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आकांक्षा यादव को मिला 'मानसश्री सम्मान'

हिंदी साहित्य लेखन और ब्लॉगर के क्षेत्र में उत्कृष्टता

पूरा परिवार ही हिंदी साहित्य की सेवा में समर्पित

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 22 December 2017 09:53:13 PM

akanksha yadav got 'manas shree samman'

उज्जैन। हिंदी साहित्य और लेखन के क्षेत्र में उत्कृष्ट सृजनशील और युवा ब्लॉगर आकांक्षा यादव को मौनतीर्थ सेवार्थ फाउंडेशन उज्जैन ने मानसश्री सम्मान-2017 प्रदान किया है। मौनतीर्थ सेवार्थ फाउंडेशन का यह प्रतिष्ठाजनक सम्मान है, जिसके अंतर्गत आकांक्षा यादव को सम्मानस्वरुप स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र, शाल और पांच हजार एक सौ रूपये की मानद राशि दी गई है। सामाजिक और साहित्यिक विषयों के साथ-साथ नारी-सशक्तिकरण पर प्रभावी लेखन के लिए आकांक्षा यादव एक सुपरिचित नाम है और इंटरनेट से निकली मीडिया की तीसरी विश्वक्रांति सोशल मीडिया में एक ब्लॉगर के रूप में उन्होंने अच्छी खासी ख्याति अर्जित की है। इनकी तीन पुस्तकें भी हैं। देश-विदेश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में उनका लिखने का अंदाज सदैव से चर्चा में है। आज वे सोशल मीडिया पर रचनाधर्मिता को प्रस्फुटित करते हुए अपनी व्यापक पहचान बना चुकी हैं। आकांक्षा यादव भारत के अलावा जर्मनी, श्रीलंका और नेपाल आदि देशों में भी एक ब्लॉगर और उत्कृष्ट लेखन के लिए सम्मानित हो चुकी हैं।
आकांक्षा यादव परिवार का हिंदी साहित्य सेवा क्षेत्र से श्रंखलाबद्ध बड़ा गहरा रिश्ता है। आकांक्षा यादव की बेटी पाखी नन्हीं ब्लॉगर के रूप में बड़े सम्मान अर्जित कर चुकी है। आकांक्षा यादव के पति कृष्ण कुमार यादव भी जाने-माने साहित्यकार और ब्लॉगर हैं। वे भी भारतीय डाक विभाग में हिंदी के प्रचार और प्रसार में अनुकरणीय भूमिका निभाते आ रहे हैं। उनकी अनेक पुस्तकें हैं, जिनके लिए उन्हें अनेक विख्यात सम्मान हांसिल हुए हैं। यही नहीं, कृष्ण कुमार यादव के पिताश्री श्रीराम शिवमूर्ति यादव की भी गणना देश के प्रख्यात साहित्यकारों में होती है। श्रीराम शिवमूर्ति यादव को सामाजिक, साहित्यिक विषयों के प्रतिष्ठित लेखक, विश्लेषक एवं चिंतक माना गया है, विभिन्न विषयों पर शताधिक पत्र-पत्रिकाओं में इनके लेख प्रकाशित हुए हैं, इनकी सामाजिक कार्यों में रचनात्मक भागीदारियों के लिए भी इन्हें अनेक प्रतिष्ठाजनक सम्मान प्राप्त हुए हैं, जिससे पता चलता है कि यह पूरा परिवार ही हिंदी साहित्य की उत्कृष्ट सेवा में समर्पित है। गौरतलब है कि कृष्ण कुमार यादव भारतीय डाक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हैं और राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं हैं।
आकांक्षा यादव को उत्कृष्ट साहित्य लेखन हेतु राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पचास से अधिक सम्मान मिल चुके हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की और से अवध सम्मान, विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ भागलपुर बिहार से डॉक्टरेट यानी विद्यावाचस्पति की मानद उपाधि, भारतीय दलित साहित्य अकादमी का डॉ अम्बेडकर फेलोशिप राष्ट्रीय सम्मान, साहित्य मंडल श्रीनाथद्वार राजस्थान का हिंदी भाषा भूषण सम्‍मान, राष्ट्रीय राजभाषा पीठ इलाहाबाद का भारती ज्योति सम्मान, दशक के श्रेष्ठ हिंदी ब्लॉगर दम्पति का सम्मान, अंतर्राष्ट्रीय हिंदी ब्लॉगर सम्मेलन काठमांडू में परिकल्पना ब्लॉग विभूषण सम्मान, अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन श्री लंका में परिकल्पना सार्क शिखर सम्मान, एसएमएस कविता पर प्रभात प्रकाशन नई दिल्ली का सम्मान, निराला स्मृति संस्थान रायबरेली का मनोहरा देवी सम्मान, साहित्य भूषण सम्मान, भाषा भारती रत्न, राष्ट्रीय भाषा रत्न सम्मान, साहित्य गौरव इत्यादि सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।

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