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Wednesday 2 July 2025 12:45:42 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से 9 जुलाई 2025 तक ग्लोबल साउथ के देश-घाना, त्रिनिडाड और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील तथा नामीबिया की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। इससे पहले उन्होंने एक वक्तव्य जारीकर देशवासियों से इन आधिकारिक यात्राओं की जानकारी साझा की। प्रधानमंत्री ने कहाकि घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के निमंत्रण पर वे 2-3 जुलाई को घाना में रहेंगे। उन्होंने कहाकि घाना ग्लोबल साउथ में भारत का एक मूल्यवान भागीदार है और घाना की अफ्रीकी संघ तथा पश्चिम अफ्रीकी देशों के आर्थिक समुदाय में एक महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने घाना केसाथ भारत के ऐतिहासिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने तथा निवेश, ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, क्षमता निर्माण और विकास साझेदारी के क्षेत्रों सहित सहयोग के नए अवसर खोलने के उद्देश्य से आदान-प्रदान की आशा व्यक्त की। उन्होंने कहाकि सहयोगी लोकतांत्रिक देशों के रूपमें घाना की संसद को संबोधित करना उनके लिए सम्मान की बात होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि 3-4 जुलाई को त्रिनिडाड और टोबैगो गणराज्य में रहेंगे, यह एक ऐसा देश है, जिसके साथ भारत का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों का जुड़ाव है। उन्होंने कहाकि वे राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू से भेंट करेंगे, जो इसवर्ष के प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि थीं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि वे प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर से भी मिलेंगे, जिन्होंने हालही में दूसरे कार्यकाल केलिए पदभार ग्रहण किया है। उन्होंने उल्लेख कियाकि 180 वर्ष पहले भारतीय पहलीबार त्रिनिडाड और टोबैगो पहुंचे थे। उन्होंने कहाकि उनकी यह यात्रा दोनों देशों केबीच वंश और संबंधों के विशेष बंधनों को फिरसे जीवंत करने का अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने कहाकि पोर्ट ऑफ स्पेन से वे अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स जाएंगे, यह 57 वर्ष में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की अर्जेंटीना की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। उन्होंने कहाकि अर्जेंटीना लैटिन अमेरिका में एक प्रमुख आर्थिक भागीदार और जी-20 संगठन में एक करीबी सहयोगी है। प्रधानमंत्री ने कहाकि वे राष्ट्रपति जेवियर माइली केसाथ चर्चा केलिए उत्सुक हैं, इस अवसर पर वे कृषि, महत्वपूर्ण खनिज, ऊर्जा, व्यापार, पर्यटन, प्रौद्योगिकी और निवेश के क्षेत्रों सहित अपने पारस्परिक रूपसे लाभदायक सहयोग को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि 6-7 जुलाई को वे रियो डी जनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। उन्होंने कहाकि एक संस्थापक सदस्य के रूपमें भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं केबीच सहयोग केलिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूपमें ब्रिक्स केलिए प्रतिबद्ध है, साथ मिलकर हम अधिक शांतिपूर्ण, न्यायसंगत, निष्पक्ष, लोकतांत्रिक और संतुलित बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था केलिए प्रयास करते हैं। उन्होंने कहाकि वे इस दौरान कई वैश्विक नेताओं से भेंट करेंगे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि द्विपक्षीय राजकीय यात्रा केलिए ब्रासीलिया जाएंगे, जो लगभग छह दशक में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। उन्होंने कहाकि उनकी यह यात्रा ब्राज़ील केसाथ भारत की घनिष्ठ साझेदारी को और मजबूत करने और राष्ट्रपति लुइज़ इनासिओ लूला दा सिल्वा केसाथ ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर काम करने का अवसर प्रदान करेगी। नरेंद्र मोदी ने कहाकि नामीबिया एक विश्वसनीय भागीदार देश है, जिसके साथ भारत उपनिवेशवाद के खिलाफ संघर्ष का एक साझा इतिहास साझा करता है। उन्होंने कहाकि वे राष्ट्रपति डॉ नेटुम्बो नंदी नदैतवाह से मिलने और दोनों देशों के लोगों, क्षेत्रों और व्यापक ग्लोबल साउथ के लाभ केलिए सहयोग की एक नई रूपरेखा तैयार करने केलिए उत्सुक हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि नामीबियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करना उनका सौभाग्य होगा, क्योंकि दोनों देश स्वतंत्रता और विकास केलिए अपनी स्थायी एकजुटता और साझा प्रतिबद्धता का उत्सव मना रहे हैं। उन्होंने विश्वास जतायाकि उनकी ग्लोबल साउथ देशों की यात्राएं ग्लोबल साउथ में भारत केसाथ मित्रता को और ज्यादा समृद्ध करेंगी, अटलांटिक के दोनों किनारों पर साझेदारी को सुदृढ़ करेंगी और ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ़्रीका देशों के संगठन (ब्रिक्स), अफ्रीकी संघ, पश्चिम अफ्रीकी देशों का आर्थिक समुदाय (इकोवास) और कैरेबियाई समुदाय (कैरिकॉम) जैसे बहुपक्षीय मंचों केसाथ जुड़ाव को प्रगाढ़ करेंगी।