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संसद के परिसर में शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि!

'भारत किसीभी तरह की आतंकवादी मंशा के सामने कभी नहीं झुकेगा'

कृतज्ञ राष्ट्र ने बहादुर सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों को याद किया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 13 December 2025 04:53:46 PM

heartfelt tribute to the martyrs in the parliament house complex

नई दिल्ली। कृतज्ञ राष्ट्र ने आज भारत की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। ज्ञातव्य हैकि वर्ष 2001 में संसद पर आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें कई सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों ने अपनी जान गंवा दी थी। संसद आजके दिन यानी 13 दिसंबर 2001 को राज्यसभा सचिवालय के सुरक्षा सहायक जगदीश प्रसाद यादव और मातबर सिंह नेगी, केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल की कांस्टेबल कमलेश कुमारी, दिल्ली पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक नानक चंद और रामपाल दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल, ओम प्रकाश, बिजेंदर सिंह और घनश्याम तथा केंद्रीय लोकनिर्माण विभाग के माली देशराज संसद पर हुए आतंकवादी हमले को विफल करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। जगदीश प्रसाद यादव, मतबर सिंह नेगी और कमलेश कुमारी को उनकी अनुकरणीय बहादुरी केलिए मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया जा चुका है, जबकि नानक चंद, रामपाल, ओम प्रकाश, बिजेंदर सिंह और घनश्याम को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित गया।
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति सीपी राधाकृष्णन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, संसद सदस्य, पूर्व संसद सदस्य और अन्य गणमान्य नागरिकों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह, राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी और शहीदों के परिजनों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहाकि राष्ट्र कर्तव्य निभाते हुए प्राणों की आहुति देने वालों को श्रद्धापूर्वक याद करता है। उन्होंने कहाकि गंभीर खतरे के समय भी उनका साहस, सतर्कता और अटूट कर्तव्यनिष्ठा प्रत्येक नागरिक के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एक्स पर एक संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा हैकि वर्ष 2001 में भारत की संसद पर हुए कायराना आतंकवादी हमले में वीरगति को प्राप्त होने वाले हमारे साहसी सुरक्षाकर्मियों और कर्मठ कर्मचारियों के सर्वोच्च बलिदान को कोटि-कोटि नमन!
ओम बिरला ने कहाकि लोकतंत्र की इस सर्वोच्च संस्था की रक्षा करते हुए जिन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर दिए उनके प्रति हम कृतज्ञ हैं, देश केप्रति उनकी अद्वितीय निष्ठा हमें निरंतर प्रेरणा देती है। ओम बिरला ने कहाकि उन अमर वीरों ने जिस वीरता से आतंकवादियों का सामना किया, वह कर्तव्यपालन के साथही लोकतांत्रिक मूल्यों व राष्ट्र रक्षा केप्रति भारत की अदम्य इच्छाशक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहाकि भारत आतंकवाद के विरोध में हमेशा दृढ़ता से खड़ा रहा है, राष्ट्र की एकता, अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा केलिए हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता केवल औपचारिक घोषणा नहीं, बल्कि एक सशक्त संदेश हैकि भारत किसीभी प्रकार की आतंकवादी मंशा के सामने कभी नहीं झुकेगा। लोकसभा अध्यक्ष ने कहाकि यह अतुलनीय बलिदान हमारी आने वाली पीढ़ियों केलिए साहस, त्याग और कर्तव्यनिष्ठा का प्रेरणास्रोत बना रहेगा।

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