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रायगढ़ में सीएसआर पर 20 जुलाई को सेमीनार

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रायगढ़-छत्तीसगढ़। इंडियासीएसआर का माइनिंग एवं पावर सेक्टर के सीएसआर विषय पर केंद्रित एक दिवसीय सम्मेलन 20 जुलाई को रायगढ़ के होटल श्रेष्ठ में होगा। इस सेमीनार में रायगढ़ क्षेत्र के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में माइनिंग एवं पावर सेक्टर के सीएसआर की भूमिका पर चर्चा होगी। सेमीनार में हिस्सा लेने के लिए निर्धारित शुल्क के साथ पंजीयन कराना आवश्यक है। रायगढ़ में यह अपनी तरह का पहला आयोजन है, जिसमें प्रशासन, उद्योगों के प्रतिनिधि और विद्वान अपने विचार व्यक्त करेंगे। इंडियासीएसआर के डायरेक्टर रुसेन कुमार ने यह जानकारी दी है।
रायगढ़ अंचल औद्योगिकीकरण के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराता है, जिसके परिणाम स्वरूप यह क्षेत्र एक प्रशंसित औद्योगिक क्षेत्र के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर चुका है। रायगढ़ जिले में ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने तथा ऊर्जा संयंत्र के लिए इंधनों की आपूर्ति के लिए कोयला उत्खनन पर बड़ा कारपोरेट वृहद स्तर पर पूंजी निवेश कर रहा है। यह सही समय है, जब इन कंपनियों के कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व और समाज के प्रति उनके उत्तरदायित्वों के बारे में चर्चा की जाए। सेमीनार का मुख्य उद्देश्य रायगढ़ जिले में स्थापित होने वाले उद्योगों को उनकी उद्योगों के समक्ष स्थापना में क्या-क्या चुनौतियों तथा समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और इन समस्याओं को कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्वों के अभ्यासों के माध्यम हल करने करने के क्या सार्थक उपाय हो सकते हैं, इस बारे चर्चा करने का एक शानदार मंच उपलब्ध कराना है।
सेमीनार में कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर), नैतिकतापूर्ण व्यापार का संचालन, विस्थापन एवं पुर्नवास, सीएसआर की धनराशि का सामाजिक उपयोग, पर्यावरण तथा जैव-विविधता के समक्ष चुनौतियां, सामुदायिक विकास, रायगढ़ के समक्ष उद्योगजनित समस्याएं, रायगढ़ का सामाजिक एवं आर्थिक विकास, सस्टेनेबिलिटी, ग्रामीण विकास में कारपोरेट की भूमिका, सीएसआर गतिविधियों में एनजीओ की भागीदारी, फ्लाई-एश प्रबंधन की चुनौतियां, प्राकृतिक संसाधनों पर प्रभाव जैसे ज्वलंत विषयों पर चर्चा होगी। आमंत्रित वक्ता सीएसआर क्षेत्र में हो रहे बदलावों, विकास और नई जानकारियों से अवगत कराएंगे तथा स्थानीय उद्योग प्रतिनिधि अपने श्रेष्ठ सीएसआर अभ्यासों का प्रदर्शन करेंगे।
सेमीनार कंपनियों के रायगढ़ क्षेत्र में निवेश कर रही स्टील, पावर तथा माइनिंग तथा इनसे जुड़ी संस्थाओं सहित सभी कंपनियों के सीएसआर प्रोफेशनल्स, कारपोरेट अफेयर्स मामले, प्रबंधकों, मानव संसाधन विशेषज्ञों, एनजीओ, सीएसआर सलाहकार कंपनियों, बैंकिंग संस्थाओं, सीए, पर्यावरण कार्यकर्ताओं, सरकारी एजेंसियों, सलाहकार प्रदाता आदि के लिए समान रूप से उपयोगी और लाभदायक है। इंडिया सीएसआर के डायरेक्टर रूसेन कुमार ने बताया कि सीएसआर के अध्ययन के अनुसार, अकेले रायगढ़ जिले में जिन प्रमुख 15 उद्योगों को केंद्र सरकार ने उद्योगों की स्थापना के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति प्रदान की है उनको ऊर्जा संयंत्र, स्टील प्लांट, संयंत्र का विस्तार आदि औद्योगिक गतिविधियों पर लगभग 40500 करोड़ रूपए का निवेश करना है तथा इन कंपनियों तथा उद्योगों को सीएसआर मद पर समग्र रूप से कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व गतिविधियों के अंतर्गत 750 करोड़ रूपए से भी अधिक की राशि खर्च की जानी है। इनती बड़ी धन राशि जिले के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में बड़ा योगदान दे सकती हैं। ऐसे में सीएसआर विषय पर चर्चा बहुत आवश्यक है।
रूसेन कुमार ने बताया कि इंडिया सीएसआर, देश की सबसे बड़ी सीएसआर वेबसाइट है, जिसमें कंपनियों के कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्वों क्षेत्र में हो रहे सामाजिक नयापन के समाचार, लेख, साक्षात्कार, विशेष जानकारियां प्रकाशित होती हैं। इंडिया सीएसआर ने पिछले 9 मई 2012 को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सीएसआर और कम्पीटिटिवनेस विषय पर केंद्रित पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया।

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