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वायुसेना अकादमी डुंडीगल में स्नातक परेड

सीडीएस जनरल बिपिन रावत को सशस्त्रबल की श्रद्धांजलि

वायुसेना के प्रमुख ने ली संयुक्त स्नातक परेड की सलामी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 18 December 2021 04:49:22 PM

joint graduation parade at air force academy dundigal

हैदराबाद। भारतीय वायुसेना प्रमुख मार्शल विवेकराम चौधरी ने आज वायुसेना अकादमी डुंडीगल तेलंगाना में संयुक्त स्नातक परेड ऑटम टर्म-2021 में भाग लिया। वायुसेना प्रमुख ने कहाकि यहां आना 208वें पायलट और ग्राउंड ड्यूटी पाठ्यक्रम तथा 133वें नौवहन पाठ्यक्रम की संयुक्त स्नातक परेड की सलामी लेना मेरे लिए सम्मान और गर्व की बात है। उन्होंने कहाकि इन पाठ्यक्रमों में भारतीय जल सेना के दो अधिकारी, भारतीय तटरक्षक के नौ अधिकारी और वियतनाम के तीन कैडेट शामिल हैं, जो आज आधिकारिक रूपसे पायलट बन रहे हैं। उन्होंने इस अवसर पर देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बल के 12 कर्मियों के असामयिक निधन पर दु:ख व्यक्त किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
वायुसेना प्रमुख विवेकराम चौधरी ने सभी स्नातक अधिकारियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहाकि आज वे सब संतोष, गर्व और जोश से भरे होंगे, वे दुनिया की बेहतरीन वायुसेना में गिनी जानेवाली भारतीय वायुसेना के कमीशन अफसर बने हैं। वायुसेना प्रमुख ने उन सभी माता-पिता और परिजनों केप्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की, जिन्होंने उनका इस तरह पालन-पोषण कियाकि वे भारतीय वायुसेना में अपना करियर बना सकें। एयर चीफ ने स्नातक अधिकारियों से कहाकि उन्होंने गहन पाठ्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसे इस तरह तैयार किया गयाकि उन्होंने अपने लिए जो काम चुना है, उसमें वे नेतृत्वकारी भूमिका निभा सकें, उनकी सफलता यहां उनके विकसित कौशल और अर्जित ज्ञान को प्रत्यक्ष रूपसे परिलक्षित करती है। उन्होंने अधिकारियों और वायुकर्मियों की सराहना की, जिन्होंने स्नातक अधिकारियों का मार्गदर्शन किया, परामर्श दिया और न सिर्फ उन्हें उनके पेशे की बुनियादी चीजें सिखाईं, बल्कि उनको भारतीय वायुसेना का मिशन, एकता और उत्कृष्टता का मूलमंत्र भी सिखाया।
एयर चीफ ने स्नातक अधिकारियों से कहाकि याद रखेंकि यही समर्पण, अनुकूलता और इच्छाशक्ति ही आपको आगे बढ़ाएगी, जिसकी भविष्य में समय-समय पर आपको जरूरत होगी। उन्होंने कहाकि आज आपने जो उच्च मानकों का प्रदर्शन किया है, वही भविष्य के सुरक्षित तथा कारगर अभियानों की बुनियाद बनेगा, चाहे आपकी भूमिका कुछ भी हो। उन्होंने कहाकि आप पवित्र शपथ को याद रखें, जो आपने ग्रहण की हैकि आप भारत के संविधान केप्रति वफादार रहेंगे, यही आपकी जीवन की प्रतिबद्धता है, आपको ईमानदारी और वफादारी केसाथ काम करना है, जिसके लिए आपको अपने पूरे कार्यकाल में समर्पण और सत्यनिष्ठा दिखानी है। उन्होंने कहाकि आप एएफए से अब फील्ड में अपनी इकाइयों में जाएंगे, वहां आपको बारीक और विशेष उपकरणों का संचालन करना होगा, जिसके लिए आपको विशेषज्ञता और महारत हासिल करनी होगी।
एयर चीफ ने कहाकि युद्ध की प्रकृति में बुनियादी बदलाव आ रहा है, भारत की सुरक्षा में बहुपक्षीय खतरे और चुनौतियां शामिल हैं, इसके लिए हमें जरूरत हैकि हम विभिन्न क्षेत्रों में क्षमता निर्माण करें तथा अपने सभी अभियान एकसाथ चलाएं। विवेकराम चौधरी ने कहाकि भारतीय वायुसेना बदलाव के दोराहे पर खड़ी है, जहां से उसे अत्यंत क्षमतावान वायुसेना बनना है, जिसके पास राफेल, अपाचे, चिनूक और एसएजीडब्लू प्रणालियों की विस्तृत किस्में हैं। उन्होंने कहाकि अच्छा अधिकारी होने केलिए भारतीय वायुसेना की सभी शाखाओं की बारीकियों में जानना होगा, कार्यशैली को समझने की योग्यता होनी चाहिए, चाहे वह उड़ान भरने की हो, तकनीकी हो, लॉजिस्टिक्स हो, लेखा या प्रशासन सम्बंधी हो, इनसे बुनियादी पेशेवराना जानकारी को बढ़ावा मिलेगा तथा पूर्णरूपेण पेशेवर बनने में सहायता करेगा। उन्होंने कहाकि अधिकारी के तौरपर आपको सैन्य इतिहास, भू-राजनीतिक और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के अध्ययन के जरिए इस जटिल तथा हलचल भरी दुनिया को समझने की कुशलता का विकास करना होगा।
एयर चीफ ने कहाकि भारतीय वायुसेना एक अधिकारी और कमांडर होने के नाते आपसे शानदार पेशेवराना तरीके और बेमिसाल सत्यनिष्ठा की उम्मीद करते हैं, हम उम्मीद करते हैंकि आप व्यक्तिगत आचरण तथा नैतिक मूल्यों का उच्चतम मानक बनाए रखेंगे, जो आपके सशस्त्र बल के पेशे केप्रति सम्मान तथा गौरव पैदा करे। एयर चीफ ने स्नातक अधिकारियों से कहाकि आज उनके और उनके परिजनों केलिए खुशी का मौका है, यह भारतीय वायुसेना में उनकी यात्रा की शुरूआत का दिन है और इस संगठन ने उनपर जो भरोसा और विश्वास जताया है, उसपर वे खरे उतरेंगे। संयुक्त स्नातक परेड में एयर ऑफीसर कमांडिंग इन चीफ प्रशिक्षण कमान, कमानडेंट वायुसेना अकादमी, फैकल्टी स्टाफ, नए कमीशन प्राप्त अधिकारी, परिजन, प्रशिक्षु अधिकारी, पूर्व सैनिक और विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।

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