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Sunday 5 October 2025 03:56:05 PM
पटना/ नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनाव आयुक्त डॉ सुखबीर सिंह संधू, डॉ विवेक जोशी एवं बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी विनोद गुंजियाल और आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों केसाथ बिहार विधानसभा चुनाव तैयारियों की पटना में विस्तृत और व्यापक समीक्षा की। दो दिवसीय समीक्षा यात्रा के पहले दिन चुनाव आयोग ने मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय राजनीतिक दल आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, नेशनल पीपुल्स पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिबरेशन), जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), राष्ट्रीय जनता दल और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रतिनिधियों से विभिन्न मुद्दों पर बातचीत कर उनसे सुझाव मांगे। सीईसी ने कहाकि चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव केलिए प्रतिबद्ध है।
सीईसी ज्ञानेश कुमार ने राजनीतिक दलों को मजबूत लोकतंत्र का महत्वपूर्ण हितधारक बताया और चुनाव प्रक्रिया के प्रत्येक चरण में मतदान एवं मतगणना एजेंटों की नियुक्ति करके उसमें भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने राजनीतिक दलों को मतदाताओं केसाथ मिलकर पूरे दिल से उत्सव की भावना से चुनाव मनाने केलिए प्रोत्साहित किया। राजनीतिक दलों ने ऐतिहासिक विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने और मतदाता सूचियों को सही करने केलिए आयोग को धन्यवाद दिया एवं चुनावी प्रक्रियाओं में अपनी आस्था और विश्वास दोहराया। राजनीतिक दलों ने चुनावों में मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करने केलिए सुझाव दियाकि चुनाव छठ त्योहार के तुरंत बाद और यथासंभव कम चरणों में पूरे किए जाएं। राजनीतिक दलों ने विशेष रूपसे आयोग की हालकी पहलों की सराहना की जैसेकि प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1200 तक सीमित करना, यह सुनिश्चित करनाकि डाक मतपत्रों की गणना ईवीएम मतगणना के अंतिम दौर से पहले पूरी हो जाए तथा यह सुनिश्चित करनाकि मतदान केंद्र छोड़ने से पहले पीठासीन अधिकारी राजनीतिक दल के एजेंटों को फॉर्म 17 सी वितरित करे।
राजनीतिक दलों ने आयोग में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के अपना दायित्व को पूरा करने में प्रतिबद्धता जताई। राजनीतिक दलों केसाथ बातचीत केबाद आयोग ने चुनाव योजना, ईवीएम प्रबंधन, रसद, मतदान केंद्र युक्तिकरण और बुनियादी ढांचे, चुनाव कर्मचारियों के प्रशिक्षण, जब्ती, कानून और व्यवस्था, मतदाता जागरुकता और आउटरीच गतिविधियों के हर पहलू पर आयुक्तों, आईजी, डीआईजी, डीईओ, एसएसपी, एसपी केसाथ विस्तृत समीक्षा की। आयोग ने राजनीतिक दलों के सुझावों के आधार पर अधिकारियों को विस्तृत निर्देश भी दिए। आयोग ने जिला शिक्षा अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और राज्य प्रशासन को पूरी निष्पक्षता से कार्य करने और राजनीतिक दलों की शिकायतों का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया कि वे फर्जी खबरों केलिए सोशल मीडिया पर नज़र रखें और आवश्यकता पड़ने पर उचित कानूनी कार्रवाई केसाथ त्वरित कार्रवाई करें।
इससे पूर्व निर्वाचन आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव में व्यवस्था केलिए आम चुनाव और कुछ राज्यों के उपचुनावों में केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूपमें तैनात किए जानेवाले सामान्य, पुलिस और व्यय पर्यवेक्षकों की बैठक की। बैठक में 287 आईएएस अधिकारियों, 58 आईपीएस अधिकारियों और आईआरएस, आईआरएएस, आईसीएएस तथा अन्य सेवाओं के 80 अधिकारियों सहित 425 अधिकारियों ने भाग लिया। यह बैठक आईआईआईडीईएम नई दिल्ली में हुई। सीईसी ज्ञानेश कुमार ने पर्यवेक्षकों को निर्वाचन आयोग की आंख और कान बताया और उनको चुनाव से संबंधित कानूनों, नियमों, दिशा-निर्देशों की अच्छी जानकारी लेने, प्रत्यक्ष क्षेत्रीय जानकारी प्रदान करने और उनका कड़ाई से तथा निष्पक्ष अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने पर्यवेक्षकों से कहाकि वे राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और मतदाताओं की शिकायतों के निवारण के लिए पूरी तरह से उपलब्ध रहें, मतदान केंद्रों का दौरा करें। गौरतलब हैकि केंद्रीय पर्यवेक्षक चुनाव आयोग संविधान के अनुच्छेद 324 और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 20बी में प्रदत्त शक्तियों के तहत स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में आयोग की सहायता केलिए नियुक्त होते हैं। वे क्षेत्रीय स्तरपर चुनाव प्रक्रिया के कुशल और प्रभावी प्रबंधन की भी देखरेख करते हैं।