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चमोली के अजीत ने इंफाल में जीते मैडल

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Wednesday 06 February 2013 07:26:32 AM

ajit kumar shah

देहरादून। मणिपुर की राजधानी इंफाल में 30 जनवरी से 4 फरवरी तक चली 23वीं राष्ट्रीय कनो प्रतियोगिता में उत्तराखंड की टीम (उत्तरांचल कयाकिग कनोइंग व राफ्टिंग एसोसिएशन) ने 20 स्वर्ण, 7 रजत पदक व 3 कांस्य पदक जीते। उत्तरांचल की टीम ने जूनियर बालक वर्ग, सब जूनियर बालक वर्ग व संपूर्ण चैपियनशिप ट्राफियों पर भी कब्जा किया है। कनो वर्ग में ओलंपिक खेलों में स्टिल वाटर में 12 स्वर्ण पदक व सलालम वर्ग में 4 स्वर्ण पदक हैं। मणिपुर में कयाकिंग व कनोइंग की स्थिर पानी वाली प्रतियोगिताएं आयोजित की गई हैं।
गौचर (चमोली) के 17 वर्षीय अजीत कुमार शाह ने प्रतियोगिता में सबसे अधिक संख्या में मैडल जीते हैं। अजीत कुमार शाह ने प्रतियोगिता में 6 स्वर्ण व 1 रजत पदक जीता है। अजीत ने अपने वर्ग-जूनियर बालक वर्ग में की विभिन्न स्पर्धाओं में 4 स्वर्ण पदक जीतने के साथ-साथ सीनियर पुरुष वर्ग में भी 1 स्वर्ण व 1 रजत पदक जीता। अजीत 15 साल की उम्र में 2010 में चीन के ग्वागंजू में आयोजित एशियाई खेलों में पुरुष वर्ग की 1000 मीटर दूरी की सी-2 प्रतियोगिता में सातवें स्थान पर रहा था। तेहरान में गत वर्ष आयोजित हुई एशियाई चैंपियन शिप में भी वह 1000 मीटर की सी-2 स्पर्धा में रजत पदक व कजाकिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय रगाटा में सी-2 की 200 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीत चुका है। अजीत से भारतीय कयाकिंग व कनोइंग सघंको भविष्य में औलपिंक व एशियाई पदक जीतने की आशा है।
यूकेसीआरए के अध्यक्ष केदार सिंह फोनिया ने बताया कि, उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने स्थिर पानी की स्पर्धाओं में पदक जीत कर यह सिद्ध कर दिया है कि कनो सलालम व कनो पोलो के अलावा वे स्थिर पानी की स्पर्धाओं में भी देश में सबसे आगे हैं और यदि उचित प्रशिक्षण व प्रोत्साहन मिले तो अजीत कुमार शाह जैसे उनके खिलाड़ी औलंपिक मैडल जीतने की क्षमता रखते हैं। यूकेसीआरए की महासचिव अलखनंदा अशोक ने बताया कि जल्दी ही उत्तराखंड में सलालम वर्ग की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ग के 4 औलपिंक पदक अगले खेलों में भारत का लक्ष्य रहेंगे।

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