सेना वायुसेना और डीआरडीओ में संयुक्त कार्य सहयोग
दुनिया के सबसे उन्नत टैंक रोधी हथियारों में से एकस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 11 April 2022 06:05:17 PM
पोखरण। भारतीय सेना, वायुसेना और डीआरडीओ के संयुक्त कार्य सहयोग केसाथ उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर से स्वदेशी रूपसे विकसित हेलीकॉप्टर लॉंच से एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल 'हेलीना' का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया है। स्वदेश में ही विकसित हेलीकॉप्टर से लॉंच की जानेवाली टैंक-रोधी मार्गदर्शित मिसाइल हेलीना का परीक्षण सेना, वायुसेना और डीआरडीओ वैज्ञानिकों की टीमों ने परीक्षण उपयोगकर्ता प्रमाणीकरण ट्रायल्स के हिस्से के रूपमें संयुक्त रूपसे आयोजित किया था। ये परीक्षण एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर से किए गए और मिसाइल को नकली टैंक लक्ष्य पर सफलतापूर्वक दागा गया।
एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल 'हेलीना' का पोखरण में उच्च ऊंचाई पर किएगए प्रमाणीकरण परीक्षणों के विस्तार में प्रभावकारिता का प्रमाण उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर केसाथ इसके एकीकरण का मार्ग प्रशस्त करता है। हेलीना मिसाइल को एक इंफ्रारेड इमेजिंग सीकर द्वारा निर्देशित किया जाता है, जो लॉंच से पहले लॉकऑन मोड में काम करता है। यह दुनिया के सबसे उन्नत टैंक रोधी हथियारों में से एक है। यह परीक्षण सेना के वरिष्ठ कमांडरों और डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिकों की मौजूदगी में किया गया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने कठिन परिस्थितियों में किए गए सराहनीय प्रयास केलिए सेना वायुसेना और डीआरडीओ टीम को बधाई दी है।