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यूपीआई यूपीयू एकीकरण परियोजना का शुभारंभ

अभूतपूर्व भारतीय डिजिटल भुगतान प्रणाली का वैश्विक विस्तार हुआ

ज्योतिरादित्य सिंधिया और मासाहिको मेटोकी ने दुबई में किया लॉंच

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 9 September 2025 05:08:28 PM

jyotiraditya scindia and masahiko metoki launched it in dubai

दुबई/ नई दिल्ली। भारत के संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने दुबई में 28वें यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन के महानिदेशक मासाहिको मेटोकी केसाथ भारत की अभूतपूर्व डिजिटल भुगतान प्रणाली यूपीआई-यूपीयू एकीकरण परियोजना लॉंच की। उन्होंने कहाकि यह दुनियाभर में लाखों लोगों केलिए सीमापार प्रेषण में बदलाव लाने की एक ऐतिहासिक पहल है। उन्होंने कहाकि भारतीय डाक विभाग, एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड और यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की यह संयुक्त पहल यूपीआई को यूपीयू इंटरकनेक्शन प्लेटफ़ॉर्म केसाथ एकीकृत करती है, इससे डाक नेटवर्क की पहुंच यूपीआई की गति और सामर्थ्य केसाथ जुड़ जाती है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे एक तकनीकी लॉंच से कहीं बढ़कर एक सामाजिक समझौता बताया। उन्‍होंने कहाकि डाक नेटवर्क की विश्वसनीयता और यूपीआई की गति का मतलब हैकि सीमापार के परिवार तेज़ीसे सुरक्षित और बहुत कम लागत पर पैसा भेज सकते हैं। उन्होंने एक आधुनिक समावेशी डाक क्षेत्र केलिए भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित किया, जो निर्बाध डेटा संचालित लॉजिस्टिक्स से जुड़ना, प्रत्येक प्रवासी और डिजिटल उद्यम को सस्ती डिजिटल वित्तीय सेवाएं प्रदान करना, एआई डिजीपिन और मशीन लर्निंग केसाथ आधुनिकीकरण और यूपीयू समर्थित तकनीकी सेल केसाथ साझेदारी से सहयोग करने पर आधारित है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहाकि डिजिटल इंडिया विज़न और विकसित भारत यात्रा में सक्रिय भारतीय डाक अपने व्यापक दायरे और समावेशन का एक सशक्त उदाहरण है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें बतायाकि आधार, जनधन और भारतीय डाक भुगतान बैंक केसाथ हमने 56 करोड़ से ज़्यादा खाते खोले हैं, जिनमें से ज़्यादातर महिलाओं के नाम पर हैं। उन्होंने कहाकि भारतीय डाक ने पिछले साल 90 करोड़ से ज़्यादा पत्र और पार्सल पहुंचाए, यह समावेशन का वह व्यापक दायरा और भावना है, जिसे हम वैश्विक मंच पर लाते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस दौरान ई-कॉमर्स और डिजिटल भुगतान पर विशेष ध्यान देते हुए प्रौद्योगिकी को नवाचार में बदलने केलिए 10 मिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के आदर्श वाक्य को दोहराया और कहाकि भारत संसाधनों, विशेषज्ञता और मैत्री केसाथ तैयार है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यूपीयू की प्रशासन परिषद और डाक संचालन परिषद केलिए भारत की उम्मीदवारी की भी घोषणा की, इससे वैश्विक डाक समुदाय केलिए एक जुड़े हुए समावेशी और टिकाऊ भविष्य के निर्माण केलिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि हुई। उन्होंने दुबई में यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस में प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहाकि भारत आपके पास प्रस्तावों केसाथ नहीं, बल्कि साझेदारी केसाथ आता है, हम लचीलेपन में विश्वास करते हैं, ऐसे अंतर संचालनीय समाधानों को सक्षम करते हैं, जो महंगे विखंडन से बचते हैं और विश्वास में भुगतान, पहचान, पते और रसद को जोड़ते हैं, ताकि वैश्विक वाणिज्य निर्बाध हो।

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