स्वतंत्र आवाज़
word map

'सियाराम अवधपुरी से जनकपुरी' नौटंकी प्रस्तुति

राज्यपाल राम नाईक और श्रोतागण प्रस्तुति से हुए मंत्रमुग्‍ध

'रामायण का मंचन और नाट्य प्रस्तुतिकरण अनुकरणीय'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 18 October 2018 01:03:01 PM

siyaram awadhpuri se janakpuri nautankee

लखनऊ। संत गाडगे प्रेक्षागृह गोतमीनगर लखनऊ में सत्यसर्मपण संस्था की लोक नाट्य शैली नौटंकी ‘सियाराम अवधपुरी से जनकपुरी’ की संगीतमय प्रस्तुति से राज्यपाल राम नाईक और श्रोतागण बहुत मंत्रमुग्‍ध हुए। इससे पहले राज्यपाल राम नाईक ने ‘सियाराम अवधपुरी से जनकपुरी’ का द्वीप प्रज्जवलित करके शुभारंभ किया। नौटंकी की परिकल्पना, लेखन, संगीत निर्देशन अमित दीक्षित ने किया था। राज्यपाल राम नाईक ने इस अवसर पर जगह-जगह रामलीलाओं के शानदार मंचन का उल्लेख किया और जनमानस को रामनवमी एवं विजयदशमी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने हर्ष व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐतिहासिक तथ्य, मांग और जनभावनाओं का सम्मान करते हुए इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया है। राज्यपाल ने कहा कि इससे पहले भी कोलकाता, मुंबई, मद्रास, बंगलूरु और त्रिवेंद्रम के नामों को भी इतिहास और वहां की जनभावनाओं को देखते हुए परिवर्तित किया जा चुका है।
राज्यपाल राम नाईक ने रामायण को अद्भुत कथा बताते हुए कहा कि राम का व्यक्तित्व हिमालय से ऊंचा एवं समुद्र से भी अधिक गहराई लिए हुए है, जिसे सभी ने अपने-अपने ढंग से व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अमित दीक्षित का पुरानी एवं विलुप्त होती संस्कृति के माध्यम से रामायण का मंचन एवं नाट्य का प्रस्तुतिकरण अत्यंत अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि रामायण पर दुनिया में सबसे अधिक लिखा गया है, राम के बचपन से लेकर आगे तक अनेक कथाएं हैं। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य का विषय है कि भगवान श्रीराम की कथाएं इंडोनेशिया तथा थाइलैंड जैसे देशों में भी प्रचलित एवं लोकप्रिय हैं। राज्यपाल ने कहा कि नौटंकी एवं कथक के माध्यम से रामायण को प्रस्तुत करने के लिए मैं अमित दीक्षित के प्रयासों की सराहना एवं अभिनंदन करता हूं, नौटंकी एवं कथक का संगम दिखाने का अद्भुत प्रयास किया है।
राज्यपाल ने कहा कि ऐसी कला को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने अमित दीक्षित को हिम्मत के साथ इस कला को आगे बढ़ाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि कला के माध्यम से जीवन में सम्मान एवं ऊंचाईयों को प्राप्त किया जा सकता है। अमित दीक्षित ने राज्यपाल राम नाईक को शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया। अमित दीक्षित ने राज्यपाल की कार्यशैली एवं इसके पूर्व की उनकी राजनैतिक उपलब्धियों से श्रोताओं को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों के लिए यह गौरव का विषय है कि राम नाईक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के पद को सुशोभित कर रहे हैं। कार्यक्रम में महेंद्र सोनी, राम कृपाल, संगीत नाट्य अकादमी की अध्यक्ष पूर्णिमा पांडेय तथा भारी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]