नीम प्राचीनकाल से ही किसानों का सच्चा मित्र रहा है
जल, मिट्टी तथा वायु प्रदूषण कम करने में सहायकस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Sunday 11 January 2015 12:55:41 PM
बंगलुरू। केंद्रीय कृषिमंत्री राधामोहन सिंह ने किसानों से उत्पादन बढ़ाने और उत्पादन लागत कम करने के लिए नीम चढ़ा यूरिया का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने की सलाह दी है। कृषिमंत्री बंगलुरू के हैबल में कृभको के एक समारोह में नीम चढ़ा यूरिया लांच कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नीम चढ़ा यूरिया जल, मिट्टी तथा वायु प्रदूषण कम करने में सहायक है। उन्होंने बताया कि भारत प्रत्येक वर्ष 70 लाख टन यूरिया का आयात करता है, इससे विदेशी मुद्रा पर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि फसलें यूरिया में पाए जाने वाले नाईट्रोजन का अधिकतम उपयोग नहीं कर पातीं और इसके बहुत सारे अवयव बेकार हो जाते हैं।
कृषिमंत्री ने कहा कि नीम चढ़े यूरिया के माध्यम से नाईट्रोजन की उपयोगिता बढ़ाकर यूरिया की खपत में कमी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि भारत किसी न किसी प्रकार से सदियों से नीम का उपयोग कर रहा है, नीम प्राचीन काल से ही किसानों का सच्चा मित्र रहा है, कृभको ने नीम चढ़ा यूरिया विकसित किया है, ऐसा यूरिया में नीम तेल मिलाकर किया गया है और पूरे देश में किसान इसका उपयोग कर रहे हैं। राधामोहन सिंह ने कहा कि नीम चढ़े यूरिया का इस्तेमाल करके नाईट्रोजन की उपयोग क्षमता 10 से 15 प्रतिशत बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि उर्वरकों के संतुलित उपयोग से मिट्टी की सेहत लंबे समय तक बनाई रखी जा सकती है।