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घटा जीएसटी भारत में बचत उत्सव-नरेंद्र मोदी

बहुप्रतीक्षित घटा जीएसटी नवरात्रि पर्व से देशभर में लागू हो गया

प्रधानमंत्री का राष्ट्र को संबोधन और नागरिकों को शुभकामनाएं!

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 22 September 2025 02:37:30 PM

pm narendra modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देशवासियों को दीपावली के उपहार की घोषणा के अनुसार बहुप्रतीक्षित घटाया गया जीएसटी आज से लागू हो गया है। प्रधानमंत्री ने इसकी पूर्व संध्या पर वीडियो कॉंफ्रेंस से राष्ट्र को संबोधित किया और शक्ति की देवी की उपासना के पर्व नवरात्रि के शुभारंभ पर नागरिकों को घटे जीएसटी की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहाकि नवरात्रि के प्रथम दिन से ही राष्ट्र आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशामें एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए देश अगली पीढ़ी के वस्तु और सेवाकर (जीएसटी) सुधारों केसाथ भारतभर में जीएसटी बचत उत्सव मनाएगा। उन्होंने कहाकि यह उत्सव बचत को बढ़ाएगा और लोगों केलिए अपनी पसंदीदा वस्तुएं खरीदना आसान बनाएगा, इसका लाभ गरीब, मध्यम वर्ग, नवमध्यम वर्ग, युवाओं, किसानों, महिलाओं, दुकानदारों, व्यापारियों और उद्यमियों सभीको समान रूपसे मिलेगा। उन्होंने कहाकि इस त्यौहारी सीज़न में हर घरमें खुशियां और मिठास बढ़ेगी, ये सुधार भारत की विकास गाथा को तेजगति प्रदान करेंगे, व्यापार संचालन को आसान बनाएंगे, निवेश को अधिक आकर्षक बनाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगेकि विकास की दौड़ में प्रत्येक राज्य समान भागीदार बने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिक्र कियाकि दशकों से नागरिक और व्यापारी चुंगी कर, प्रवेश कर, बिक्री कर, उत्पाद शुल्क, वैट और सेवा कर देशभर में दर्जनों शुल्कों के बराबर करों के एक जटिल जाल में उलझे हुए थे। प्रधानमंत्री ने कहाकि एक शहर से दूसरे शहर में माल परिवहन केलिए कई जांच चौकियों को पार करना, कई फॉर्म भरना और हर स्थान पर अलग अलग कर नियमों के चक्रव्यूह से गुजरना पड़ता था। उन्होंने 2014 की एक व्यक्तिगत स्मृति साझा कीकि जब उन्होंने प्रधानमंत्री के रूपमें पदभार संभाला एक विदेशी समाचार पत्रमें प्रकाशित एक उल्लेखनीय उदाहरण का उल्लेख किया, लेख में एक कंपनी के सामने आनेवाली चुनौतियों का वर्णन किया गया था, जिसे बेंगलुरु से हैदराबाद मात्र 570 किलोमीटर की दूरी तक माल भेजना इतना कठिन लगाकि उसने बेंगलुरु से यूरोप और फिर वापस हैदराबाद अपना माल भेजना पसंद किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि करों और टोल की उलझनों के कारण ऐसी स्थितियां पैदा हुई हैं, लाखों कंपनियों और करोड़ों नागरिकों को विभिन्न करों के जटिल जाल के कारण रोज़ाना कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, एक शहर से दूसरे शहर तक माल पहुंचाने की बढ़ी हुई लागत अंततः गरीबों को वहन करनी पड़ती है और आम जनता जैसे ग्राहकों से वसूली जाती है।
जीएसटी की जटिलताओं से देश को मुक्त करना अनिवार्य बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलायाकि 2014 में जनादेश प्राप्त करने केबाद भारत सरकार ने लोगों और राष्ट्रहित में जीएसटी को प्राथमिकता दी थी। उन्होंने कहाकि हितधारकों केसाथ व्यापक विचार विमर्श किया गया, राज्यों की हर चिंता का समाधान किया गया और हर प्रश्न का समाधान निकाला गया, सभी राज्यों को एकसाथ लाकर स्वतंत्र भारत में इतना बड़ा करसुधार संभव हो पाया। प्रधानमंत्री ने कहाकि केंद्र और राज्यों के संयुक्त प्रयासों का ही परिणाम हैकि देश विभिन्न करों के जाल से मुक्त हुआ और देशमें एक समान व्यवस्था स्थापित हुई है। उन्होंने कहाकि देश की वर्तमान आवश्यकताओं और भविष्य की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए ये नए जीएसटी सुधार लागू किए जा रहे हैं, नए जीएसटी ढांचे के अंतर्गत मुख्य रूपसे केवल 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के कर स्लैब ही रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि इसका मतलब हैकि ज़्यादातर रोज़मर्रा की चीज़ें और ज़्यादा सस्ती हो जाएंगी, खानेपीने की चीज़ें, दवाइयां, साबुन, टूथब्रश, टूथपेस्ट, स्वास्थ्य और जीवन बीमा जैसी कई वस्तुएं और सेवाएं या तो अधिकतर करमुक्त होंगी या केवल 5 प्रतिशत कर ही लगेगा। प्रधानमंत्री ने बतायाकि जिन वस्तुओं पर पहले 12 प्रतिशत कर लगता था, उनमें से 99 प्रतिशत या लगभग सभी वस्तुएं अब 5 प्रतिशत कर के दायरे में आ गई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन ग्यारह वर्ष में 25 करोड़ भारतीयों के गरीबी से उबरने और देश की प्रगति में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नवमध्यम वर्ग का फिर जिक्र किया। उन्होंने कहाकि 12 लाख रुपये तककी आय को करमुक्त करना एक तोहफ़ा है, जिससे मध्यम वर्ग के जीवन में काफ़ी आसानी और सुविधा आई है, पहले आयकर में राहत और अब कम जीएसटी। प्रधानमंत्री ने कहाकि घर बनाना हो, टीवी, रेफ्रिजरेटर, स्कूटर, बाइक या कार खरीदना हो, अब सब कम खर्च में होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि यात्रा करना भी अब अधिक किफायती हो जाएगा, क्योंकि अधिकांश होटल कमरों पर जीएसटी कम कर दिया गया है। नरेंद्र मोदी ने जीएसटी सुधारों केप्रति दुकानदारों की उत्साहजनक प्रतिक्रिया पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने आशा व्यक्त कीकि वे जीएसटी कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने केलिए सक्रिय रूपसे काम करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि कई जगहों पर सुधारों से पहले और बादमें कीमतों की तुलना करने वाले बोर्ड प्रमुखता से लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहाकि 'नागरिक देवोभव' का मंत्र अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों में स्पष्ट रूपसे प्रदर्शित होता है, आयकर राहत और जीएसटी कटौती को मिला दिया जाए तो पिछले वर्ष में लिए गए निर्णयों से भारत के लोगों को 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी, यही कारण हैकि वे इसे बचत उत्सव कहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत को आत्मनिर्भर बनाने की एक बड़ी ज़िम्मेदारी सूक्ष्म, लघु और कुटीर उद्योगों पर है, जो कुछभी लोगों की ज़रूरतों को पूरा करता है और देश के भीतर निर्मित किया जा सकता है, उसका उत्पादन घरेलू स्तरपर किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहाकि ये सुधार बिक्री को बढ़ावा देंगे और कर के बोझ को कम करेंगे। उन्होंने एमएसएमई से अधिक उम्मीदें व्यक्त कीं और समृद्धि के उत्कर्ष के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ के रूपमें उनकी ऐतिहासिक भूमिका का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत का विनिर्माण और उत्पाद की गुणवत्ता कभी विश्वस्तर पर मान्यता प्राप्त और श्रेष्ठ थी। उन्होंने उस गौरव को पुनः प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने आग्रह कियाकि छोटे उद्योगों के उत्पादों को उच्चतम वैश्विक मानकों को पूरा करना चाहिए, भारत के विनिर्माण को गरिमा और उत्कृष्टता केसाथ सभी मानदंडों को पार करना चाहिए, भारतीय उत्पादों की गुणवत्ता को देश की वैश्विक पहचान और प्रतिष्ठा को बढ़ाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने हितधारकों से इस लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि जिस तरह स्वदेशी के मंत्र ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को सशक्त बनाया, उसी तरह यह राष्ट्र की समृद्धि की यात्रा को भी ऊर्जा प्रदान करेगा। उन्होंने कहाकि कई विदेशी वस्तुएं अनजाने में ही दैनिक जीवन का हिस्सा बन गई हैं और नागरिकों को अक्सर यहभी पता नहीं चलताकि उनकी जेब में रखी कंघी विदेशी है या स्वदेशी। नरेंद्र मोदी ने इस निर्भरता से मुक्ति पाने की आवश्यकता पर बल दिया और लोगों से ऐसे उत्पाद खरीदने का आग्रह किया, जो भारत में निर्मित हों और जिनमें देश के युवाओं की कड़ी मेहनत और पसीने की खुशबू हो। उन्होंने आह्वान कियाकि हर घर स्वदेशी का प्रतीक बने और हर दुकान स्वदेशी वस्तुओं से सजी हो। प्रधानमंत्री ने नागरिकों को स्वदेशी केप्रति अपनी प्रतिबद्धता ‘मैं स्वदेशी खरीदता हूं’ ‘मैं स्वदेशी बेचता हू’ का गर्व से उद्घोष करने केलिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहाकि यह मानसिकता प्रत्येक भारतीय में अंतर्निहित होनी चाहिए। उन्होंने सभी राज्य सरकारों से अपने क्षेत्रों में पूरी ऊर्जा और उत्साह केसाथ विनिर्माण को बढ़ावा देकर और निवेश अनुकूल वातावरण बनाकर आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी अभियानों का सक्रिय रूपसे समर्थन करने की अपील की। उन्होंने कहाकि जब केंद्र और राज्य मिलकर आगे बढ़ेंगे तो आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा, हर राज्य का विकास होगा और भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा।

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