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'हलाला' फिल्म एक जिम्मेदारी भरा कंटेंट

समाज को जागरुक और जवाबदेह बनाती है फिल्म

डायरेक्टर प्रांजल सिंह व कलाकारों ने की मेहनत

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 3 August 2018 04:26:04 PM

halala, film poster

मुंबई। 'हलाला' फिल्म की पटकथा मुस्लिम समाज के पुरुष को एक दंड पर आधारित है, जोकि वास्तविकता में एक प्रेमकथा पर समर्पित है और काल्पनिक है। हलाला फिल्म के डायरेक्टर और लेखक प्रांजल सिंह हैं और फिल्म की प्रोड्यूसर नमिता चौबे हैं। नमिता चौबे ने हलाला फिल्म को सफलतम फिल्म बनाने की पूरी कोशिश की है, इसमें पूरा सहयोग दिया है, चाहे वो आर्थिक सहयोग हो या युवाओं के निजी जीवन की परेशानियों को दूर करने और उन्हें सक्षम बनाने में हो। नमिता चौबे कहती हैं कि वे महिलाओं की समस्याओं, सशक्तिकरण और सुरक्षा पर आधारित फिल्म बनाने को हमेशा उत्साहित और तत्पर रहती हैं, इसलिए हलाला फिल्म बनाने में उन्होंने दिलचस्पी दिखाई। नमिता चौबे ने युवाओं को प्रोत्साहन दिया है और उनका मार्गदर्शन किया है। फिल्म से जुड़े सभी युवा उनके साथ काम करके काफी खुश हैं। युवाओं का मानना है कि आशावादी और ममतामयी नमिता चौबे के साथ काम करके उन्हें बहुत अच्छा और यादगार अनुभव प्राप्त हुआ है, वे नमिता चौबे के साथ भविष्य में भी काम करने की इच्छा रखते हैं।
हलाला फिल्म में जाने-माने बॉलीवुड अभिनेता जोय सेनगुप्ता हैं। वे बंगाली फिल्म और थिएटर जगत में मशहूर और सक्रिय हैं। वे बॉलीवुड की फिल्म हेट स्टोरी, हॉलीवुड की फिल्म जैसे-कैप्टन अमेरिका और अवेंजर्स की सीरीज में एंट मैन, स्पाइडर मैन फिल्मों में एक्टर क्रिस इवांस के संवाद का हिंदी भाषा में डबिंग आर्टिस्ट के रूपमें काम कर चुके हैं। अभिनेता जोय सेनगुप्ता का कहना है कि हलाला फिल्म की कहानी बहुत रोचक और सामाजिक मुद्दों पर है। उन्होंने कहा कि उनका एक युवा डायरेक्टर के साथ काम करने का बहुत अच्छा अनुभव रहा है, प्रांजल सिंह की यह पच्चीसवीं शार्ट फिल्म है, उनकी एक अलग पहचान है, वो सामाजिक विषयों और समस्याओं पर फिल्म बनाने के लिए जाने जाते हैं। उनका कहना है कि पटना से मुंबई आने का उनका उद्देश्य हमेशा से सामाजिक मुद्दों पर फिल्म बनाने का रहा है, ताकि लोगों को फिल्म के जरिए जागरुक कर सकें। उन्होंने बूढ़े लोगों और महिलाओं पर भी कई फिल्म बनाई हैं।
डायरेक्टर प्रांजल सिंह ने हलाला प्रथा के हर पहलू को बहुत बारीकी से अध्ययन करके इस फिल्म को प्रस्तुत किया है। यह फिल्म ईआईपीएल प्रोडक्शन बैनर तले बन रही है। राजनीतिक और मीडिया क्षेत्र में बीते कुछ साल से तीन तलाक़, हलाला और बहुविवाह एक बहुचर्चित संवेदनशील विषय रहा है, इसलिए यह फिल्म वर्तमान समय में न केवल संवेदनशील बल्कि बहुत मायने रखती है। प्रांजल सिंह का कहना है कि उन्होंने हलाला फिल्म अपने गुरू राजीव रंजन चौबे के मार्गदर्शन और प्ररेणा से बनाई है और वह उन्हें ही इस फिल्म का श्रेय देते हैं, उन्होंने हर मोड़ पर मार्गदर्शन किया है और कहानी को उत्कृष्ट बनाने में बहुत बारीकियों से परिचय कराया है। प्रांजल सिंह का कहना है कि गुरू राजीव रंजन चौबे ने इस फिल्म से जुड़े हर क्षेत्र के युवाओं को उनके गुण एवं क्षमता को परखा है और निखारने का प्रयास किया है, काम का निरीक्षण और अवलोकन किया है, वे सराहना करके मनोबल बढ़ाते रहे हैं।
फिल्म की अभिनेत्री समिधा हैं। पटना की रहने वाली हैं और कई साल से मुंबई में रहकर गवर्नमेंट प्रोजेक्ट, कमर्शियल और फीचर फिल्म पर काम करके बहुत नाम कमाया है, चूंकि यह फिल्म हलाला पर आधारित है तो एक मौलवी का किरदार भी होना लाज़मी है और यह बहुत ही रुचिकर बात है कि इस फिल्म में मौलवी का किरदार निभाने वाले शख्स महबूब खान असल ज़िंदगी में भी मौलवी हैं। मोहम्मद अतीक ने इस फिल्म की स्क्रिप्ट लिखी है। मौलवी महबूब खान और मोहम्मद अतीक का कहना है कि हलाला कोई प्रथा नहीं है, बल्कि तलाक देकर फिरसे उसीसे शादी करने पर शौहर के लिए एक सामाजिक दंड है, तीन तलाक़ को बेहद कठिन और दंडनीय बनाने के लिए ही हलाला का प्रावधान किया गया है। उनका मानना है कि हलाला को इस फिल्म में बहुत अच्छे से दर्शाया गया है, इसके नियमों को, रिश्तों में आती कड़वाहट को और हलाला से एक परिवार पर क्या असर होता है, इन सभी पहलुओं को जिम्मेदारी और खूबसूरत ढंग से दिखाया गया है। हलाला फिल्म के सारे सीन मुंबई में फिल्माए गए हैं।
डबिंग आर्टिस्ट श्रीकांत राव ने तक़रीबन पांच किरदारों को अपनी आवाज़ देकर फिल्म में अहम भूमिका निभाई है। इस फिल्म के और भी डबिंग आर्टिस्ट हैं जैसे-हुसैन अहमद, वीनू और स्वयं समिधा एवं जॉय सेनगुप्ता। फिल्म के असिस्टेंट डायरेक्टर तुषार कांत हैं जो पेशे से वकील भी हैं। फिल्म में प्रोडक्शन मैनेजर अमित कुमार हैं, आशीष जोशुआ गायक हैं, वेधा प्रोडक्शन की भारती इसकी एडिटर हैं। परिमल पंत और शिवम पंत इसके संगीतकार हैं और म्यूज़िक डायरेक्टर सौम्यशील मालवीय हैं, जबकि इसका डीओपी जयमिल खलस ने किया है। फिल्म के गीतकार स्वयं प्रांजल सिंह हैं, उन्होंने स्क्रीनप्ले भी लिखा है। साउंड और लाइट प्रोडक्शन प्रांजल सिंह के निजी प्रोडक्शन हाउस वनक्लिक प्रोडक्शन ने किया है। ग्राफ़िक्स डिज़ाइनर रानू कुमार हैं और डीआई कलर और ग्राफ़िक्स का काम प्रणव पटेल ने किया है। कहा जा सकता है कि इन कर्मठ युवाओं का आपसी तालमेल इस फिल्म को बहुत दिलचस्प और सफलता प्रदान करेगा। फिल्म के कुछ प्रमुख सहयोगी इस प्रकार हैं-म्यूजिक स्टूडियो एस्क्वायर है, फोकस पुलर अक्षय सरोदे हैं, प्रोडक्शन मैनेजर अमित कुमार हैं, डबिंग स्टूडियो सिटी २, साउंड रिकार्डिस्ट संदीप डांगे, बैकग्राउंड म्यूजिक एंड मिक्सिंग जनक ठाकुर बीजीएमस्टूडियो, लाइटमैन प्रकाश ररेडेकर और सुनील सोलकर, कैमरा असिस्टेंस आदिल, मेक अप आर्टिस्ट मुना बेहरा, हेयर स्टाइलिस्ट पवन।

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