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Tuesday 30 September 2025 12:30:59 PM
मुंबई। भारत सरकार के संचार मंत्रालय के डाक विभाग के पार्सल निदेशालय ने टिकाऊ पैकेजिंग कार्यप्रणालियों को बढ़ावा देने और डाक सेवाओं की दक्षता सुधार की पहल केतहत केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन स्वायत्त निकाय भारतीय पैकेजिंग संस्थान (आईआईपी) केसाथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। डाक विभाग के आईपीओएस एवं एपीएमजी (बीडी और मार्केटिंग) डॉ सुधीर जाखरे और भारतीय पैकेजिंग संस्थान मुंबई के अतिरिक्त निदेशक डॉ बाबू राव गुडुरी ने मुख्य पोस्टमास्टर जनरल महाराष्ट्र सर्कल मुंबई कार्यालय में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। डाक विभाग और भारतीय पैकेजिंग संस्थान की यह साझेदारी विभिन्न क्षेत्रोंमें नवोन्मेषी और टिकाऊ पैकेजिंग समाधान विकसित करने पर केंद्रित है।
डाक विभाग और भारतीय पैकेजिंग संस्थान केबीच इस समझौते से आईआईपी समग्र पैकेजिंग समाधान उपलब्ध कराएगा, इनमें डाक पार्सल सेवाओं को सशक्त बनाने केलिए विशेषज्ञ पैकेजिंग समाधान उपलब्ध कराना, नालीदार बक्सों और कपड़े के आवरण जैसी मौजूदा सामग्रियों के टिकाऊ विकल्प विकसित करना, तरल पदार्थों एवं संवेदनशील वस्तुओं केलिए उड़ान योग्य पैकेजिंग तैयार करना तथा पर्यावरण अनुकूल, लागत प्रभावी, टिकाऊ, शॉकप्रूफ, हल्की, अनुकूलन योग्य व स्केलेबल सामग्रियों पर विशेष ध्यान केंद्रित करना, वैश्विक मानकों के सापेक्ष डीओपी की कार्यप्रणाली का मूल्यांकन और लॉजिस्टिक्स उद्योग मानकों के विश्लेषण शामिल होंगे। डाक कर्मचारियों को टिकाऊ कार्यप्रणालियों के बारेमें शिक्षित करने हेतु वीडियो और ग्राफिक्स सम्मिलित प्रशिक्षण सामग्री विकसित की जाएगी।
डाक विभाग और भारतीय पैकेजिंग संस्थान की यह रणनीतिक साझेदारी पैकेजिंग तकनीक में आईआईपी की 58 वर्ष की विशेषज्ञता और डाक विभाग के 1.65 लाख से अधिक डाकघरों के व्यापक नेटवर्क को एकीकृतकर टिकाऊ पैकेजिंग नवाचार केलिए एक सशक्त ढांचा तैयार करती है। यह सहयोग डाक सेवाओं की सुरक्षा और संरक्षा को सुदृढ़ करने केसाथ सरकार के पर्यावरणीय स्थिरता दृष्टिकोण को भी सशक्त बनाती है।