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सिनेमा के भद्रपुरुष फारुख शेख नहीं रहे

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Thursday 2 January 2014 01:22:51 PM

farooq sheikh

मुंबई। भारतीय सिनेमा में भद्रपुरुष और हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता फारुख शेख नहीं रहे। बीवी और दो बेटियों के साथ दुबई गए हुए थे। शुक्रवार 28 दिसंबर 2013 को उन्हें वहीं जबरदस्‍त दिल का दौरा पड़ा और चल दिए। उनकी ज्‍यादा उम्र भी नहीं थी, वह केवल 65 साल के थे। उनका पार्थिव शरीर मुंबई लाया गया, जहां उन्‍हें चार बंगला स्थित कब्रिस्तान में सिपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। फारुख शेख का जन्म 25 मार्च 1948 को गुजरात में बड़ौदा जिले के अमरोली में हुआ था। उन्‍होंने रुपा जैन से शादी की थी। उनकी दो बेटियां हैं-शाइस्ता और सना। फारुख शेख को उनकी मां फरीदा की कब्र के पास ही दफनाया गया है। उनकी मां का निधन 2011 में हो गया था। लोखंडवाला काम्पलेक्स के हाईलैंड पार्क स्थित अपार्टमेंट में रिश्तेदारों के साथ बॉलीवुड के कई कलाकार उनके अंतिम दर्शन करने पहुंचे।
फिल्म जगत ही नहीं, बल्‍कि उनके चाहने वाले उनकी मौत से गहरे सदमे में हैं। वह एक बेहद दिलचस्प इंसान और कलाकार थे। फारुख शेख की अदाकारी ने दर्शकों को बहुत प्रभावित किया। फारुख शेख ने 1973 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म गर्म हवा से की थी। गर्म हवा, शतरंज के खिलाड़ी, उमराव जान, चश्मे-बद्दूर, लोरी, बाजार, 'नूरी', अब इंसाफ होगा फारुख शेख की अहम फिल्में हैं। इस साल उन्होंने 'ये जवानी है दीवानी' और 'क्लब 60' फिल्मों में भी काम किया। उनकी अंतिम फिल्म 'क्लब 60' है, जो 6 दिसंबर को रिलीज हुई थी। वह आगामी फिल्म यंगिस्तान में भी नज़र आएंगे। फारुख शेख ने बेहतरीन अभिनय किया। चाहे 'बाजार', 'उमराव जान' जैसी आर्ट फिल्म हो या 'चश्मेबद्दूर' जैसी कॉमेडी फिल्म हो, फारुख ने हर जगह अपनी एक अलग पहचान बनाई।
थियेटर जगत में भी फारुख शेख एक बड़ा नाम रहा है। फिल्‍म अभिनेत्री शबाना आजमी के साथ उनका नाटक 'तुम्हारी अमृता' खासा लोकप्रिय है। उन्‍होंने कई टीवी सीरियल्स में भी काम किया है। टीवी शो 'जीना इसी का नाम है' को उन्होंने होस्ट किया। वर्ष 2010 में फिल्म 'लाहौर' के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था। उन्होंने समानांतर सिनेमा में अहम योगदान किया है। हमेशा ही वह अपने कलात्मक पक्ष के लिए जाने गए। सत्यजीत रे, मुजफ्फर अली, ऋषिकेश मुखर्जी और केतन मेहता जैसे दिग्गज डायरेक्टर्स के साथ काम करने का भी उन्हें मौका हासिल है। वह एक बेहतरीन अभिनेता होने के साथ ही कमाल के कथावाचक भी थे। वह चलते-चलते कहानियां बता दिया करते थे। सभी के साथ आसानी से घुल-मिल जाते थे और समसामयिक विषयों पर उनकी जानकारी भी कमाल थी। वे बुक रीडर के तौर पर भी जाने जाते थे। उनके पिता मुस्तफा शेख मुंबई में वकील थे।
फारूख शेख आखिरी बार फिल्म क्लब 60 में नज़र आए थे। इस फिल्म में उनकी सह अभिनेत्री सारिका ने कहा कि जब हम करीब 10 दिन पहले मिले थे, तो उनका स्वास्थ्य अच्छा दिखाई दे रहा था, हमने हंसी मजाक किया और बातें कीं और उनके दुबई से लौटकर आने पर उन लोगों ने दोबारा मिलने और कहीं बाहर भोजन करने की योजना भी बनाई थी। उन्होंने कहा कि फारूख शेख को खाना बहुत पसंद था। वह बेहतरीन अभिनेता और अच्छे इंसान थे, वह वास्तव में एक भद्रपुरुष थे। सारिका ने कहा कि फारूख शेख का निधन उनके लिए बहुत दुखद समाचार है, उन्होंने क्लब 60 में बेहतरीन काम किया है, वह एक आयामी चरित्र था, लेकिन उन्होंने उसे खूबसूरती से निभाया। दीप्ति नवल को जब शबाना आज़मी ने फारूख शेख के निधन की सूचना दी तो वह रो पड़ीं।
महानायक अमिताभ बच्चन ट्विटर पर लिखा कि 'हे ईश्वर, फारुख शेख नहीं रहे। एक सच्चे सज्जन, एक उम्दा साथी ! बेहद दुखद।' फारुख 1970-80 के दशक की अपनी फिल्मों के लिए ज्यादा जाने जाते हैं।' फिल्मकार शेखर कपूर ने ट्विट किया कि 'रेस्ट इन पीस फारुख शेख। गर्म हवा, चश्मे-बद्दूर, उमराव जान, कथा शंघाई। उनकी प्रतिभा की लिस्ट कभी खत्म नहीं होती। उन्होंने अपनी जिंदगी पूरी शिद्दत से कला के लिए समर्पित कर दी।' अभिनेत्री से राजनेता बनी स्मृति इरानी ने पोस्ट किया-'भगवान फारूख शेख की आत्मा को शांति दे, वह बेहद प्रतिभावान, अत्यंत विनम्र और सज्जन व्यक्ति थे।' अभिनेता बोमन ईरानी ने लिखा-'फारूक शेख नहीं रहे। मैं हैरान, स्तब्ध और दुखी हूं। उनके साथ आज शूटिंग करनी थी। एक सज्जन पुरुष चला गया।' फिल्मकार महेश भट्ट ने लिखा-'अलविदा फारूक भाई, आपकी मुस्कान की गर्माहट हमेशा हमारी यादों में जीवित रहेगी।' बंगाली फिल्मों के अभिनेता प्रोसेनजीन ने लिखा-'वर्ष 2013 कई प्रतिभाशाली लोगों को साथ ले गया और अब जाने-माने अभिनेता फारूक शेख नहीं रहे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।'
फिल्‍म जगत में एक अलग दर्शक वर्ग तैयार करने वाले अभिनेता, एक्टिविस्ट और विचारक फारूख शेख को सामाजिक, राजनीतिक और बॉलीवुड की और भी कई हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी। इनमें प्रमुख रूप से शाहरुख खान, हेमामालिनी, तब्बू, दीप्ति नवल, सारिका, जावेद अख्तर, शबाना आजमी, सतीश शाह, कल्पना लाजमी, जोया अख्तर, फरहान अख्तर, डेजी ईरानी, जैकी भागनानी, राहुल बोस, जॉनी लीवर, अलका यागनिक, फिल्म क्लब-60 में उनके साथ काम करने वाले अभिनेता रघुवीर यादव तथा फिल्म उद्योग के कई दूसरे लोग शामिल हैं। फारुख को उनके फिल्‍मी करियर का एक मात्र नेशनल अवार्ड निर्देशक संजय पूरन सिंह चौहान की फिल्म लाहौर में सर्वश्रेष्ठ सहअभिनेता के लिए मिला था। उनके मशहूर नाटक तुम्हारी अमृता ने पिछले साल बीस साल पूरे किए थे, जिसमें अमृता का चरित्र शबाना आज़मी ने निभाया था।

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