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'जम्मू-कश्मीर की विरासत फिर पुनर्जीवित'

कुपवाड़ा में नवनिर्मित माँ शारदा मंदिर भक्तों के लिए खुला

गृहमंत्री अमित शाह ने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से किया उद्घाटन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 22 March 2023 03:55:04 PM

newly constructed maa sharda temple in kupwara opened for devotees

कुपवाड़ा/ नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए कुपवाड़ा में माँ शारदा देवी मंदिर का उद्घाटन किया। गृहमंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरूआत देशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं देकर की और कहाकि जम्मू-कश्मीर की विरासत फिरसे पुनर्जीवित हो रही है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से धारा 370 हटने केबाद शांति स्थापित होनेसे घाटी और जम्मू फिर एकबार अपनी पुरानी परंपराओं, सभ्यता और गंगा-जमुनी तहज़ीब की ओर लौट रहे हैं। उन्होंने कहाकि आज नववर्ष परही माँ शारदा का नवनिर्मित मंदिर श्रद्धालुओं केलिए खोल दिया गया है और यह भारतभर के श्रद्धालुओं केलिए एक शुभ संकेत है। उन्होंने कहाकि कश्मीर घाटी में आज माँ शारदा के मंदिर का उद्घाटन एक नए युग की शुरूआत है। उन्होंने कहाकि इस मंदिर की वास्तुकला और निर्माण शारदा पीठ के तत्वावधान में पौराणिक शास्त्रों के अनुसार किया गया है और श्रृंगेरीमठ की दान की गई शारदा माँ की मूर्ति को 24 जनवरी से लेकर आज यहां स्थापित करने तक एक यात्रा के रूपमें लाया गया है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि कुपवाड़ा में माँ शारदा के मंदिर का पुनर्निर्माण होना शारदा सभ्यता की खोज एवं शारदा लिपि के संवर्धन की दिशा में एक आवश्यक और महत्वपूर्ण कदम है। अमित शाह ने कहाकि एक जमाने में भारतीय उपमहाद्वीप में शारदा पीठ ज्ञान का केंद्र माना जाता था, शास्त्रों और आध्यात्मिक ज्ञान की तलाश में देशभर के विद्वान यहां आते थे। उन्होंने कहाकि शारदा लिपि हमारे कश्मीर की मूल लिपि है, जिसका नाम भी माँ शारदा के नाम के आधार पर रखा गया है, ये महाशक्ति पीठों में से एक है और मान्यताओं के अनुसार मां सती का दाहिना हाथ यहां गिरा था। गृहमंत्री ने कहाकि शारदा पीठ भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक एवं शैक्षणिक विरासत का ऐतिहासिक केंद्र है, मोदी सरकार करतारपुर कॉरीडोर की तरह शारदा पीठ कोभी श्रद्धालुओं केलिए खोलने की दिशामें आगे बढ़ेगी। अमित शाह ने कहाकि सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की प्रतिबद्धता के अनुरूप मोदी सरकार ने संस्कृति के पुनर्रुद्धार सहित जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों में पहल की है, इसके तहत 123 चिन्हित स्थानों का व्यवस्थित रूपसे जीर्णोद्धार और मरम्मत का काम चल रहा है, जिनमें कई मंदिर और सूफी स्थान शामिल हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि 65 करोड़ रूपये की लागत से इसके पहले चरण में 35 स्थानों का पुनर्रुद्धार किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि 75 धार्मिक और सूफी संतों के स्थानों की पहचान करके 31 मेगा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहाकि यहां हर जिले में 20 सांस्कृतिक उत्सव भी आयोजित किएगए हैं, जिनसे हमारी पुरानी विरासत को पुनर्जीवित करने में बहुत मदद मिलेगी। अमित शाह ने कहाकि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जिस शिद्दत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सारी फ्लैगशिप योजनाओं को यहां जमीन पर उतारने का काम किया है, वो प्रशंसनीय है। उन्होंने कहाकि मनोज सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर में औद्योगिक निवेश लाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहाकि आज हुई ये शुरुआत इस स्थान की खोई हुई भव्यता को वापिस लाने में मदद करेगी और ये स्थान माँ शारदा की उपासना, उनकी प्रेरणा से मिली चेतना की जागृति का युगों-युगों तक भारतवर्ष में केंद्र बना रहेगा। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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