स्वतंत्र आवाज़
word map

विशिष्ट विभूतियों को मरणोपरांत भारत रत्न!

कर्पूरी ठाकुर स्वामीनाथन चौधरी चरण सिंह नरसिंह राव सम्मानित

राष्ट्रपति से अलंकरण समारोह में परिजनों ने प्राप्त किया भारत रत्न

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Sunday 31 March 2024 11:40:36 AM

bharat ratna to distinguished personalities

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित अलंकरण समारोह में विशिष्ट विभूतियों को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया, इनमें प्रमुख हैं-कर्पूरी ठाकुर, पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव व चौधरी चरण सिंह और डॉ एमएस स्वामीनाथन। गौरतलब हैकि वंचित लोगों के जीवन को बेहतर बनाने केलिए अथक प्रयास करने वाले कर्पूरी ठाकुर ने बहुत सम्मान अर्जित किया और लोगों ने उन्हें 'जननायक' का दर्जा दिया था। कर्पूरी ठाकुर स्वतंत्रता सेनानी थे तथा समानता और समावेशी विकास के प्रबल पक्षधर थे, वे अपने जीवन की सादगी और निःस्वार्थ कार्यों केलिए जाने जाते थे। कर्पूरी ठाकुर की ओरसे राष्ट्रपति से भारतरत्न उनके पुत्र रामनाथ ठाकुर ने प्राप्त किया।
डॉ एमएस स्वामीनाथन ने भारत को खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई थी, उन्हें 'भारत की हरित क्रांति के जनक' के रूपमें जाना जाता है। कृषि से जुड़े प्रत्येक आयाम पर अपनी असाधारण समझ के साथ उन्होंने अनुसंधान शिक्षा और नई किस्मों तथा विधियों के विकास केलिए अनेक अभियानों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने अपना पूरा जीवन सभी केलिए भोजन और पोषण सुरक्षा के लक्ष्य केलिए समर्पित कर दिया। वह सर्वदा हरित क्रांति के दृष्टिकोण केसाथ सस्टेनेबल एग्रीकल्चर को बढ़ावा देने हेतु कार्यरत थे। डॉ एमएस स्वामीनाथन की ओर से राष्ट्रपति से भारत रत्न उनकी बेटी डॉ नित्या राव ने प्राप्त किया।
भारत के नौवें प्रधानमंत्री के रूपमें पीवी नरसिंह राव ने दूरगामी आर्थिक सुधारों का नेतृत्व किया था, अपनी युवावस्था में उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में विशेषकर निज़ामशाही के दौरान हैदराबाद में कुशासन और उत्पीड़न के विरुद्ध संघर्ष किया था। अनेक भाषाओं और साहित्यों पर उनका अधिकार सर्वविदित था। चौधरी चरण सिंह में देशभक्ति की भावना प्रबल थी, स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा था। जमींदारी उन्मूलन और भूमि सुधार में उनके योगदान को तथा अर्थव्यवस्था विशेषकर ग्रामीण और कृषि अर्थव्यवस्था की उनकी गहरी समझ को सम्मानपूर्वक याद किया जाता है, किसानों से उनका जुड़ाव अद्भुत था। चौधरी चरण सिंह की ओर से भारत रत्न उनके पौत्र जयंत चौधरी ने प्राप्त किया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित अलंकरण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]