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Tuesday 30 September 2025 12:37:35 PM
हैदराबाद। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने कई साझेदारों केसाथ एक दिवसीय हितधारक सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें आधार के उपयोग से सेवा वितरण को और बेहतर बनाने तथा सुविधाओं में सुधार लाने केलिए विचार विमर्श और विचारों का आदान प्रदान किया गया। हैदराबाद में 'आधार संवाद' केलिए सरकारी विभागों, स्टार्टअप्स, उद्योग जगत के दिग्गजों, टेक्नोक्रेट्स और पेशेवरों के 700 से अधिक वरिष्ठ नीति निर्माता एकजुट हुए एकत्रित हुए। आधार संवाद का यह संस्करण खास महत्व रखता है, क्योंकि यह आधार के 16वें स्थापना दिवस पर हुआ। गौरतलब हैकि आधार एक अनूठी डिजिटल पहचान पहल के चलते भारत के समावेशी विकास की कहानी का आधार बन गया है, जिसने निवासियों को सशक्त बनाया है, कुशल सेवा वितरण को सक्षम बनाया है और विभिन्न क्षेत्रोंमें नवाचार को बढ़ावा दिया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस कृष्णन ने हितधारकों को संबोधित करते हुए कहाकि आधार ने कई सेवाओं को अपने डेटाबेस में शामिल करके भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को पारदर्शी और मजबूत किया है। उन्होंने कहाकि आधार डेटाबेस सबसे सुरक्षित है और आधार की गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं सराहनीय हैं। उन्होंने यूआईडीएआई को लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अपने नवाचारों और उपयोग का और विस्तार करने केलिए प्रोत्साहित किया। यूआईडीएआई के अध्यक्ष नीलकंठ मिश्रा ने हितधारकों केसाथ जुड़ाव बढ़ाने के बारेमें बात की और कहाकि कैसे यूआईडीएआई के लगातार नवाचार से आनेवाले वक्त में इस्तेमाल के कई मामले सामने आएंगे। यूआईडीएआई के सीईओ भुवनेश कुमार ने कहाकि आधार न केवल 12 अंकों की विशिष्ट पहचान प्रणाली है, बल्कि सशक्तिकरण, सुगम्यता और भरोसे की यात्रा भी है। उन्होंने कहाकि आधार भारत के डिजिटल भविष्य को आकार देने, सेवाओं तक आसान पहुंच देकर निवासियों को सशक्त बनाने, डिजिटल समावेशन का विस्तार करने और स्वास्थ्य सेवा से लेकर शिक्षा और सामाजिक कल्याण से लेकर उद्यमिता तक हमारे शासन को मज़बूत बनाने में केंद्रीय भूमिका निभाता रहेगा।
आधार दिवस पर तेलंगाना सर्कल के पोस्टमास्टर जनरल ने आधार माईस्टाम्प और एक विशेष कवर का अनावरण किया। यूआईडीएआई ने अपने आधार ब्रांड मैनुअल का भी अनावरण किया, जो डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म, दस्तावेज़ों, बोर्डों, सम्मेलनों, प्रदर्शनियों और अन्य सार्वजनिक इंटरफेस पर ब्रांडिंग के लिए स्पष्ट मानक निर्धारित करता है, जिससे संचार के हर रूपमें सटीकता, स्पष्टता और मान्यता सुनिश्चित होती है। यूआईडीए के प्रौद्योगिकी केंद्र ने दिखायाकि कैसे नया आधार ऐप कई सेवाओं को ऐप पर उपलब्ध कराएगा और आधार कार्डधारकों को सेवाओं का लाभ उठाने केलिए आधार को साझा करने के तरीके पर अधिक नियंत्रण प्रदान करेगा। आधार संवाद इससे पहले बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली में भी आयोजित हो चुका है। नवंबर 2024 में बेंगलुरु में यूआईडीएआई ने डिजिटल पहचान क्षेत्रसे जुड़े उद्योगों और प्रौद्योगिकियों पर फोकस किया था, जनवरी 2025 में मुंबई में दूसरे संस्करण में बीएफएसआई, फिनटेक और दूरसंचार क्षेत्रों को एकसाथ लाने केलिए फिनटेक पर ध्यान केंद्रित किया था। दिल्ली में शासन को मज़बूत बनाने में आधार की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया था।