राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का अंगोला में किया गया जोरदार स्वागत सत्कार
किसी भारतीय राष्ट्रपति का अंगोला का यह पहला राजकीय दौरास्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 10 November 2025 01:30:03 PM
नई दिल्ली/ लुआंडा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का अंगोला में जोरदार स्वागत सत्कार हुआ। राष्ट्रपति अंगोला और बोत्सवाना की राजकीय यात्रा पर हैं। पहले चरण में वे अंगोला पहुंचीं, जहां लुआंडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनके आगमन पर अंगोला के विदेश मंत्री टेटे एंटोनियो ने उनका जोरदार स्वागत किया। राष्ट्रपति को भव्य गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। गौरतलब हैकि यह किसी भारतीय राष्ट्रपति का अंगोला का पहला राजकीय दौरा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु केसाथ इस राजकीय यात्रा पर भारत सरकार में जल शक्ति व रेल राज्यमंत्री वी सोमन्ना, सांसद प्रभुभाई नागरभाई वसावा और डीके अरुणा भी हैं। राष्ट्रपति के कार्यक्रमों की शुरुआत लुआंडा के राष्ट्रपति भवन से हुई, जहां अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंजाल्विस लौरेंको से उनकी आमने सामने की मुलाकात हुई और प्रतिनिधिमंडलस्तर की वार्ता में द्विपक्षीय संबंधों के व्यापक मुद्दों पर गहन विचार विमर्श किया। अंगोला दक्षिणी-पश्चिमी अफ्रीका का एक देश है, इसकी सीमा अटलांटिक समुद्र से लगी हुई है। वर्ष 1975 में पुर्तगाल से स्वतंत्र होने केबाद यहां 27 साल तक गृहयुद्ध चला। अंगोला में पेट्रोलियम तेल और सोना जैसे महत्वपूर्ण खनिजों का भंडार है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंजाल्विस लौरेंको को उनको आमंत्रण केलिए धन्यवाद किया और अंगोला की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ उत्सव में भाग लेने का अवसर देने केलिए अंगोला की सरकार और जनता का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहाकि मैं भारत के 140 करोड़ नागरिकों की ओरसे हार्दिक शुभकामनाएं और स्नेहपूर्ण अभिवादन लाई हूं। राष्ट्रपति ने उल्लेख कियाकि भारत ने उपनिवेशवाद विरोधी प्रयास केतहत अंगोला के स्वतंत्रता संग्राम का समर्थन किया और स्वतंत्रता प्राप्ति केबाद अंगोला के पुनर्निर्माण और विकास में बढ़चढ़कर सहयोग किया। उन्होंने कहाकि हम अंगोला की प्रगति और यहां के लोगों की समृद्धि केलिए विकास के अनुकरणीय प्रयासों की सराहना करते हैं, हम अंगोला के अफ़्रीकी संघ के वर्तमान अध्यक्ष के रूपमें नेतृत्व केलिए भी बधाई देते हैं, यह वर्ष भारत-अंगोला में एक महत्वपूर्ण वर्ष है, दोनों देश इसवर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। उन्होंने कहाकि भारत और अंगोला केबीच साझेदारी आपसी विश्वास, सम्मान और दोनो देशों के लोगों की समृद्धि के साझा दृष्टिकोण पर आधारित है। राष्ट्रपति ने दोनों देशों केबीच फलती-फूलती ऊर्जा व्यापार साझेदारी का उल्लेख करते हुए कहाकि अंगोला भारत की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि भारत अंगोला के तेल और गैस का एक प्रमुख खरीदार है। द्रौपदी मुर्मु और अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंजाल्विस लौरेंको ने प्रौद्योगिकी, कृषि, स्वास्थ्य, रक्षा, बुनियादी ढांचे और दोनो देशों के लोगों केबीच आदान-प्रदान सहित नए उभरते क्षेत्रों में व्यापार और निवेश संबंधों को और विविधतापूर्ण बनाने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने विभिन्न द्विपक्षीय क्षेत्रों केसाथ-साथ भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन के व्यापक ढांचे के अंतर्गत सहयोग को मज़बूत करने केलिए मिलकर काम करना जारी रखने पर भी सहमति जताई। इस अवसर पर मत्स्यपालन, जलीय कृषि, समुद्री संसाधनों में सहयोग और वाणिज्य दूतावास संबंधी मामलों में सहयोग पर समझौता ज्ञापनों का आदान प्रदान किया गया। राष्ट्रपति ने अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट एलायंस और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन में शामिल होने के अंगोला के निर्णय का स्वागत किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंजाल्विस ने एक संवाददाता सम्मेलन में संयुक्त वक्तव्य भी दिया। इसके बाद अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंजाल्विस लौरेंको ने लुआंडा के राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के सम्मान में एक भोज का आयोजन किया।