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काजीरंगा पार्क का राजमार्ग होगा चार लेन

आर्थिक कार्य मंत्रिमंडलीय समिति की राजमार्ग परियोजना मंजूर

असम में वन्य जीवों की सुरक्षा और पर्यटकों के लिए अहम पहल

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 1 October 2025 06:41:27 PM

four-lane route for kaziranga national park approved

नई दिल्ली/ गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक कार्य की मंत्रिमंडलीय समिति ने असम में काजीरंगा नेशनल पार्क खंड पर प्रस्तावित वन्यजीवों के संरक्षण और सुरक्षा के अनुकूल कार्यांवयन केसाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-715 के कालीबोर-नुमालीगढ़ सेक्शन के मौजूदा कैरिजवे को चौड़ा करने और उसे चार लेन बनाने की मंजूरी दे दी है। यह परियोजना इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और निर्माण मोड पर तैयार की जाएगी, जिसकी कुल लंबाई 85.675 किलोमीटर और कुल पूंजीगत लागत 6957 करोड़ रुपये होगी। एनएच-715 (पुराना एनएच-37) का मौजूदा कालीबोर-नुमालीगढ़ सेक्शन पक्के कंधों केसाथ बिना 2-लेन का है, जो जाखलाबंधा (नागांव) और बोकाखाट (गोलाघाट) कस्बों के घनी आबादी वाले क्षेत्रोंसे गुजरता है। मौजूदा राजमार्ग का एक बड़ा हिस्सा या तो काजीरंगा नेशनल पार्क से होकर गुजरता है या उद्यान की दक्षिणी सीमा केसाथ 16 से 32 मीटर के प्रतिबंधित राइट ऑफ वे केसाथ गुजरता है, जो काफी दोषपूर्ण ज्यामितीय आकृतियों के कारण और भी बदतर हो गया है।
काजीरंगा नेशनल पार्क मॉनसून काल में पानी से भर जाता है, जिससे वन्यजीव पार्क से मौजूदा राजमार्ग को पार करके ऊंचे कार्बी-आंगलोंग पहाड़ियों की ओर चले जाने को मजबूर होते हैं। राजमार्ग पर चौबीस घंटे भारी यातायात से अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं और वन्यजीवों की मौत हो जाती है। इस समस्या के समाधान केलिए परियोजना में लगभग 34.5 किलोमीटर लंबे एक एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण होगा, जो काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से कार्बी-आंगलोंग पहाड़ियों तक वन्यजीवों की संपूर्ण आवाजाही को कवर करेगा, ताकि वन्यजीवों का मुक्त और निर्बाध आवागमन सुनिश्चित हो सके। इसके साथही 30.22 किलोमीटर लंबी मौजूदा सड़क का अपग्रेडेशन और जाखलाबंधा तथा बोकाखाट के आसपास 21 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड बाईपास का निर्माण भी किया जाएगा। इससे मौजूदा कॉरिडोर पर भीड़भाड़ कम होगी, सुरक्षा में सुधार होगा और गुवाहाटी में काजीरंगा नेशनल पार्क (पर्यटन स्थल) और नुमालीगढ़ (औद्योगिक शहर) केबीच सीधा संपर्क बढ़ेगा।
राजमार्ग-715 परियोजना 2 प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच-127, एनएच-129) और 1 प्रदेश राजमार्ग (एसएच-35) को जोड़ती है, जिससे पूरे असम के प्रमुख आर्थिक, सामाजिक और लॉजिस्टिक्स केंद्रों को निर्बाध संपर्क मिलता है। इसके अतिरिक्त अपग्रेडेड कॉरिडोर 3 रेलवे स्टेशन नागांव, जाखलबंधा, विश्वनाथ चरली और 3 हवाई अड्डों तेजपुर, लियाबारी, जोरहाट से जुड़कर बहुमॉडल एकीकरण को बढ़ाएगा, जिससे पूरे क्षेत्रमें माल और यात्रियों की तेज आवाजाही संभव होगी। राजमार्ग-715 परियोजना 2 सामाजिक-आर्थिक केंद्रों, 8 पर्यटन और धार्मिक स्थलों से संपर्क को बेहतर बनाएगी, जिससे क्षेत्रीय आर्थिक विकास और धार्मिक पर्यटन को बल मिलेगा। परियोजना पूरी हो जाने पर कालीबोर-नुमालीगढ़ खंड क्षेत्रीय आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, प्रमुख पर्यटन, औद्योगिक और आर्थिक केंद्रों के बीच संपर्क को सुदृढ़ करेगा, काजीरंगा नेशनल पार्क में पर्यटन को प्रोत्साहन देगा और व्यापार एवं औद्योगिक विकास के नए रास्ते खोलेगा। यह परियोजना लगभग 15.42 लाख कार्मिक दिन का प्रत्यक्ष और 19.19 लाख कार्मिक दिन का अप्रत्यक्ष रोजगार भी निर्मित करेगी और आसपास के क्षेत्रोंमें विकास, प्रगति और समृद्धि के नए रास्ते खोलेगी।

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