विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा छत्तीसगढ़-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
नवा रायपुर में भव्य छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव और कई कार्यक्रमस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 1 November 2025 06:34:01 PM
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्ष पूरे होने पर नवा रायपुर में भव्य छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य सेवा, ऊर्जा जैसे प्रमुख क्षेत्रों से जुड़ी 14260 करोड़ रुपये से अधिक की विकासात्मक और परिवर्तनकारी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के लोगों को बधाई देते हुए कहाकि छत्तीसगढ़ के रजत जयंती समारोह में राज्य के लोगों केसाथ शामिल होना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहाकि एक पार्टी कार्यकर्ता के रूपमें उन्होंने राज्य के गठन से पहले के दौर को देखा है और 25 वर्ष की इस यात्रा के भी साक्षी रहे हैं, इसलिए इस गौरवशाली क्षण का हिस्सा बनना उनके लिए एक अत्यंत मार्मिक अनुभव है। प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के लोगों से कहाकि पच्चीस साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने आपके सपनों का छत्तीसगढ़ आपको सौंपा था, साथही यह संकल्प भी दिया थाकि राज्य विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा। उन्होंने कहाकि छत्तीसगढ़ के लोगों ने सामूहिक रूपसे अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं, पच्चीस साल पहले जो बीज बोया गया था, वह अब विकास का एक फलता-फूलता वृक्ष बन गया है, छत्तीसगढ़ तेज़ी से प्रगति केपथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहाकि आज राज्य को लोकतंत्र का नया मंदिर एक नया विधानसभा भवन भी मिला है। उन्होंने जिक्र कियाकि उन्हें जनजातीय संग्रहालय का उद्घाटन करने का भी अवसर मिला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उल्लेख कियाकि वर्ष 2000 केबाद से यहां एक पूरी पीढ़ी बदल गई, आज युवाओं की एक नई पीढ़ी है, जिसने वो पुराने दिन नहीं देखे, जब गांवों तक पहुंचना एक चुनौती थी और कई गांवों में सड़कों का नामोनिशान तक नहीं था। उन्होंने कहाकि आज छत्तीसगढ़ के गांवों में सड़कों का जाल है, राष्ट्रीय राजमार्गों का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है, नए एक्सप्रेसवे छत्तीसगढ़ की प्रगति के प्रतीक बन रहे हैं, छत्तीसगढ़ में रेल और हवाई संपर्क में सुधार के व्यापक कार्यों हुए हैं। उन्होंने कहाकि छत्तीसगढ़, जो कभी मुख्य रूपसे कच्चे माल के निर्यात केलिए जाना जाता था, अब औद्योगिक राज्य के रूपमें एक नई भूमिका में उभर रहा है। प्रधानमंत्री ने बीते 25 वर्ष में छत्तीसगढ़ की उपलब्धियों केलिए प्रत्येक मुख्यमंत्री और प्रत्येक सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहाकि इसका एक बड़ा श्रेय डॉ रमन सिंह को जाता है, जिन्होंने कठिन चुनौतियों के समय राज्य का नेतृत्व किया, डॉ रमन सिंह अब विधानसभा अध्यक्ष के रूपमें इसका मार्गदर्शन कर रहे हैं और विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार छत्तीसगढ़ के विकास को तीव्र गति से आगे बढ़ा रही है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि छत्तीसगढ़ के लोगों का जीवन आसान बनाने और उनकी कठिनाइयों को कम करने केलिए उनकी डबल इंजन की सरकार समर्पित होकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहाकि छत्तीसगढ़ में देश की सबसे बड़ी जनजातीय आबादी निवास करती है, एक ऐसा समुदाय जिसका गौरवशाली इतिहास है और जिसका भारत की विरासत और विकास में अपार योगदान है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज शहीद वीर नारायण सिंह जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो आज़ादी से पहले के 150 वर्ष से भी ज़्यादा के जनजातीय इतिहास को दर्शाता है और विस्तार से बताता हैकि किस तरह जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि यह संग्रहालय आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहाकि उनकी सरकार आदिवासी विरासत के संरक्षण और आदिवासी विकास एवं कल्याण को बढ़ावा देने केलिए एकसाथ काम कर रही है, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान देशभर के हज़ारों आदिवासी गांवों में विकास की नई रोशनी फैला रहा है। उन्होंने कहाकि पहलीबार सबसे कमज़ोर आदिवासी समूहों के विकास केलिए एक राष्ट्रीय योजना तैयार की गई है, प्रधानमंत्री जनमन योजना केतहत इन समुदायों की हज़ारों बस्तियों में विकास कार्य किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि आदिवासी समुदाय पीढ़ियों से वनोपज संग्रहण करते आ रहे हैं और सरकार ने वन धन केंद्रों के जरिए अधिक आय के अवसर पैदा किए हैं। उन्होंने कहाकि तेंदू पत्ता संग्रहण की बेहतर व्यवस्था के परिणामस्वरूप छत्तीसगढ़ में तेंदू पत्ता संग्रहणकर्ताओं की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
छत्तीसगढ़ के नक्सलवाद और माओवादी आतंकवाद की बेड़ियों से मुक्त होने पर संतोष व्यक्त करते हुए नरेंद्र मोदी ने नक्सलवाद के कारण 50-55 वर्ष तक लोगों द्वारा झेले गए कष्टदायक अनुभवों को स्वीकार किया। उन्होंने संविधान की रक्षा का ढोंग रचने वालों और सामाजिक न्याय के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वालों की आलोचना करते हुए कहाकि उन्होंने अपने राजनीतिक लाभ केलिए दशकों तक जनता केसाथ अन्याय किया। उन्होंने कहाकि माओवादी आतंकवाद के कारण छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्र लंबे समय तक सड़कों से वंचित रहे, बच्चों को स्कूल नहीं मिल पाते थे, बीमारों को अस्पताल नहीं मिल पाते थे और दशकों तक देश पर राज करने वालों ने सुख-सुविधाओं का आनंद लेते हुए लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया। उन्होंने कहाकि वह अपने आदिवासी भाइयों और बहनों को हिंसा के चक्र में बर्बाद नहीं होने दे सकते, न ही अनगिनत माताओं को अपने बच्चों केलिए रोते हुए देख सकते हैं। उन्होंने कहाकि जब देश ने उन्हें 2014 में सेवा का अवसर दिया तो उनकी सरकार ने भारत को माओवादी आतंकवाद से मुक्त करने का संकल्प लिया था, जिसके परिणाम अब पूरे देश को दिखाई दे रहे हैं, ग्यारह साल पहले 125 से ज़्यादा जिले माओवादी आतंक से प्रभावित थे, आज केवल तीन जिले ही ऐसे बचे हैं, जहां माओवादी गतिविधि के निशान मौजूद हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि वह दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ और पूरा देश माओवादी आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि माओवादी आतंकवाद के खात्मे ने असंभव को संभव बना दिया है, कभी बम और बंदूकों के खौफ से घिरे इलाके अब बदल गए हैं, बीजापुर के चिलकापल्ली गांव में सात दशक में पहली बार बिजली पहुंची है, अबूझमाड़ के रेकावाया गांव में आज़ादी केबाद पहलीबार स्कूल का निर्माण शुरू हुआ है। उन्होंने कहाकि कभी आतंक का गढ़ माने जानेवाला पुवर्ती गांव अब विकास की लहर देख रहा है, लाल झंडे की जगह अब राष्ट्रीय तिरंगे ने ले ली है। उन्होंने कहाकि बस्तर जैसे क्षेत्र अब उत्सवों से भरे हुए हैं और बस्तर पंडुम, ओलंपिक जैसे आयोजनों की मेजबानी कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आनेवाले वर्ष छत्तीसगढ़ केलिए महत्वपूर्ण हैं, एक विकसित भारत के निर्माण केलिए छत्तीसगढ़ का विकसित होना आवश्यक है। राज्य के युवाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि यह उनका समय है और ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है, जिसे वे प्राप्त न कर सकें। उन्होंने उन्हें विश्वास दिलायाकि डबल इंजन की सरकार हर कदम पर और हर संकल्प केसाथ उनके साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री ने यह कहते हुए संबोधन का समापन कियाकि सब मिलकर छत्तीसगढ़ और देश को आगे बढ़ाएंगे। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रामेन डेका, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, केंद्रीय जनजातीय मंत्री जुएल ओराम, दुर्गा दास उइके, टोकन साहू और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।