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राजीव गांधी अंतर विश्वविद्यालय युवा महोत्सव

छात्र-छात्राएं अपनी क्षमताओं का विकास करें-राज्यपाल

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Saturday 02 March 2013 05:18:20 AM

anter university uouth festival

देहरादून। उत्तराखंड के दून विश्वविद्यालय देहरादून में कल्पना को यथार्थ में परिवर्तित होने का एहसास दिलाते हुए पांच दिवसीय प्रथम राजीव गांधी युवा-महोत्सव उत्तराखंड हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ अज़ीज़ कुरैशी ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रतिस्पर्धाओं में सर्वश्रेष्ठ रहे ग्राफिक ऐरा डीम्ड विश्वविद्यालय तथा खेल प्रतिस्पर्धाओं में सर्वाधिक अंक पाकर विजेता बने एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय को पुरस्कृत किया गया।
राज्यपाल ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि अपने जोश और उमंग को इसी तरह कायम रखते हुए भारत की आन-बान और शान की रक्षा करें। उन्होंने कहा कि इस आयोजन की सफलता ने कई उमीदें जगाई हैं, आयोजन ने युवाओं को एक दूसरे को समझने, प्रतिभा प्रदर्शन, क्षमता विकास व भावनाओं के आदान-प्रदान का जो अवसर दिया है, उससे उनमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, ऐसे आयोजन सामाजिक भागीदारी का भी एक अच्छा वातावरण सृजित करने में सहायक होते हैं।
राज्यपाल डॉ अज़ीज़ कुरैशी की प्रबल इच्छा थी कि उत्तराखंड के युवाओं को उनकी प्रतिभा, क्षमता, रचनात्मक दृष्टिकोण तथा भावनाओं को प्रदर्शित करने के लिए समुचित मंच प्रदान किया जाए, ताकि राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को एक पहचान दिला सकने के साथ ही युवाओं में छिपी खेल प्रतिभा को पहचाना और निखारा जा सके। राज्यपाल की इस अपेक्षा को विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने साकार किया। राज्यपाल ने युवाओं को स्मरण कराया कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही युवा शक्ति की ऊर्जा को पहचान कर 18 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं को मतदान का अधिकार दिलाया था।
उन्होनें विजेताओं सहित सभी प्रतिभागियों को टीम भावना के लिए बधाईं एवं शुभकामनाएं दीं और कहा कि महोत्सव को राष्ट्रीय स्वरूप देने के प्रयास शुरू होने चाहिएं, ताकि यह सारे देश का युवा महोत्सव बन सके। राज्यपाल ने समापन समारोह में उत्तराखंड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के छात्रों की एकांकी प्रस्तुति की सराहना की। वि‌शिष्ट अतिथि के रूप में उत्तराखंड के युवा कल्याण एवं खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल, राज्य सूचना आयुक्त विनोद नौटियाल, राज्यपाल के प्रमुख सचिव अशोक, परिसहाय पीपीआर चौधरी, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, रजिस्ट्रार, गणमान्य महानुभाव मौजूद थे।

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