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Saturday 31 August 2024 12:53:11 PM
नई दिल्ली। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के तत्वावधान में पर्यटन एवं आतिथ्य कौशल परिषद (टीएचएससी) ने डिजिटल भुगतान में वैश्विक अग्रणी वीज़ा (एनवाईएसई: वी) केसाथ तीन साल की साझेदारी केलिए एक समझौता किया है, जिसका मूल्य 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक है। पर्यटन से संबंधित कौशल में कम से कम 20000 भारतीय युवाओं को कुशल बनाने केलिए डिज़ाइन की गई इस पहल को कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के राज्यमंत्री जयंत चौधरी की उपस्थिति में औपचारिक रूप दिया गया। पर्यटन मंत्रालय केसाथ वीज़ा के चल रहे सहयोग पर आधारित इस साझेदारी का उद्देश्य असम, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित 10 राज्यों में युवाओं को प्रशिक्षित करना है, ताकि पर्यटकों केलिए पर्यटन सेवा अनुभव को बेहतर बनाया जा सके। यह कार्यक्रम घरेलू पर्यटन उद्योग में आवश्यक भूमिकाओं पर ध्यान केंद्रित करेगा, जैसे-टूर गाइड, ग्राहक सेवा अधिकारी, प्रकृतिवादी और पैराग्लाइडिंग टेंडम पायलट।
केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी ने कहाकि भारत के पर्यटन उद्योग में आर्थिक विकास को गति देने और देशभर में लाखों नौकरियां पैदा करने की अपार क्षमता है। उन्होंने कहाकि वीज़ा केसाथ यह साझेदारी उस क्षमता को साकार करने और उसे अनलॉक करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो हमारे युवाओं को पर्यटन क्षेत्र में सफल होने और भारत को एक प्रमुख वैश्विक पर्यटन स्थल बनाने केलिए आवश्यक कौशल से लैस करती है। उन्होंने कहाकि यह समन्वय युवा भारतीयों को उनके भविष्य को आकार देने और देश की विकास की कहानी में योगदान देने के लिए आवश्यक कौशल और अवसरों से सशक्त बनाने की हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वीज़ा के उपाध्यक्ष, चीफ़और कॉर्पोरेट मामले अधिकारी केली महोन टुलियर ने कहाकि पर्यटन उद्योग में सफल होने केलिए देश के युवाओं को कौशल प्रदान करके, हमारा उद्देश्य न केवल उनके रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाना है, बल्कि भारत आनेवाले पर्यटकों केलिए समग्र अनुभव को बेहतर बनाना भी है। यह साझेदारी पर्यटन और आतिथ्य कौशल परिषद केसाथ साझेदारी और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय का समर्थन प्रतिभाओं को पोषित करके और भारत को वैश्विक पर्यटकों केलिए एक शीर्ष गंतव्य बनाने के सरकार के दृष्टिकोण का समर्थन करके भारत केप्रति वीज़ा की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
भारत में अग्रणी भुगतान नेटवर्क के रूपमें वीज़ा ने पिछले कुछ वर्ष में भारत के पर्यटन परिदृश्य को मजबूत करने केलिए रणनीतिक कदम उठाए हैं। वीज़ा ने अपने गहन डेटा और एनालिटिक्स विशेषज्ञता के माध्यम से पर्यटन मंत्रालय को मूल्यवान डेटा और अंतर्दृष्टि प्रदान करके इनबाउंड पर्यटन को बढ़ाने में सक्रिय रूपसे योगदान दिया है, जिससे वैश्विक मंच पर भारत के विविध स्थलों को बढ़ावा देने में मदद मिली है। पर्यटन क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता है, जो सकल घरेलू उत्पाद में 231 बिलियन डॉलर से अधिक का योगदान देता है और 2023 में 42 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया है। चूंकि महामारी केबाद यात्रा परिदृश्य बढ़ता जा रहा है, इसलिए एनएसडीसी-वीज़ा पहल वैश्विक पर्यटन केंद्र बनने की भारत की महत्वाकांक्षा का समर्थन करने केलिए एक कुशल कार्यबल सुनिश्चित करेगी। वीज़ा (एनवाईएसई: वी) डिजिटल भुगतान में दुनियाभर में अग्रणी है, जो 200 से ज़्यादा देशों और क्षेत्रों में उपभोक्ताओं, व्यापारियों, वित्तीय संस्थानों और सरकारी संस्थाओं केबीच लेनदेन को सुविधाजनक बनाता है।
जयंत चौधरी ने कहाकि उनका मिशन दुनिया को सबसे नवोन्मेषी, सुविधाजनक, विश्वसनीय और सुरक्षित भुगतान नेटवर्क के ज़रिए जोड़ना है, जिससे व्यक्तियों, व्यवसायों और अर्थव्यवस्थाओं को फलने-फूलने में मदद मिले। उनका मानना हैकि सभीको शामिल करने वाली अर्थव्यवस्थाएं हर जगह सभी का उत्थान करती हैं और पहुंच को पैसे के आवागमन के भविष्य केलिए आधारभूत मानती हैं। इसके संबंध में Visa.com पर और ज़्यादा जानकारी ली जा सकती है। गौरतलब हैकि इस विषय पर काफी समय से विचार चल रहा था और अंतत: इसकी पहल हुई।