स्वतंत्र आवाज़
word map

गंगा की योजनाओं पर काम शुरू

गंगा, पर्यटन, परिवहन, पर्यावरण पर बैठक

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 7 June 2014 05:06:05 PM

नई दिल्ली। गंगा नदी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने मछली पालन विकास को बढ़ाने तथा बिजली उत्पादन योग्य बनाने के लिए सड़क परिवहन, राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा पुनरोद्धार मंत्री उमा भारती, पर्यावरण वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर तथा पर्यटन मंत्री श्रीपद यशो नाइक की बैठक हुई। संवाददाताओं से बातचीत में उमा भारती ने कहा कि गंगा के विषय में आगे बढ़ने के लिए हम लोगों ने समय-समय पर मिलने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की प्राथमिकता है और पार्टी के घोषणा-पत्र में भी शामिल है। उन्होंने बताया कि देश की अन्य नदियों के विकास के लिए भी ऐसे मानक तैयार किए जाएंगे।
मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में यह फैसला किया गया कि जल संसाधन मंत्रालय में सचिव की अध्यक्षता में लगभग एक महीने में योजना तैयार करने के लिए सचिवों की एक अंतर मंत्रालय समिति बनाई जाएगी। नितिन गडकरी ने बताया कि इसके बाद इस विषय में एक कैबिनेट नोट तैयार किया जाएगा। नितिन गडकरी ने कहा कि यह प्रस्ताव है कि नदियों के तल से मिट्टी निकाली जाए, ताकि चौड़ाई 45 मीटर और गहराई 3 मीटर हो, जिससे वाराणसी से हुगली तक गंगा नदी में यात्रियों और सामानों की आवाजाही हो सके। गंगा के किनारे 11 टर्मिनल बनाने का भी प्रस्ताव है।
नितिन गडकरी ने कहा कि प्रत्येक 100 किलोमीटर पर बैराज बनाने का प्रस्ताव है, उन्होंने कहा कि कोयला, उर्वरक तथा अनाज आदि की आवाजाही नदियों के जरिए करने के लिए इसका विकास किया जाएगा। नितिन गडकरी ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन गंगा अनुसंधान संस्थान बनाने का प्रस्ताव है। संभवतः यह रूड़की में बनेगा और पर्यटन मंत्रालय नदियों के किनारे पर्यटन विकसित करने संबंधी कदम उठाएगा। पर्यावरण मंत्रालय कानपुर तथा अन्य स्थानों पर विभिन्न उपाय कर नदी को अपरिवर्तित बनाए रखेगा। 

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]