एथलीटों की सराहना करते हुए खेल मंत्री ने कहाकि भारतीय घुड़सवारों ने ऐसा खेल अपनाया है, जिसके लिए भारत में बेहद सीमित पारिस्थितिकी तंत्र है। उन्होंने कहाकि अब भारत 10 साल पहले वाला नहीं रहा, पिछले दशक में खेल पारिस्थितिकी तंत्र में आए बदलावों को खिलाड़ियों ने जरूर महसूस किया होगा। उन्होंने खिलाड़ियों को आश्वस्त कियाकि सरकार किसीभी एथलीट और उसके पदक केबीच आनेवाली हर बाधा को दूर करेगी। डॉ मनसुख मांडविया ने कहाकि हम भारत में घुड़सवारी के अनुकूल खेल पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करेंगे, ताकि एथलीटों को प्रशिक्षण केलिए विदेश न जाना पड़े।
डॉ मनसुख मांडविया ने एकवर्ष के भीतर भारत में क्वारंटाइन केंद्र स्थापित करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं केलिए घोड़ों को लाने लेजाने की लंबे समय से मांग की जा रही है। घुड़सवारी प्रतियोगिता में तीन रजत पदक जीतने वाली श्रुति वोरा ने घुड़सवार एथलीटों की समस्याओं पर खेल मंत्री के त्वरित कदम पर आभार जताया। उन्होंने कहाकि एथलीटों ने जब अपनी समस्याएं बताई तो खेल मंत्री ने तुरंत घोड़ों के रोगमुक्त क्षेत्र बनाने के बारेमें कदम उठाने के निर्देश दिए। खेल मंत्री ने कहाकि हमें एक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता है, केवल कुछ एथलीटों को विदेश जाने की सुविधा की नहीं। उन्होंने कहाकि हमें पूरे घुड़सवार समुदाय को यह सुविधा देने की जरूरत है, ताकि वे भारत में प्रतिस्पर्धा कर सकें, क्षमता हासिल कर सकें और चयन मानदंडों केबाद अपने घोड़ों को भारत से किसीभी अन्य देश में ले जा सकें। खेल मंत्री ने कहाकि एकबार यह व्यवस्था लागू हो जाए तो एथलीटों को काफी सुगमता हो जाएगी।

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