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भारत ने जारी की सिग्नलचिप टेक्नोलाजी

'आंकड़ों की सुरक्षा विश्वभर के लिए है चिंता का विषय'

'स्वदेशी तकनीक से निर्मित चिपसेट बेहद महत्वपूर्ण'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 1 March 2019 01:47:50 PM

launch of the india's first indigenous semi-conductor chip for lte modems

नई दिल्‍ली। भारत सरकार में दूरसंचार सचिव अरूणा सुंदरराजन ने कहा है कि आंकड़ों की सुरक्षा विश्वभर में आज सर्वाधिक चिंता का विषय है और भारत आंकड़ों के संदर्भ में तबतक सुरक्षित नहीं रह सकता, जबतक वह स्वयं की चिप्स का निर्माण न कर ले। बैंगलुरू की सेमिकंडक्टर कंपनी सिग्नलचिप के 4जी/एलटीई और 5जी एनआर मॉडम्स के लिए भारत की प्रथम स्वदेशी तकनीक से निर्मित सेमिकंडक्टर चिप्स को बेहद महत्वपूर्ण करार देते हुए उन्होंने कहा कि इनके माध्यम से भारत विश्व के कुलीन वर्ग में अपनी जगह बना रहा है और इसमें सकारात्मक आर्थिक निहितार्थों के अलावा भारत के आंकड़ों की सुरक्षा और आंकड़ों की सम्प्रभुता की दृष्टि से व्यापक निहितार्थ होंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में केवल 8 कंपनियां और कुछ ही देश सेमिकंडक्टर चिप्स का निर्माण कर सकते हैं और ऐसे में स्वदेशी तकनीक से निर्मित चिप का जारी होना सही मायने में विश्व के लिए मेक इन इंडिया है।
दूरसंचार सचिव अरूणा सुंदरराजन ने बताया कि यह अग्रगामी कार्य उत्सर्जन की शिकायतों और पर्यावरण की बढ़ती चिंताओं के आलोक में बिल्कुल नई संरचना का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि जब अमरीका और चीन मूलभूत आईसीटी प्रौद्योगिकी के लिए संघर्ष कर रहे हों, ऐसे में भारत भी पीछे नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि 5जी दूर संचार सेवाओं की योजना का खाका तैयार करने के लिए स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एजे पॉलराजेतो की अध्यक्षता में भारत सरकार की उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने 5जी के आईपीआर में दाखिल होने की सिफारिश की है। उन्होंने कहा कि सिग्नलचिप से विश्वस्तरीय उत्पाद का जारी किया जाना, सॉफ्टवेयर और इंडियास्टेक के फर्स्ट और सेकेंड वेब के बाद यह थर्ड वेब की शुरुआत है। उन्होंने सिग्नलचिप के संस्थापक और मुख्यकार्यपालक अधिकारी हिमांशु खसनीस और ग्लोबल कंपनी जोहो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीधर वेम्बु को भारत की शानदार सफलता की गाथा तैयार करने के लिए साथ आने के लिए बधाई दी।
सिग्नलचिप की डिजाइन की गई 4 चिप्स में हैं-एससीबीएम 3412: एकल डिवाइस में बेसबैंड और ट्रांसीवर सेक्‍शन्‍स सहित एकल चिप 4जी/एलटीई मॉडम, एससीबीएम 3404: सिंगल चिप 4X4 एलटीई बेसबैंड मॉडम, एससीआरएफ 3402: एलटीई के लिए 2X2 ट्रांसीवर और एससीआरएफ 4502: 5जीएनआर मानकों के लिए 2X2 ट्रांसीवर। आरएफ खंड 6जीएचजेड तक के समस्‍त एलटीई/5जी-एनआर बैंड्स को कवर करेगा। ये चिप्स भारत की अपनी उपग्रह नेविगेशन प्रणाली, एनएवीआईसी का उपयोग करके पोजी‍शनिंग का भी समर्थन करते हैं। एससीआरएफ 1401 पर निर्मित अगम्‍बे श्रृंखला : सिग्नलचिप की 2015 में निर्मित की 3जी/4जी और वाईफाई जैसे हाई परफार्मेंस वायरलेस मानकों के लिए भारत की पहली आरएफ ट्रांसीवर चिप। मिश्रित मल्‍टी-स्‍टेंडर्ड सिस्‍टम ऑन चिप लो-कॉस्ट इंडोर स्माल सेल्ज से हाई परफार्मेंस वायरलेस बेस स्टेशनों तक व्यापक रेंज वाले फॉर्म फैक्‍टर्स के लिए एक बेस स्‍टेशन चिपसेट के रूपमें सेवाएं प्रदान कर सकता है। भारत 1.1 बिलियन से अधिक मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के साथ विश्व में सर्वाधिक मोबाइल फोन इस्तेमाल होने वाले देशों में से एक है, ऐसे में सिग्नलचिप ने हाई परफार्मेंस और किफायती प्रणालियों का सृजन किया है, जो नेटवर्क के घनीभवन या डेंसिफिकेशन को समर्थ बनाता है।

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