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Friday 22 August 2025 12:39:06 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने शिल्प परिसर ‘द कुंज’ का उद्घाटन कर दिया है, जिसकी परिकल्पना एक ऐतिहासिक सांस्कृतिक और खुदरा स्थल के रूपमें की गई है, जो स्वदेशी हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों की विविध विरासत का जश्न मनाने और उसे बढ़ावा देने केलिए समर्पित है। यह प्रमुख खुदरा और सांस्कृतिक स्थल परिसर नई दिल्ली के वसंत कुंज में नेल्सन मंडेला मार्ग पर प्लॉट संख्या 8 में स्थित है। वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने कहाकि द कुंज परिसर बड़े पैमाने पर हस्तशिल्प को बढ़ावा देने केलिए समर्पित है, यह परिसर केंद्र सरकार द्वारा हस्तशिल्प और हथकरघा कारीगरों को गांव से वैश्विक बाजार तक लेजाने के दृष्टिकोण के अनुरूप है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि द कुंज परिसर भारत को हस्तनिर्मित पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों और उत्कृष्टता का वैश्विक केंद्र बनाने में सहायक होगा। यह विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) कार्यालय की परिकल्पित और विकसित अपनी तरह की एक अनूठी पहल है, जहां हस्तशिल्प और हथकरघा कारीगरों को सशक्त बनाना, उनके उत्पादों की बाजार तक पहुंच बढ़ाना और डिज़ाइन आधारित हस्तनिर्मित क्षेत्रकी पुनर्कल्पना करना है।
वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने कहाकि भारत की विरासत और बुनकर परंपरा को दुनिया तक ले जाते हुए वस्त्र मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने आईआईएचटी वाराणसी में हेरिटेज एंड इंडिजिनस टेक्सटाइल्स पर अंतरराष्ट्रीय सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू किया है, जिसमें 16 देशों के प्रतिभागी भारत के हैंडलूम क्लस्टर्स और सस्टेनेबल ट्रेडिशन से जुड़ रहे हैं। उन्होंने द कुंज परिसर का निरीक्षण किया और यहां मास्टर कारीगरों, ब्रांड संस्थापकों, क्यूरेटर और भाग लेनेवाले खुदरा विक्रेताओं केसाथ बातचीत की। उन्होंने क्यूरेटेड रिटेल दुकानों, लाइव क्राफ्ट प्रदर्शन क्षेत्र, इंटरैक्टिव वर्कशॉप क्षेत्र और परिसर के भूतल और पहली मंजिल पर प्रदर्शनी क्षेत्र का दौरा किया। तीन महीने के उत्सव के शुभारंभ को चिन्हित करते हुए द कुंज परिसर में खुदरा शोरूम, दुकानों, लाइव शिल्प प्रदर्शन क्षेत्र, कारीगरों के नेतृत्व वाली कार्यशाला, पाक अनुभव और इमर्सिव प्रदर्शनी का क्यूरेटेड मिश्रण है। केंद्रीय मंत्री ने विकास आयुक्त हस्तशिल्प कार्यालय और संबद्ध टीमों की द कुंज के विज़न को साकार करने में उनके सामूहिक प्रयासों की सराहना की। इसमें वैचारिक योजनाकार टीमें, विपणन टीम और डिज़ाइन क्यूरेटर शामिल थे। उन्होंने सांस्कृतिक विरासत, रचनात्मक उद्यम और अनुभवात्मक जुड़ाव के सहज एकीकरण की प्रशंसा की।
गिरिराज सिंह ने लोगों का आह्वान करते हुए कहाकि द कुंज भारत की अनमोल धरोहर है, जहां हर राज्य की हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम परंपराएं एकसाथ सजी हैं, यहां आकर आप न केवल खरीदारी करेंगे, बल्कि हमारे कारीगरों के सपनों और संकल्पों को भी मज़बूती देंगे। उन्होंने कहाकि द कुंज परिसर न केवल हस्तनिर्मित कारीगरों केलिए सम्मानजनक और समकालीन खुदरा अवसर प्रदान करता है, बल्कि हस्तशिल्प विरासत केसाथ जनता के जुड़ाव कोभी नई परिभाषा देता है। केंद्रीय मंत्री ने नवनिर्मित शिल्प भवन डीसी हस्तशिल्प कार्यालय का भी उद्घाटन किया। उन्होंने द कुंज को साकार करने में योगदान देनेवाले सभी लोगों को हस्तशिल्प को प्रस्तुत करने, प्रचारित करने और सुलभ बनाने के तरीके में मानक स्थापित करने केलिए हार्दिक बधाई दी। इनमें मंत्रालय के अधिकारी, बुनियादी ढांचा और डिज़ाइन साझेदार, रचनात्मक सहयोगी और कारीगर समुदाय शामिल हैं। इस अवसर पर विदेश और वस्त्र राज्यमंत्री पबित्रा मार्गेरिटा, सचिव वस्त्र, विकास आयुक्त हस्तशिल्प, विकास आयुक्त हथकरघा और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।