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भारत में रोज़गार और बेरोज़गारी के संकेतक

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Thursday 20 June 2013 09:07:38 AM

नई दिल्‍ली। राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने भारत में रोज़गार और बेरोज़गारी के प्रमुख संकेतक जारी किए हैं। ये संकेतक जुलाई-2011-जून 2012 के दौरान किए गए 68वें दौर के सर्वेक्षण में एकत्रित किए गए आंकड़ों से तैयार किए गए हैं। रोज़गार एवं बेरोज़गारी संबंधी एनएसएस सर्वेक्षण पंचवार्षिक रूप से आयोजित किए जाते हैं, जो 27वें दौर (अक्तूबर 1972-सितंबर 1973) से शुरू किए गए हैं तथा पिछला पंचवर्षीय सर्वेक्षण एनएसएस 66वें दौर (जुलाई 2009-जून 2010) में आयोजित किया गया था, जिसके परिणाम पहले ही जारी किए जा चुके हैं। यह इस विषय पर नौंवा पंचवर्षीय दौर था। रोज़गार एवं बेरोज़गारी संबंधी पंचवर्षीय सर्वेक्षण के विस्तृत परिणाम एनएसएसओ कई रिपोर्टों के जरिए प्रकाशित करता है। सर्वेक्षण के मुख्य-मुख्य परिणाम उपलब्ध कराने के मद्देनजर तथा योजना बनाने, नीति निर्माण, निर्णय लेने में सहायता प्राप्त करने तथा आगे और सांख्यिकीय कवायदों के लिए एनएसएसओ ने अपनी रिपोर्टों को जारी करने से पहले ही प्रमुख संकेतकों को जारी कर दिया है।
नागालैंड के भीतरी इलाकों में बस रूट से पांच किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर स्थित गांवों, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के गांवों, जहां वर्षभर पहुंचना संभव नहीं था, के अलावा ये संकेतक सभी राज्यों तथा संघ राज्य क्षेत्रों में फैले ग्रामीण क्षेत्रों में 7,469 गांवों और 5,268 शहरी खंड़ों से सर्वेक्षित 1,01,724 परिवारों (ग्रामीण क्षेत्रों में 59,700 तथा शहरी क्षेत्रों में 42,024) के केंद्रीय प्रतिदर्श पर आधारित है। एनएसएस सर्वेक्षणों में श्रम बल सहभागिता दर (एलएफपीआर यानि आबादी की तुलना में श्रम बल अनुपात), कामगार आबादी अनुपात (डब्ल्यूपीआर यानि आबादी की तुलना में कार्यबल अनुपात), बेरोज़गारों का अनुपात (पीयू यानि आबादी के मुकाबले बेरोज़गारों का अनुपात) तथा बेरोज़गारी दर (यूआर यानि श्रम बल में बेरोज़गारों का अनुपात) के नमूना संकेतकों को परिभाषित करने में व्यक्तियों को कुछ विशिष्ट संदर्भ अवधि के दौरान उनके कार्यकलापों के आधार पर विभिन्न कार्यकलाप श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है।
एनएसएस सर्वेक्षण में प्रयुक्त संदर्भ अवधियां हैं (i) एक वर्ष (ii) एक सप्ताह तथा (iii) संदर्भ सप्ताह का प्रत्येक दिन। इन तीन अवधियों के आधार पर कार्यकलाप स्तरों के तीन विभिन्न माप प्राप्त हुए हैं। एक वर्ष की संदर्भ अवधि के आधार पर निर्धारित कार्यकलाप स्तर को एक व्यक्ति के सामान्य स्तर के रूप में जाना जाता है, जो एक सप्ताह की संदर्भ अवधि के आधार पर निर्धारित हो, उसे उस व्यक्ति के वर्तमान साप्ताहिक स्तर के रूप में जाना जाता है तथा संदर्भ सप्ताह के दौरान प्रत्येक दिन के आधार पर निर्धारित कार्यकलाप स्तर को एक व्यक्ति के वर्तमान दैनिक स्तर के रूप में जाना जाता है। सामान्य स्तर (यूएस) पहुंच में दो संकेतक हैं अर्थात एक प्रधान कार्यकलाप पर आधारित है, उसे सामान्य प्रधान स्तर (पीएस) कहा जाता है तथा दूसरा प्रधान एवं गौण कार्यकलापों दोनों पर आधारित होता है, उसे यूएस (पीएस+एसएस) कहा जाता है।
यूएस तथा सीडब्ल्यू एस के मामले में नापने की इकाई व्यक्ति है तथा सीडीएस के मामले में यह व्यक्ति दिवस है। पूर्ववर्ती पंचवर्षीय सर्वेक्षण के दौरान लाए गए रोज़गार एवं बेरोज़गारी पर एनएसएस के 66वें दौर के तुलनीय संकेतकों के साथ-साथ एनएसएस के 68वें दौर के आधार पर मुख्य संकेतक जारी किए गए हैं। इन संकेतकों के अलावा, रोज़गार स्तर तथा उद्योग के अनुसार कामगारों के वितरण से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण सांख्यिकी एवं सर्वेक्षण से नियमित दिहाड़ी/ वेतनभोगी कर्मचारियों की दिहाड़ी दरों को भी जारी किया गया है।

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