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भारत रत्न लता मंगेशकर अंतहीन सदियों केलिए हुईं अंतर्ध्यान

न भूतो न भविष्यति! लता दीदी के निधन से देश-विदेश में शोक!

Sunday 6 February 2022 12:31:51 PM

दिनेश शर्मा

दिनेश शर्मा

musician lata mangeshkar (file photo) 28 september 1929-6 february 2022

मुंबई। 'जबतक सूरज चांद रहेगा लता तेरा नाम रहेगा' नि:संदेह! भारतीय उपमहाद्वीप ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की कोयल, भारतीय सिनेमा जगत में स्वर संगीत की रीढ़, भारत रत्न, भूतो न भविष्यति! आज दुनिया से अलविदा सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को अप्रतिम सम्मान भाव केसाथ अश्रुपूरित श्रद्धांजलियां दी जा रही हैं! इंटरनेट की गति धीमी हो गई है, जिससे अंदाजा लगा सकते हैंकि मीडिया और सोशल मीडिया पर मेरे जैसे करोड़ों-करोड़ लोगों की आखें नम हैं और जैसे सबकुछ स्तब्ध है। दुनियाभर में उनकी यादों के उद्गारों का समंदर अपने चरम पर है। मधुबाला और हेमामालिनी से माधुरी दीक्षित तकके हर दौर केलिए अपनी आवाज़ दी है। लता मंगेशकर मनोरंजन आध्यात्म से लेकर रोमांस और टूटे दिलों केलिए हमेशा-हमेशा को सहारा मित्र और सहेली बनी रहेंगी। दुनिया के फिल्म जगत में यह वो नाम है, जिसे कभीभी और कहींभी भुलाया नहीं जा सकेगा और कोयल के पांचों सुरों पर राज करने वाली उनकी आवाज़ सर्वदा हर ज़ेहन पर छाई रहेगी।
भारत रत्न लता मंगेशकर के व्यक्तित्व और उनकी जादुई आवाज़ की विशालता पर लिखना और उद्गार प्रकट करना शब्दों से परे है। आज दुनियाभर के मीडिया, सोशल मीडिया, राज-समाज, राजनेताओं, खेल और संगीत जगत केलिए एक ही सबसे बड़ी ख़बर है-लता मंगेशकर। लता मंगेशकर नहीं रहीं कोई भी दिल यह स्वीकार करने को तैयार नहीं है, लेकिन आत्मा जान रही है और टपकते आंसू बता रहे हैं कि लता मंगेशकर के अंतर्ध्यान ने करोड़ों-करोड़ पर जैसे बज्रपात किया है। यह सच हैकि एक न एक दिन सभी को जाना है, लेकिन धरती पर ऐसे भी लोग मौजूद हैं, जिनके लिए यह दुआएं होती हैं कि वे सदैव हमारे बीच रहें, यहां से कभी न जाएं, लता मंगेशकर उनमें से एक हैं। वास्तव में वह माँ सरस्वती का अवतार थीं, इसलिए उन्होंने मृत्युलोक से अपने देवलोक प्रस्थान का बसंत पंचमी से अगला दिन चुना। यह भी एक संयोग हैकि आज 'ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भरलो पानी, जैसे सर्वोच्च लोकप्रिय गीत के रचयिता कवि प्रदीप का जन्मदिन है और यह गीत लता मंगेशकर ने ही गाया था, जो करोड़ों लोगों को देशके प्रति भावना प्रधान बनाता है। इसबार यह गीत भारतीय सेना की धुन में भी शामिल कर लिया गया है।
भारत की कोयल लता मंगेशकर भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे लोकप्रिय और सम्मानीय गायिका थीं, जिनका फिल्म संगीत जगत केलिए आठ दशक का पार्श्व गायन ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा हुआ है। उनके करीब तीस-पैंतीस भाषाओं में फ़िल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने हैं, लेकिन दुनिया उन्हें भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायिका के रूपमें जानती है। वह अपने परिवार में सबसे बड़ी थीं, उन्होंने शादी नहीं की थी, मगर उन्होंने अपने परिवार को संगीत का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने में अनुकरणीय योगदान दिया। आशा भोंसले और ऊषा मंगेशकर उनकी बहनें ही हैं, उनका भी भारतीय सिने संगीत जगत में नाम है। लता मंगेशकर का भारतीय सामाजिक जीवन केलिए कोई कम योगदान नहीं है। लता मंगेशकर को हिंदुस्तान का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न एवं भारतीय सिने जगत का सबसे बड़ा दादा साहेब फाल्के सम्मान मिल चुका है। उन्होंने देश-विदेश के हजारों प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त किए। टाइम पत्रिका ने उन्हें भारतीय पार्श्वगायन की एकछत्र साम्राज्ञी कहा था। जीवन के अंतिम वर्षों में उन्होंने फिल्मों में पार्श्वगायन छोड़ दिया था।
लता मंगेशकर को इन दिनों कोरोना और निमोनिया की जटिलता के कारण दो बार मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा। डॉक्टरों के लाख यत्नों के बावजूद मृत्यु की देवी इस बार आज उन्हें अपने साथ ले ही गई। ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल से यह ख़बर आते ही पलभर में देश शोक में डूब गया और दुनियाभर के परिवारों के शोकमग्न होने में कोई देर नहीं लगी। लता मंगेशकर किसी धर्म जाति और सीमाओं से परे थीं। भारत का दुश्मन कहे जाने वाले पाकिस्तान में भी उनके निधन से शोक है। पाकिस्तान के मीडिया चैनलों और वहां के सोशल मीडिया पर लोग अपनी ग़मगीन प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं, कुछ उनसे जुड़ीं अपनी यादें साझा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैकि मैं इस दुख को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता, उनके जानेसे देश में एक रिक्त स्थान बन गया है, जिसे कभी नहीं भरा जा सकता, देश की आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूपमें सदैव याद रखेंगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि उनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध कर देने की एक अद्वितीय क्षमता थी, लता दीदी के गीतों में भावनाओं की विविधता थी, उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा, फिल्मों से परे वह हमेशा भारत के विकास को लेकर सजग थीं, वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत को देखना चाहती थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि मैं इसे अपना सम्मान मानता हूं कि मुझे लता दीदी से हमेशा अपार स्नेह मिला है, उनके साथ मेरी बातचीत अविस्मरणीय रहेगी। उन्होंने कहाकि मैं लता दीदी के निधन पर अपने देशवासियों के साथ अत्यंत दुखी हूं, मैंने उनके परिवार से बात की और संवेदना व्यक्त की है। भारत सरकार ने कहा है कि आज वह अत्यंत दु:ख के साथ सुश्री लता मंगेशकर के निधन की घोषणा कर रही है, दिवंगत महान गायिका के सम्मान में भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि आज से पूरे भारत में दो दिन का राजकीय शोक रहेगा, राष्ट्रीय ध्वज दो दिन तक पूरे भारत में आधा झुका रहेगा और कोई भी आधिकारिक मनोरंजन आयोजन नहीं होगा। भारत सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि लता मंगेशकर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत, प्रख्यात अभिनेत्री हेमामालिनी, प्रख्यात अभिनेता धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, भाजपा के प्रख्यात नेता वरुण गांधी, उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक, संगीत जगत और फिल्मजगत के दिग्गजों की भावनापूर्ण मार्मिक शब्दों से लता मंगेशकर को भावभीनी श्रद्धांजलियां आ रही हैं।
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीटर पर अपनी संवेदनाओं में कहा हैकि दुनियाभर के लाखों लोगों की तरह लताजी का निधन मेरे लिए हृदयविदारक है, भारतरत्न लताजी की उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने 'भारतीय सिनेमा की स्वर कोकिला' के देहावसान पर शोक प्रकट करते हुए कहाकि भारत ने अपनी आवाज़ को खो दिया है। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा हैकि सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपनी सुर साधना व मंत्रमुग्ध कर देने वाली वाणी से न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया। उन्होंने कहाकि संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है, उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है, मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूंकि समय-समय पर मुझे लता दीदी का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। उन्होंने कहाकि अपने अतुलनीय देशप्रेम, मधुर वाणी और सौम्यता से लता दीदी सदैव हमारे बीच रहेंगी, मैं परिजनों और उनके असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा हैकि लताजी के निधन से मैं अंतर्मन दुख, पीड़ा, शोक से व्यथित हूं, उनका तपस्वी जीवन स्वर साधना का अप्रतिम अध्याय है। रामायण सीरियल के अभिनेता अरुण गोविल, सुनील लहरी, दीपिका चिखलिया, गायिका अनुराधा पौडवाल, अदनान सामी, मनोज मुंतशिर आदि ने शोक और अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

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