स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 12 July 2025 04:42:57 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रोज़गार मेले में विभिन्न सरकारी विभागों एवं संगठनों में नवनियुक्त 51000 से अधिक युवाओं को नियुक्तिपत्र वितरित किए। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहाकि आजका दिन भारत सरकार के विभिन्न विभागों में नई ज़िम्मेदारियों की शुरुआत का दिन है। उन्होंने नवनियुक्तों को बधाई दी और कहाकि अलग-अलग भूमिकाओं के बावजूद उनका साझा लक्ष्य ‘नागरिक प्रथम’ के सिद्धांत पर आधारित राष्ट्र सेवा ही है। प्रधानमंत्री ने भारत की जनसांख्यिकीय और लोकतांत्रिक नींव की बेजोड़ ताकत का जिक्र करते हुए कहाकि विश्व की सबसे बड़ी युवा आबादी और सबसे बड़े लोकतंत्र केसाथ भारत में घरेलू और वैश्विक स्तरपर भविष्य को आकार देने की अद्वितीय क्षमता है, यह विशाल युवा शक्ति भारत की सबसे बड़ी पूंजी है और सरकार इस पूंजी को दीर्घकालिक समृद्धि के उत्प्रेरक में बदलने के अपने प्रयासों में दृढ़ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि अभी दो दिन पहलेही वे पांच देशों की यात्रा से लौटे हैं, उन्होंने जिन देशों का दौरा किया, वहां उन्हें भारत के युवाओं की शक्ति का ज़ोरदार प्रदर्शन देखने को मिला और इस दौरान हुए कई अहम समझौतों से देश-विदेश में भारतीय युवाओं को लाभ होगा। उन्होंने कहाकि रक्षा, फार्मास्यूटिकल्स, डिजिटल तकनीक, ऊर्जा और दुर्लभ मृदा खनिजों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रोंमें हुए समझौतों से दूरगामी लाभ होंगे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि ये पहल न केवल भारत की वैश्विक आर्थिक स्थिति को मज़बूत करेगी, बल्कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्रमें युवा भारतीयों केलिए सार्थक अवसर भी पैदा करेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि 21वीं सदी में रोज़गार की प्रकृति तेज़ीसे बदल रही है, नवाचार, स्टार्टअप और अनुसंधान सहित बड़े सपने देखने केलिए सशक्त बनाने वाले विकासशील व्यवस्था की चर्चा की। उन्होंने नई पीढ़ी पर अपने व्यक्तिगत गर्व और विश्वास को साझा किया और उनको महत्वाकांक्षा, दूरदर्शिता और कुछ नया रचने की प्रबल इच्छा केसाथ आगे बढ़ते देखकर प्रसन्नता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत सरकार निजी क्षेत्रमें रोज़गार के और ज्यादा अवसर पैदा करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहाकि सरकार ने रोज़गार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के तहत सरकार निजी क्षेत्रमें अपनी पहली नौकरी पानेवाले युवाओं को 15000 रुपये प्रदान करेगी, दूसरे शब्दों में सरकार उनकी पहली नौकरी के पहले वेतन में योगदान देगी, इसके लिए सरकार ने लगभग 1 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। उन्होंने कहाकि इस योजना से लगभग 3.5 करोड़ नए रोज़गार सृजित होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय विकास को गति देने, रोज़गार सृजन करने और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशामें भारत की यात्रा को गति देने में भारत के विनिर्माण क्षेत्रकी परिवर्तनकारी शक्ति पर ज़ोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहाकि हालके वर्ष में मेक इन इंडिया पहल को काफ़ी मज़बूती मिली है, केवल पीएलआई (उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन) योजना के माध्यम से देशभर में 11 लाख से अधिक रोज़गार सृजित हुए हैं, मोबाइल फ़ोन और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रमें अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण लगभग 11 लाख करोड़ रुपये का है, इसमें इन 11 वर्ष में पांच गुना से भी अधिक की वृद्धि हुई है, भारत में मोबाइल फ़ोन निर्माण से जुड़ी लगभग 300 इकाइयां हैं, जो लाखों युवाओं को रोज़गार दे रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा निर्माण के क्षेत्रमें भारत के वैश्विक अग्रणी के रूपमें उभरने का उल्लेख करते हुए कहाकि भारत का रक्षा निर्माण उत्पादन 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने विश्व के सबसे बड़े रेल इंजन निर्माता के रूपमें भारत के उभरने और रेल इंजन, रेल डिब्बों और मेट्रो डिब्बों के निर्यात में देश के मज़बूत प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहाकि ऑटोमोबाइल क्षेत्र ने केवल पांच वर्ष में 40 बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ है, जिससे नए कारखाने लगे, नए रोज़गार उत्पन्न हुए और वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। प्रधानमंत्री ने भारत की कल्याणकारी पहलों के दूरगामी प्रभावों पर ज़ोर देते हुए अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन की एक हालिया रिपोर्ट का उल्लेख किया, जिसमें बताया गया हैकि इस एक दशक में 90 करोड़ से अधिक भारतीय नागरिक सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के दायरे में आए हैं। उन्होंने कहाकि ये योजनाएं केवल कल्याणकारी लाभों तकही सीमित नहीं हैं, बल्कि इन्होंने बड़े पैमाने पर विशेषत: ग्रामीण भारत में रोज़गार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना तकनीशियनों, इंजीनियरों और सौर पैनल निर्माताओं केलिए रोज़गार के अवसर पैदा कर रही है, नमो ड्रोन दीदी ने ग्रामीण महिलाओं को ड्रोन पायलट के रूपमें प्रशिक्षित करके उन्हें सशक्त बनाया है।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि बैंक सखी, बीमा सखी, कृषि सखी और पशु सखी जैसी विभिन्न योजनाओं ने महिलाओं को स्थायी रोज़गार पाने में सक्षम बनाया है। उन्होंने बतायाकि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने रेहड़ी-पटरी वालों और फेरीवालों को औपचारिक सहायता प्रदान की है, जिससे लाखों लोग मुख्यधारा की आर्थिक गतिविधियों में शामिल हुए हैं। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना प्रशिक्षण, उपकरण और ऋण तक पहुंच के माध्यम से पारंपरिक कारीगरों, शिल्पकारों और सेवा प्रदाताओं को सशक्त बना रही है। प्रधानमंत्री ने कहाकि इन अनगिनत योजनाओं का ही असर हैकि इन दस वर्ष में ही 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं। उन्होंने कहाकि विश्व बैंक जैसी बड़ी वैश्विक संस्थाएं भारत की प्रशंसा कर रही है और भारत अब विश्व के उन शीर्ष देशों में गिना जा रहा है, जहां समानता का स्तर सबसे अधिक है। प्रधानमंत्री ने वर्तमान चरण को विकास का महायज्ञ, ग़रीबी उन्मूलन और रोज़गार सृजन केलिए समर्पित एक राष्ट्रीय मिशन बताया और देश के युवाओं एवं सरकार में नवनियुक्त लोगों से इस मिशन को नई ऊर्जा और समर्पण केसाथ बढ़ावा देने का आह्वान किया। गौरतलब हैकि रोज़गार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के अनुरूप देशभर में रोज़गार मेलों के माध्यम से अबतक 10 लाख से अधिक भर्ती पत्र जारी किए जा चुके हैं।