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आगरा में हस्तकला प्रदर्शनी ने रंग जमाया

मुख्य सचिव ने कहा-प्रदेश में निवेश की अपार संभावनाएं

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Sunday 27 January 2013 10:43:11 AM

आगरा। आगरा में तीन दिवसीय सहभागिता सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के हस्तकला उत्पादों की प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। प्रदर्शनी में प्रमुख हस्तशिल्प क्राफ्ट के सर्वोत्कृष्ट उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं, जो उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्प की गुणवत्ता और उन्नत स्तर होने का जादुई एहसास करा रहे हैं। हस्तशिल्पियों के उत्पाद तैयार करने की कला का प्रदर्शन प्रतिभागियों को उनकी कला का विशेष अनुभव करा रहा है। इससे उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्प उत्पादों के निर्यात की अपार संभावनाएं उत्पन्न हुई हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने रविवार को यहां प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया, प्रदर्शित उत्पादों का अवलोकन कर कार्य करते हुए दस्तकारों से भेंट की और उनकी कला को सराहा। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नई उद्योग नीतियां क्रियांवित कर रही है।
मुख्य सचिव ने बताया कि इस सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रानिक्स, खाद्य प्रसंस्करण आदि की नई नीतियों पर उद्यमियों एवं निवेशकों से उन्हें दी जा रही सुविधाओं एवं रियायतों पर बात करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में उद्योग, आईटी, इलेक्ट्रानिक्स, खाद्य प्रसंस्करण, अवस्थापना, वैकल्पिक ऊर्जा, हस्तशिल्प, पर्यटन, शिक्षा-चिकित्सा, ऊर्जा आदि के क्षेत्र में निवेश का अच्छा वातावरण है। सम्मिट में सरकार ने प्रतिभागियों को सम्यक और सामयिक जानकारी उपलब्ध कराई है। उन्होंने विदेशी प्रतिनिधियों को प्रदेश में निवेश के कारगर कदमों की जानकारी देकर देश-विदेश में शो-केस के रूप में प्रस्तुत किए जाने की भी जानकारी दी।
प्रदर्शनी में आगरा के स्टोन कार्विंग-मारबल इनले की प्रदर्शित कलाकृतियों एवं कारीगरों द्वारा पत्थर काटकर बहुमूल्य पत्थर जड़ने की कला देखते ही बन रही है। इसके अलावा जरी जरदोजी की कृतियां एवं कार्य करते कारीगर भी अपनी कला का अच्छा एहसास करा रहे हैं। मुरादाबाद से ब्रासवेयर मेटल पर खुदाई एवं रंग भरे आकर्षक रंगों के नमूने एवं कार्य करते कारीगर अपनी कला का बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। अलीगढ़ के हस्तशिल्पियों की पशु-पक्षियों की मूर्तियां जीवंत दिखाई दे रही हैं, वहीं गोरखपुर से टेराकोटा-मिट्टी के कलात्मक बर्तन भी उन्नत हस्तशिल्प की कहानी दर्शा रहे हैं।
मैनपुरी से लकड़ी पर तारकशी की कलाकृतियां एवं इस कला के राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कारीगरों के हाथों तैयार किए जा रहे उत्पादों की कला देखते ही बनती है, वहीं सहारनपुर की प्रदर्शित काष्ठ कला के नमूने भी दर्शकों को खासा लुभा रहे हैं। लखनऊ की चिकनकारी कला के उत्पादों में भी देश-विदेश के प्रतिभागियों की अच्छी रुचि दिखाई दे रही है, तो नोएडा के कलाकारों की स्टोन डस्ट पेंटिंग भी प्रतिभागियों को खूब आकर्षित कर रही है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों की जानकारी प्रदर्शित कर प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं दर्शाते हुए प्रतिभागियों को विशेष आकर्षित किया गया है। प्रदर्शनी परिसर में ही अनेक देशी-विदेशी प्रख्यात कंपनियों ने अपने मंडपों के माध्यम से अपने उत्पाद की उपयोगी जानकारियां प्रदर्शित की हैं।
इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक रंजन, प्रमुख सचिव-उद्योग एवं अवस्थापना राजीव कपूर, प्रमुख सचिव-लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन मुकुल सिंघल, प्रमुख सचिव-ऊर्जा संजीव मित्तल, सचिव उद्योग संजय प्रसाद, सूचना निदेशक प्रभात मित्तल आदि वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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