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पीएम की प्रख्यात अर्थशास्त्रियों व विशेषज्ञों से वार्ता

विकसित भारत का सपना सरकारी नीति से परे एक जन आकांक्षा-मोदी

'आत्मनिर्भरता और संरचनात्मक परिवर्तन: विकसित भारत का एजेंडा'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 31 December 2025 12:49:13 PM

eminent economists and experts talk to the prime minister

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केसाथ नीति आयोग में प्रख्यात अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों के एक समूह ने गहन वार्तालाप किया। वार्तालाप का विषय 'आत्मनिर्भरता और संरचनात्मक परिवर्तन: विकसित भारत का एजेंडा' था। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत की यात्रा के मूल स्तंभों का उल्लेख किया और विकसित भारत को एक राष्ट्रीय आकांक्षा बताते हुए कहाकि वर्ष 2047 तक विकसित भारत का सपना सरकारी नीति से परे जाकर एक वास्तविक जन आकांक्षा बन गया है। उन्होंने कहाकि यह बदलाव शिक्षा, उपभोग और वैश्विक गतिशीलता के बदलते स्वरूपों में स्पष्ट है, जिसके लिए तेजीसे महत्वाकांक्षी होते समाज की आवश्यकताओं को पूरा करने केलिए संस्थागत क्षमता में वृद्धि और सक्रिय अवसंरचना नियोजन की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक क्षमता निर्माण और वैश्विक एकीकरण केलिए मिशन आधारित सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने दीर्घकालिक विकास को बनाए रखने केलिए विभिन्न क्षेत्रोंमें मिशन आधारित सुधारों का आह्वान किया। उन्होंने कहाकि भारत का नीति निर्माण और बजट निर्धारण वर्ष 2047 के दृष्टिकोण से जुड़ा होना चाहिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता बताईकि देश वैश्विक कार्यबल और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों केलिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बना रहे। अर्थशास्त्रियों ने प्रधानमंत्री से वार्ता के दौरान विनिर्माण और सेवा क्षेत्रोंमें उत्पादकता और प्रतिस्पर्धा बढ़ाने केलिए महत्वपूर्ण विचारों का आदान प्रदान किया। वार्ता का मुख्यकेंद्र घरेलू बचत में वृद्धि, मजबूत अवसंरचना विकास और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी अपनाने से संरचनात्मक परिवर्तन को गति देना था।
अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों के समूह ने अंतर क्षेत्रीय उत्पादकता को बढ़ावा देने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका का पता लगाया और भारत के डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के निरंतर विस्तार पर भी चर्चा की। अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों ने कहाकि वर्ष 2025 में अभूतपूर्व अंतर क्षेत्रीय सुधारों की गति और आनेवाले वर्ष में उनके एवं सुदृढ़ीकरण से यह सुनिश्चित होगाकि भारत अपनी नींव को और मजबूत करके एवं नए अवसरों को खोलकर दुनिया की सबसे तेजीसे बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एकके रूपमें अपना पथ प्रशस्त करता रहे। अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों के समूह में शंकर आचार्य, अशोक के भट्टाचार्य, एनआर भानुमूर्ति, अमिता बत्रा, जन्मेजय सिन्हा, अमित चंद्रा, रजनी सिन्हा, दिनेश कनाबार, बसंत प्रधान, मदन सबनवीस, आशिमा गोयल, धर्मकीर्ति जोशी, उमाकांत दाश, पिनाकी चक्रवर्ती, इंद्रनील सेन गुप्ता, समीरन चक्रवर्ती, अभिमान दास, राहुल बाजोरिया, मोनिका हालन और सिद्धार्थ सान्याल प्रमुख रूपसे शामिल थे।

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