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राष्ट्रपति का रेलवे प्रोबेशनर्स को प्रेरक संबोधन

'आम लोगों के जीवन में रेलवे की भूमिका हमेशा से महत्वपूर्ण है'

'रेलवे की सेवाओं को कुशल निर्बाध और ग्राहक केंद्रित बनाएं'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 16 December 2022 04:56:25 PM

president's motivational address to railway probationers

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे के परिवीक्षाधीनों ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रोबेशनर्स को अपने प्रेरणाप्रद संबोधन में कहाकि रेलवे कई लोगों केलिए वास्तविक जीवनरेखा है, जो दैनिक आधार पर नौकरी या व्यवसाय केलिए अपने कार्यस्थलों पर जाते हैं। उन्होंने कहाकि रेलवे के अधिकारियों के कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है, क्योंकि वे हरदिन लोगों को आजीविका प्राप्त करने में सहायता करते हैं, कई लोग रोगों के उपचार केलिए यात्रा भी करते हैं। राष्ट्रपति ने कहाकि आम लोगों के जीवन में रेलवे की भूमिका हमेशा की तरह महत्वपूर्ण बनी हुई है और रेलवे ने देशभर में यात्रा एवं विचारों और सूचनाओं के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहाकि आज जब भारत राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ रहा है, इस कारण हम व्यक्ति और सामानों की अधिक आवाजाही देख रहे हैं, यह भविष्य में बढ़ने वाला है, इसे देखते हुए रेलवे कोभी नवीनतम डिजिटल तकनीकों को अपनाना चाहिए और सुरक्षित, समय की बचत, अधिक सुविधाजनक एवं उच्च गुणवत्ता वाली परिवहन सेवाओं को लेकर उन्नत सुविधाओं की उपलब्धता केलिए नए रास्तों की खोज करनी चाहिए। राष्ट्रपति ने कहाकि हम सभी ट्रेन यात्रा से जुड़ी यादें लेकर चलते हैं, यह सुनिश्चित करना रेलवे के अधिकारियों का कर्तव्य हैकि लोग आरामदायक तरीके से यात्रा करें, जिससे उनके साथ इसकी अच्छी यादें जुड़ी रहें। राष्ट्रपति ने अधिकारियों को दिव्यांग व्यक्ति, महिला एवं वृद्धजनों की जरूरतों को पूरा करने और उन्हें एक सुरक्षित एवं सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करने की सलाह दी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहाकि रेलवे को कमियों को दूर करने और एक समावेशी एवं आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। उन्होंने कहाकि नई और फिरसे उन्नतशील भारत की सोच के अनुरूप भारतीय रेलवे ने बड़ी विकास परियोजनाएं शुरू की हैं। राष्ट्रपति ने कहाकि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई हैकि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की लंबाई का 56 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है, इससे कार्य और वहन क्षमता में बढ़ोतरी होगी, इस प्रकार माल परिवहन में क्रांति आएगी और रेल नेटवर्क का रूपांतरण होगा। उन्होंने कहाकि इन गलियारों के माध्यम से माल ढुलाई लागत और लॉजिस्टिक लागत मेभी काफी कमी आएगी। राष्ट्रपति ने कहाकि देशमें मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी केलिए प्रधानमंत्री गतिशक्ति, तेजगति वाली रेल परियोजनाएं, हाइपरलूप आधारित परिवहन, चारधाम रेल परियोजना, सेतु भारतम् जैसे कार्यक्रम औद्योगिक, वाणिज्यिक और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले हैं, इससे अलावा इनसे संसाधनों के समान वितरण कोभी काफी बढ़ावा मिलेगा।
राष्ट्रपति ने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि आज यहां 8 अलग-अलग रेल सेवाओं के अधिकारी मौजूद हैं। उन्होंने रेलवे परिवीक्षाधीनों से कहाकि यह अवसर सुरक्षित और कुशल रेलवे परिवहन प्रणाली सुनिश्चित करने केलिए आप सभी केबीच प्रभावी समन्वय की भूमिका पर जोर देने केलिए उपयुक्त है, आपको रेलवे की सेवाओं को अधिक से अधिक कुशल, निर्बाध और ग्राहक केंद्रित बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए। उन्होंने कहाकि देशभर में फैला रेल नेटवर्क विकास को गति देता है, जिससे रेल नेटवर्क के विस्तार को गति मिलती है। राष्ट्रपति ने रेलवे सेवाओं में अधिक संख्या में महिला अधिकारियों की आवश्यकता परभी प्रकाश डाला और कहाकि महिलाओं को रेलवे सेवाओं केलिए भी अधिक विकल्प चुनना चाहिए, मुझे लगता हैकि आप इस तथ्य से अवगत हैंकि भारतीय रेलवे देशके सबसे बड़े नियोक्ताओं मेसे एक है। उन्होंने कहाकि भारतीय रेलवे को महिला कर्मचारियों के विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे बहुमूल्य योगदान के उचित हिस्से से क्यों वंचित किया जाना चाहिए?

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