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भारत की स्थिति काफी बेहतर-सीआईआई

लॉकडाउन में चरणबद्ध तरीके से ढील दी जानी चाहिए

कोरोना का भारतीय उद्योगों पर पड़ा है बड़ा प्रभाव

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 27 April 2020 06:40:43 PM

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चंडीगढ़। भारतीय उद्योग परिसंघ के कोरोना वायरस को लेकर उत्तरी क्षेत्र के उद्योगों पर हाल ही में कराए गए स्नैप पोल में यह तथ्य सामने आया है कि यद्यपि कोरोना वायरस का भारतीय उद्योगों पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ेगा, तथापि स्नैप पोल का सकारात्मक पहलू यह भी रहा है कि तीन चौथाई सदस्यों ने माना कि इस आपदा की स्थिति में भारत विश्व के अन्य कई देशों के मुकाबले बेहद बेहतर स्थिति में है। कहा गया कि 130 करोड़ की आबादी वाले भारत में पर्याप्त टेस्ट किट ना होने के बावजूद इस आपदा से निपटने के लिए एक मजबूत तंत्र तैयार किया गया तथा संक्रमित लोगों को ढूंढकर उन्हें क्वॉरेंटाइन किया गया, जोकि काबिले तारीफ है।
स्नैप पोल में बहुत से विशेषज्ञों ने माना है कि कोरोना महामारी को रोकने में लॉकडाल ने बेहद अहम भूमिका निभाई है और सरकार को देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर लाने के लिए लॉकडाउन में चरणबद्ध तरीके से ढील देनी चाहिए और यह भी ध्यान रखना चाहिए कि यह महामारी और अधिक फैलने ना पाए। सीआईआई के स्नैप पोल में जब भारतीय कंपनियों से रैंक ट्रैकिंग चैलेंज के बारे में पूछा गया तो 58 प्रतिशत कंपनियों ने धन की कमी, सप्लाई चैन तथा श्रमिकों की कमी जैसी चुनौतियां बताईं। अधिकतर उद्योगों ने उम्मीद जताई कि इकोनॉमिक रिकवरी में वर्ष 2020-21 के दौरान उनकी फ्रंट लाइन और बॉटम लाइन में गिरावट दर्ज की जाएगी। स्नैप पोल में श्रमिकों के मामले में अधिकतर उद्योगों ने कहा कि लॉकडाउन समाप्त होने के पश्चात रोज़गार के अवसरों में 10 प्रतिशत अनुबंध तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
भारतीय कंपनियों की सरकार से सबसे अधिक उम्मीद लॉकडाउन के बाद कंपनियों पर पड़ने वाले प्रभाव के कारण श्रमिकों को भुगतान करने के लिए 54 प्रतिशत राशि की सहायता से है, इसके साथ ही यूटिलिटी चार्जेस में 32 प्रतिशत की छूट, ब्याज की कम दर तथा कई और उम्मीदें भी सरकार से हैं। भारत के करीब 45 प्रतिशत उद्योग मानते हैं कि कोरोना वायरस के समय में लागत और धन की उपलब्धता उनके विकास के मार्ग में बाधक बनी है, इसमें बाजार प्रभाव 32 प्रतिशत तथा भुगतान में देरी 23 प्रतिशत मानी गई है। स्नैप पोल पर टिप्पणी करते हुए सीआईआई उत्तरी क्षेत्र के चेयरमैन निखिल साहनी ने कहा है कि इसके परिणाम भारतीय उद्योगों के मन और उनकी भावनाओं को व्यक्त करते हैं। उनका कहना है कि कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर बहुत गहरा प्रभाव छोड़ा है और करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है जैसे एसएमई क्षेत्र जो बेहद अधिक रोज़गार के मौके उपलब्ध करवाता है, उसे लॉकडाउन ने बहुत बुरी तरह से प्रभावित किया है।
भारत सरकार ने रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के साथ मिलकर उद्योगों की मदद के लिए कुछ आवश्यक कदम उठाएं हैं। सीआईआई को विश्वास है कि विश्व के अन्य विकसित देशों की तरह अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए भारत सरकार भी व्यापक स्तरपर कार्य कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों की कोरोना वायरस से लड़ने में टीम इंडिया बनकर एकजुटता दिखाने के लिए केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों को बधाई दी है। स्नैप पोल का आयोजन वर्चुअल प्लेटफार्म पर किया गया था, जिसमें उत्तर भारत के राज्यों से विभिन्न क्षेत्र के 70 से अधिक सीईओ ने भाग लिया। सीआईआई उत्तर क्षेत्र में 7 राज्य आते हैं इनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, 3 यूनियन टेरिटरी चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख शामिल किए गए थे।

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