भारत की विकास यात्रा में ओमान के लिए अवसर ही अवसर-नरेंद्र मोदी
भारत-ओमान बिजनेस फोरम में किया व्यापार प्रतिनिधियों का आह्वानस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 18 December 2025 06:40:49 PM
मस्कट/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मस्कट में आज भारत-ओमान बिजनेस फोरम में मांडवी से मस्कट तक दोनों देशों केबीच सदियों पुराने समुद्री व्यापार संबंधों पर प्रकाश डाला और कहाकि आज ये संबंध जीवंत वाणिज्यिक आदान प्रदान का आधार हैं। उन्होंने कहाकि अक्सर कहा जाता हैकि समंदर के दो किनारे बहुत दूर होते हैं, लेकिन मांडवी और मस्कट केबीच अरब सागर एक मजबूत ब्रिज बना है, एक ऐसा ब्रिज, जिसने दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करते हुए कल्चर और इकॉनॉमी को ताकत दी है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हम विश्वास से कह सकते हैंकि समंदर की लहरें बदलती हैं, मौसम बदलते हैं, लेकिन भारत ओमान की दोस्ती हर मौसम में और मज़बूत होती है और हर लहर केसाथ नई ऊंचाई को छूती है। उन्होंने कहाकि भारत-ओमान के 70 वर्ष के राजनयिक संबंध सदियों से विश्वास और मित्रता का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहाकि यह फोरम भारत-ओमान केबीच व्यापारिक साझेदारी को नई दिशा, नई गति और नई बुलंदियों तक पहुंचाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमान के उद्योगपतियों से भारत और ओमान केबीच व्यापक आर्थिक साझेदारी (सीईपीए) की पूरी क्षमता का उपयोग करने का आह्वान किया, जिसे उन्होंने भारत-ओमान साझा भविष्य का खाका बताया। उन्होंने कहाकि सीईपीए द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों में नई ऊर्जा का संचार करेगी और आपसी विकास, नवाचार और रोज़गार के अवसर पैदा करेगी। प्रधानमंत्री ने भारत की आर्थिक सफलता पर कहाकि देश अगली पीढ़ी के सुधारों, नीतिगत पूर्वानुमेयता, सुशासन और उच्च निवेशक विश्वास के बल पर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। उन्होंने कहाकि वैश्विक अनिश्चितता के माहौल में पिछली तिमाही में भारत की 8 प्रतिशत से अधिक उच्च वृद्धिदर इसकी मजबूत प्रकृति और अंतर्निहित ताकत की अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहाकि भारत जीवन की सुगमता और कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देने केलिए विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक, कनेक्टिविटी, विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला, विनिर्माण क्षमता और हरित विकास बनाने केलिए तीव्र और व्यापक तौरपर काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमानी व्यवसायों को ऊर्जा, तेल और गैस, पेट्रोकेमिकल और उर्वरक के पारंपरिक क्षेत्रों से परे देखने और हरित ऊर्जा, सौर पार्क, ऊर्जा भंडारण, स्मार्ट ग्रिड, कृषि तकनीक, फिनटेक, एआई और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रमें अवसरों का पता लगाने केलिए आमंत्रित किया। उन्होंने व्यापार साझेदारी को भविष्य केलिए तैयार करने केलिए भारत-ओमान एग्री इनोवेशन हब और भारत-ओमान इनोवेशन ब्रिज के निर्माण का प्रस्ताव रखा। प्रधानमंत्री ने कहाकि ये केवल विचार नहीं हैं, बल्कि निवेश, नवाचार और एकसाथ भविष्य का निर्माण करने केलिए निमंत्रण हैं। प्रधानमंत्री ने व्यापार जगत के दिग्गजों की सराहना करते हुए उनका उद्यम को नीति केसाथ जोड़ने और सीईपीए को उड़ान भरने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत और ओमान न केवल करीबी पड़ोसी हैं, बल्कि रणनीतिक साझेदार हैं, जो क्षेत्र और उससे आगे स्थिरता, विकास और साझा समृद्धि केलिए प्रतिबद्ध हैं। भारत-ओमान बिजनेस फोरम में ओमान के वाणिज्य, उद्योग और निवेश संवर्धन मंत्री कैस अल यूसुफ, ओमान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष शेख फैसल अल रवास, भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और सीआईआई के अध्यक्ष राजीव मेमानी प्रमुख रूपसे उपस्थित थे। फोरम में ऊर्जा, कृषि, लॉजिस्टिक, इंफ्रास्ट्रक्चर, विनिर्माण, स्वास्थ्य, वित्तीय सेवाओं, हरित विकास, शिक्षा और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में दोनों देशों के प्रमुख व्यापार प्रतिनिधियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया।