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महाराजगंज को मिलीं विकास परियोजनाएं

सरकार का सिद्धांत सबका साथ और सबका विकास-योगी

सिंदूरिया से निचलौल मार्ग को शीर्ष प्राथमिकता दी गई

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 5 March 2019 04:25:04 PM

various development projects received by maharajganj

महाराजगंज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के पिछड़े, ग़रीब, वंचित तथा उपेक्षित वर्गों के उत्थान के लिए सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत पर कार्य कर रही है, जिसके परिणाम अब दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 24 फरवरी को जनपद गोरखपुर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का शुभारम्भ किया जा चुका है, इसके तहत देश के 12 करोड़ किसान लाभांवित होंगे, योजना के अनेक लाभार्थियों के खातों में 2000 रुपए की प्रथम किश्त सीधे भेजी जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने ये बातें महाराजगंज के चैक महंत दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज में एक जनसभा में कहीं। उन्होंने जनपद में 88.04 लाख रुपए की लागत से कराए गए कटहरा शिव स्थल के पर्यटन विकासकार्य, 63.21 लाख रुपए की लागत से सोनाड़ी माता स्थल के पर्यटन विकास व सौंदर्यीकरण कार्य, 66.59 लाख रुपए की लागत से प्राचीन शिव स्थल, ग्रामसभा हरपुर महंथ के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण कार्य तथा 146.63 लाख रुपये की लागत से गुरू गोरखनाथ स्थल ग्राम चैक बाजार के पर्यटन विकास कार्य का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 6 करोड़ 81 लाख 30 हजार रुपये की लागत की 3 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 1 अरब 28 करोड़ 76 लाख 44 हजार रुपए की लागत की कुल 71 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया, इसमें ग्राम पंचायत चैक में 30 बेड के नए चिकित्सालय का शिलान्यास भी शामिल है। इस चिकित्सालय के संचालन से बड़ी संख्या में क्षेत्र की जनता लाभांवित होगी और उन्हें इलाज की बेहतर सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों को सिंदूरिया से निचलौल मार्ग को शीर्ष प्राथमिकता देकर समय-सीमा के भीतर ठीक कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस मार्ग की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मुसहर एवं वनटांगिया गांव के लोगों को सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता से उपलब्ध कराएं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाज के वंचित और उपेक्षित वर्गों को विकास की मुख्यधारा में लाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की खुशहाली के साथ-साथ नौजवानों को रोज़गार उपलब्ध कराने के लिए भी प्रभावी प्रयास कर रही है, इसके लिए विभिन्न विभागों में खाली पदों को भरने हेतु बड़े पैमाने पर भर्ती की कार्रवाई की जा रही है। एक जनपद, एक उत्पाद योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से युवाओं को रोज़गार के बेहतर मौके उपलब्ध हो रहे हैं, जनपद महाराजगंज में फर्नीचर उद्योग को इस योजना के तहत चयनित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पारम्परिक कारीगरों जैसे बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची, राजमिस्त्री एवं हस्तशिल्पियों के आजीविका के साधनों के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रदेश सरकार ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना संचालित की है और मिट्टी का कार्य करने वाले शिल्पियों के प्रोत्साहन के लिए माटी कला बोर्ड का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से ग़रीब परिवारों को आवास उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन एवं प्रधानमंत्री आवास योजना में उत्तर प्रदेश, देश में प्रथम स्थान पर है, उज्ज्वला योजना के अंतर्गत राज्य के गरीब परिवारों की महिलाओं को निःशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं, सौभाग्य योजना के माध्यम से राज्य में बड़ी संख्या में घरों को निःशुल्क बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश को 13 नए राजकीय मेडिकल कॉलेज दिए हैं। फैजाबाद, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद तथा शाहजहांपुर में जिला चिकित्सालयों को उच्चीकृत कर राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई है। एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, गाजीपुर और मीरजापुर में 8 नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों के निर्माण हेतु शिलान्यास किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर एम्स में ओपीडी सेवा तथा बीआरडी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का शुभारम्भ किया है। पूर्वांचल के इस क्षेत्र में जेई और एईएस बीमारियों से प्रत्येक वर्ष लोगों की असामयिक मृत्यु होती थी, बेहतर साफ-सफाई एवं बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के कारण बीमारी तथा मौतों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में मौजूद चिकित्सीय सुविधाओं के उच्चीकरण तथा नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से भविष्य में जेई, एईएस के प्रकोप पर पूरी तरह से नियंत्रण किया जा सकेगा। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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