'भारत एवं इथियोपिया जैसे विकासशील देश अपना भविष्य खुद लिख रहे'
'भारत-इथियोपिया के दीर्घकालिक संबंध रणनीतिक साझेदारी में तब्दील'स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 17 December 2025 04:19:55 PM
अदीस अबाबा/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इथियोपिया की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर हैं। उन्होंने आज इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया, जो उनके केलिए एक विशेष सम्मान था और इथियोपियाई सांसद मंत्रमुग्ध हो गए। नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत के लोगों की ओर से इथियोपिया के सांसदों को दोस्ती और सद्भावना की शुभकामनाएं देकर की। उन्होंने कहाकि संसद को संबोधित करना और लोकतंत्र के इस मंदिर के जरिए इथियोपिया के आम लोगों, किसानों, उद्यमियों, गर्वित महिलाओं और युवाओं से बात करना उनके लिए सौभाग्य की बात है, जो देश के भविष्य को आकार दे रहे हैं। उन्होंने इथियोपिया के लोगों और सरकार को उन्हें सर्वोच्च सम्मान यानी ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया देने केलिए धन्यवाद दिया।
भारत और इथियोपिया के घनिष्ठ संबंधों के महत्व को देखते हुए प्रधानमंत्री ने गहरी संतुष्टि व्यक्त की और कहाकि इथियोपिया यात्रा के दौरान भारत-इथियोपिया के दीर्घकालिक संबंध रणनीतिक साझेदारी में बदल गए हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि दोनों देश प्राचीन ज्ञान को आधुनिक महत्वाकांक्षा केसाथ जोड़ते हैं, इस संदर्भ में भारत का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम और इथियोपिया का राष्ट्र गान दोनों अपनी भूमि को माता के रूपमें संबोधित करते हैं। प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के साझा संघर्ष का जिक्र करते हुए कहाकि 1941 में इथियोपिया की मुक्ति हेतु भारतीय सैनिकों ने वहां के सैनिकों केसाथ मिलकर लड़ाई में अपना अनुकरणीय योगदान दिया था। उन्होंने कहाकि इथियोपिया के लोगों के बलिदानों का प्रतीक अदवा विजय स्मारक को श्रद्धांजलि देना उनके लिए सम्मान की बात है। प्रधानमंत्री ने भारत-इथियोपिया साझेदारी को बढ़ावा देने और ज्यादा मजबूत करने केलिए भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने इथियोपिया के विकास और समृद्धि में भारतीय शिक्षकों और व्यापारियों के उल्लेखनीय योगदान को याद किया। उन्होंने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, खाद्य प्रसंस्करण और नवाचार सहित भारत के विकास के अनुभवों को साझा किया और इथियोपिया की प्राथमिकताओं के अनुसार उसे विकास संबंधी सहायता जारी रखने केलिए भारत की तत्परता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वसुधैव कुटुंबकम ‘पूरी दुनिया एक परिवार है’ के सिद्धांत में निहित मानवता की सेवा करने की भारत की प्रतिबद्धता को व्यक्त करते हुए बतायाकि कोविड महामारी के दौरान इथियोपिया को वैक्सीन की आपूर्ति करना भारत केलिए सौभाग्य की बात थी। प्रधानमंत्री ने इच्छा जताई कि भारत और इथियोपिया को विकासशील देशों की आवाज़ को मजबूत करने केलिए एकसाथ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने में एकजुटता दिखाने केलिए इथियोपिया को धन्यवाद दिया। अफ्रीकी एकता के सपनों को साकार करने में अफ्रीकी संघ के मुख्यालय अदीस अबाबा की अहम भूमिका पर प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत को अपनी अध्यक्षता के दौरान जी20 में अफ्रीकी संघ का स्थायी सदस्य के तौरपर स्वागत करते हुए गर्व महसूस हुआ। उन्होंने कहाकि उनकी सरकार के 11 साल के कार्यकाल में भारत-अफ्रीका संबंध कई गुना बढ़े हैं और दोनों पक्षों के राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के प्रमुखों के स्तरपर 100 से अधिक दौरे हुए हैं। उन्होंने अफ्रीका के विकास केप्रति भारत की गहरी प्रतिबद्धता पर बात करते हुए जोहान्सबर्ग जी-20 शिखर सम्मेलन में महाद्वीप में दस लाख प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने केलिए ‘अफ्रीका स्किल्स मल्टीप्लायर इनिशिएटिव’ अपने प्रस्ताव का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने एक साथी लोकतांत्रिक देश इथियोपिया केसाथ भारत की यात्रा साझा करने का मौका देने केलिए स्पीकर को धन्यवाद देते हुए कहाकि विकासशील देश अपना भविष्य खुद लिख रहे हैं।